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Karan Johar Throws A Star-studded Party For Katy Perry And It Was Lit!

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Now who doesn’t know the love for music that Bollywood caresses in its world? Bollywood movies in itself has so many elements of music woven into it. And every time music from the other world knocks at India’s doorstep, Bollywood welcomes it with open arms. We’re talking about the international music artists that visit India every now and then. And the latest one to have set foot on Indian soil is none other than Katy Perry.

So, when we talk about Bollywood welcoming an international pop icon, there’s no one who could do it better than the most loved Bollywood filmmaker, Karan Johar. He’s known for launching newbies and turning them into superstars overnight. He’s also someone who loves all things gossip *winks*. And, he’s also known to throw lavish parties at his abode as well. And when Karan Johar a.k.a. KJo decided to throw a lavish party to welcome Katy Perry, the paparazzi had no doubts that it was going to be a grand, star-studded event of the tinsel town.

The KJO Style Party For Katy Perry

The KJO Style Party For Katy Perry

e24official / Instagram

So, how does a KJo style party look like? It includes a guest list of all the A-listers of Bollywood, donning fashion like it was a fashion show and not a party. And let’s not forget the n number of celeb pictures we find on the internet the following day that give us an idea about how rocking the party must have been.

The pro-party planner that Karan is

kajolsdestination / Instagram

The pro-party planner that Karan is, he threw a lavish cocktail and dinner party in honor of Katy Perry at his residence on Thursday night. Although we couldn’t get a hand on the guest list from Karan, from the pictures that have surfaced on all kinds of social media, the guest list might look like this — Aishwarya and Abhishek Bachchan, Mira and Shahid Kapoor, Alia Bhatt, Arjun Kapoor, Anushka Sharma, Karisma Kapoor, Malaika Arora Khan, Jacqueline Fernandes, Ananya Panday, Vijay Devarakonda, Kajol, Gauri Khan, Kiara Advani, Neha Dhupia, Aditya Roy Kapur to name a few (just few).

Katy Perry is seen interacting with all the stars who attended the party

mygoodtimes / Instagram

Many videos on the social media channels have surfaced where Katy Perry is seen interacting with all the stars who attended the party. Katy looked ravishing in an off-shoulder metallic ensemble in purple which has gold detailing on it.

The news of the party being thrown was doing rounds much before

katyperry / Instagram

The news of the party being thrown was doing rounds much before. When Katy Perry addressed the media after her arrival in India, she was quoted saying, “So, I am going to a really fun party. I am going to meet some Bollywood people, I am going to be hearing some incredible bands. It has been a long time since I have been here. When I was here for IPL cricket (in 2012), I really didn’t get much time to immerse myself. So, this time it’s all about immersing and educating myself,” to a leading news channel (1).

Why Is Katy Perry In India?

Why Is Katy Perry In India

oneplus_india / Instagram

Katy Perry landed in India on November 12th, she expressed how rejuvenated and excited she’s feeling to be in the country after a gap of seven years. She shared a couple of pictures on her Instagram account upon her arrival in India and captioned it as, “They say every single cell of your body rejuvenates itself about every 7 years and it’s been 7 years since I’ve been to India so let’s just say a brand new me is ready to par-tay at the #oneplusmusicfestival on Nov 16th with the cutie @dualipa Thanks for having us @oneplus_india.”

So, yes folks, she’s here to perform at the One Plus Music Concert happening in Mumbai on November 16th. The concert has a lineup of another International pop star, Dua Lipa. The others in the lineup include Amit Trivedi, Ritviz, and The Local Train. Katy expressed that she’s looking forward to dance and sing along with her Indian Katy Cats during the concert. The Roar singer lovingly addresses her fans as Katy Cats (cute!).

Some Facts You Never Knew About Katy Perry

Some Facts You Never Knew About Katy Perry

katyperry / Instagram

  • Katy’s real name is Katheryn Elizabeth Hudson, she couldn’t succeed to grab the limelight with her real name ‘Katy Hudson’, therefore, she changed it to Katy Perry. And as we know that the rest is history.
  • She began her music career by singing gospel music.
  • She’s one of the biggest supporters of Hillary Clinton. Hillary’s been her inspiration.
  • In her childhood, Katy wasn’t allowed listen to pop music. She would often sneak some pop music CDs and hide it from her parents.
  • Katy is one pop star who’s always changing hair colors with the colors of the rainbow. So, if you ever wonder what her real hair color is, well, she’s a brunette!
  • Katy loves amusement parks. This is believable when we look at her music videos — they’re very colorful and has amusement park elements in them.

Thanks to KJo, we got to see our beloved Bollywood stars get close to Katy Perry. All you Katy Cats out there, which is your favorite song of Katy Perry? Let us know in the comments section below.

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पित्ती उछलने (शीतपित्त) के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय – Hives Causes, Symptoms and Home Remedies in Hindi

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आए दिन कई लोग किसी न किसी त्वचा संबंधी समस्या से जूझते हैं। इसमें से कुछ ऐसी भी हैं, जो किसी संक्रमण के कारण होती हैं। वहीं, कुछ खान-पान और बिगड़ी आहार शैली के कारण भी हो सकती है। इन्हीं में से एक है पित्ती का उछलना, जिसे शीतपित्त भी कहा जाता है। इसमें रोगी का पूरा शरीर खुजली और जलन से लाल होने लगता है। खास यह है कि कुछ मिनट के बाद यह अपने आप ठीक भी हो जाती है। यही कारण है कि इसके इलाज के लिए लोग डॉक्टर से संपर्क करने का फैसला नहीं कर पाते और परेशान रहते हैं। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको पित्ती उछलने के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार के बारे में विस्तार से बता रहे हैं। कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है, तो संभव है कि इस लेख में बताए जाने वाले कुछ घरेलू उपचार फायदे की जगह नुकसान करें। इसलिए, इन घरेलू उपचारों को इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है।

आइए, सबसे पहले हम लेख में पित्ती उछलना क्या है, थोड़ा इस बारे में जान लेते हैं। उसके बाद हम इससे जुड़ी अन्य जरूरी बातों को भी जानेंगे।

पित्ती उछलना क्या है? – What is Hives in Hindi

पित्ती उछलना त्वचा से संबंधित एक विकार है, जो मुख्य रूप से खून की अशुद्धता और कुछ विशेष हार्मोन की सक्रियता के कारण पैदा होता है। यह एक प्रकार का एलर्जिक रिएक्शन हैं, जिसे हाइव्स (Hives) या अर्टिकैरिया (Urticaria) के नाम से भी जाना जाता है। इसमें त्वचा पर अचानक तीव्र जलन और खुजली का एहसास होता है, जो बाद में छोटे या बड़े लाल चकत्तों के रूप में नजर आने लगता है। सामान्य तौर पर इसका प्रभाव कुछ मिनट तक ही रहता है और बाद में अपने आप ठीक भी हो जाता है, लेकिन कुछ रोगियों में इसका प्रभाव लंबे समय तक बना रह सकता है। वहीं, मुंह और गले पर पित्ती आने पर यह श्वास नली को बाधित कर सकता है। इसलिए, ऐसे मामलों में आपको बिना देर किए हुए अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए (1) (2)

लेख के अगले भाग में अब हम आपको पित्ती उछलने के कारण के बारे में बताएंगे।

पित्ती उछलने के कारण – Causes of Hives in Hindi

जैसा कि हम आपको लेख में पहले ही बता चुके हैं कि पित्ती का उछलना एक प्रकार का एलर्जिक रिएक्शन है। इसका मुख्य कारण हिस्टामाइन नाम का एक विशेष हार्मोन है। वहीं, इसके जैसे ही कुछ अन्य रसायनों का अधिक मात्रा में बनना भी पित्ती की वजह बन सकता है। इन हार्मोन्स की अधिकता के लिए कुछ खास चीजें जिम्मेदार हो सकती हैं, जिन्हें इसके कारणों के तौर पर गिना जा सकता है (2)

1. कुछ विशेष चीजें जो बनती हैं पित्ती का कारण

  • जानवरों से झड़ने वाले त्वचा के कुछ अंश (खासकर बिल्लियों से)।
  • कीटों का काटना।
  • कुछ विशेष दवाओं का दुष्प्रभाव।
  • फूलों के पराग कण।
  • सीप, शंख, मछली, नट्स, अंडा व दूध जैसे अन्य खाद्य पदार्थों से एलर्जी के कारण।

2. पित्ती के कुछ सामान्य कारण

  • भावनात्मक तनाव।
  • अधिक ठंड या धूप।
  • अधिक पसीना आने की समस्या।
  • बीमारी या प्रतिरोधक क्षमता से जुड़ी कोई समस्या।
  • मोनोन्यूक्लिओसिस (एक वायरल संक्रमण जो चुंबन से फैलता है)।
  • अधिक व्यायाम।
  • पानी में अधिक समय तक रहने के कारण।

पित्ती उछलने के कारण के बाद अब हम आपको शीतपित्त के लक्षण से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताने जा रहे हैं।

पित्ती उछलने (शीतपित्त) के लक्षण – Symptoms of Hives in Hindi 

शीतपित्त के लक्षण निम्न प्रकार से हैं, जिनके माध्यम से इस समस्या को आसानी से पहचाना जा सकता है (2)

  • खुजली होना।
  • त्वचा पर सूजन के साथ लाल चकत्तों का नजर आना।
  • छोटे-छोटे चकत्तों का आपस में मिलकर एक बड़े उभार के रूप में त्वचा पर दिखना।
  • इन चकत्तों का त्वचा पर आना और मिनटों में इसका गायब हो जाना।
  • डर्मिटोग्राफिज्म, जिसमें हल्की-सी खरोंच लगने पर भी त्वचा में सूजन आ जाती है।

पित्ती के लक्षण जानने के बाद अब हम शीतपित्त के उपचार में किन चीजों को इस्तेमाल में लाया जा सकता है, इस बारे में बताएंगे।

पित्ती उछलने के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies for Hives in Hindi

1. अदरक 

सामग्री :
  • एक चम्मच अदरक का ताजा जूस
  • दो चम्मच शहद 
कैसे इस्तेमाल करें :
  • अदरक के जूस को शहद के साथ मिलाकर पिएं।
  • इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो से तीन बार तक दोहराएं।
कैसे है लाभदायक :

अदरक में प्राकृतिक रूप से एंटी इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाले) गुण मौजूद होते हैं, जो पित्ती के कारण त्वचा पर आने वाली सूजन को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही इसमें ब्लड प्रेशर को कम करके खून के दौरे को नियंत्रित करने के गुण के साथ-साथ प्लाज्मा ट्राइग्लिसराइड, कोलेस्ट्रॉल और लिपोप्रोटीन की अधिकता का कारण बनने वाली अशुद्धियों को दूर कर खून को साफ रखने में मदद कर सकते हैं। मुख्य रूप से रक्त की अशुद्धता पित्ती का एक बड़ा कारण है, जिसके बारे में हम आपको लेख में पहले भी बता चुके हैं। इस वजह से यह कहा जा सकता है कि शीतपित्त के उपचार के तौर पर अदरक शीतपित्त के कुछ लक्षणों को कम कर सकता है (3)

2. टी ट्री-ऑयल 

सामग्री : 
  • टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें (प्रभावित क्षेत्र के हिसाब से)
  • रूई और पट्टी (आवश्यकतानुसार)
कैसे इस्तेमाल करें : 
  • अगर पित्ती से त्वचा का कम क्षेत्र प्रभावित है, तो दो से चार बूंद टी ट्री ऑयल को रूई के टुकड़े पर लेकर प्रभावित त्वचा पर लगाएं।
  • पित्ती अगर त्वचा पर अधिक क्षेत्र तक फैली हुई है, तो एक कप पानी में टी ट्री-ऑयल की करीब 15 बूंदें डालकर पट्टी को उस पानी में भिगोएं और प्रभावित क्षेत्र पर रखें।
  • इस प्रक्रिया को दिन में करीब तीन से चार बार दोहराएं।
कैसे है लाभदायक :

शीतपित्त का घरेलू इलाज करने के लिए आप टी ट्री-ऑयल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें एंटी-बैक्टीरियल प्रभाव मौजूद होता है, जो त्वचा को किसी भी तरह के बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचाता है। वहीं, इसका एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव पित्ती के कारण त्वचा पर होने वाली जलन और सूजन को कम करने में मदद करता है (4)। इस कारण यह माना जा सकता है कि टी ट्री-ऑयल का उपयोग पित्ती के घरेलू उपचार के तौर पर मददगार साबित हो सकता है।

3. ग्रीन टी 

सामग्री : 
  • एक ग्रीन टी बैग
  • एक चम्मच शहद
  • एक कप गर्म पानी 
कैसे इस्तेमाल करें : 
  • ग्रीन टी बैग को एक कप गर्म पानी में पांच से दस मिनट के लिए डालकर छोड़ दें।
  • बाद में इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर धीरे-धीरे सिप करके पिएं।
  • दिन में आप दो से तीन कप तक ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैं। 
कैसे है लाभदायक :

ग्रीन टी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव मौजूद होते हैं, जो संयुक्त रूप से पित्ती के कारण त्वचा पर होने वाली सूजन के साथ-साथ त्वचा से संबंधित बैक्टीरियल इन्फेक्शन के प्रभाव को भी दूर करने में सहायक साबित होते हैं। इसके अलावा, इसमें शरीर से विषैले तत्वों को दूर करने का भी अद्भुत गुण मौजूद होता है (5)। इस कारण यह माना जा सकता है कि ग्रीन टी का सेवन पित्ती के घरेलू उपाय के तौर पर फायदेमंद साबित हो सकता है।

4. हल्दी 

सामग्री : 
  • एक चम्मच हल्दी पाउडर
  • एक गिलास पानी 
कैसे इस्तेमाल करें : 
  • एक गिलास पानी में हल्दी पाउडर को मिलाकर दिन में दो बार पिएं।
  • आप हल्दी का पेस्ट बनाकर त्वचा पर सीधे भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो बार दोहराएं। 
कैसे है लाभदायक : 

हल्दी के उपयोग से भी शीतपित्त का घरेलू इलाज संभव है। कारण यह है कि इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-हिस्टामाइन (हिस्टामाइन हार्मोन को कम करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। वहीं, लेख में ऊपर बताया गया है कि हिस्टामाइन हार्मोन पित्ती का मुख्य कारण बनता है। इसके अन्य कारणों में बैक्टीरियल इन्फेक्शन भी शामिल है, जो त्वचा पर सूजन की वजह बनता है। इस कारण हम कह सकते हैं कि हल्दी के ये सभी गुण पित्ती की समस्या से राहत दिलाने में सहायक साबित हो सकते हैं (6)

5. बेकिंग सोडा 

सामग्री : 
  • करीब एक या आधा चम्मच बेकिंग सोडा (प्रभावित क्षेत्र के अनुसार)
  • पानी (आवश्यकतानुसार)
 कैसे इस्तेमाल करें : 
  • किसी बर्तन में एक चम्मच बेकिंग सोडा और आवश्यक पानी मिलाकर उसका पेस्ट तैयार कर लें।
  • अब इस पेस्ट को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं और पांच से दस मिनट सूखने के लिए छोड़ दें।
  • समय पूरा होने के बाद आप इसे ठंडे पानी से धो डालें।
  • इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो बार दोहराएं।
कैसे है लाभदायक : 

पित्ती के घरेलू उपाय में आप बेकिंग सोडा को भी इस्तेमाल कर सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, बेकिंग सोडा के पेस्ट को त्वचा पर जलन, खुजली और सूजन को दूर करने में सहायक माना गया है (7), जो कि पित्ती के लक्षण हैं। वहीं, नहाने के पानी में इसे डालकर उपयोग करने से पित्ती की समस्या में राहत मिलती है (8)। इस कारण यह कहा जा सकता है कि बेकिंग सोडा पित्ती की समस्या से कुछ हद तक छुटकारा दिला सकता है।

6. एलोवेरा जेल 

सामग्री : 
  • ताजा एलोवेरा जेल
कैसे इस्तेमाल करें : 
  • एलोवेरा के पत्ते को काटकर उसके बीच से ताजा जेल निकाल लें।
  • अब इस जेल को प्रभावित त्वचा पर लगाएं।
  • 20 से 30 मिनट तक लगा रहने के बाद आप इसे ठंडे पानी से धो लें।
  • इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो बार इस्तेमाल करें। 
कैसे है लाभदायक :

एलोवेरा में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव के साथ-साथ त्वचा को रिपेयर करने का गुण मौजूद होता है। यह गुण त्वचा संबंधी कई समस्याओं को ठीक करने में सहायक माना जाता है (9)। वहीं, पित्ती की समस्या में यह गुण इसके कारण और लक्षणों को रोकने में सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है। इस कारण हम कह सकते हैं कि पित्ती के लिए घरेलू उपचार में एलोवेरा जेल का उपयोग एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।

7. नारियल तेल 

सामग्री : 
  • प्राकृतिक नारियल का तेल (आवश्यकतानुसार) 
कैसे इस्तेमाल करें : 
  • प्रभावित क्षेत्र पर हल्के हाथों से नारियल के तेल से मसाज करें।
  • उसके बाद इसे कुछ घंटों के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
  • कुछ समय बाद यह अपने आप त्वचा में अवशोषित (Absorbed) हो जाएगा।
  • इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो बार दोहराएं। 
कैसे है लाभदायक :

नारियल का तेल एक प्राकृतिक मॉइस्चराइजर माना गया है, जो त्वचा को नमी प्रदान कर खुजली, जलन और चकत्तों को दूर करने में मदद करता है (10)। वहीं इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण बैक्टीरियल इन्फेक्शन को रोकने का काम करते हैं, जो पित्ती के कारणों में से एक है (11)। यही वजह है कि नारियल के तेल को शीतपित्त का आयुर्वेदिक इलाज करने के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

8. लोशन

सामग्री : 
  • कैलेमाइन लोशन या विच हेजल लोशन (आवश्यकतानुसार)
  • एक रूई का टुकड़ा 
कैसे इस्तेमाल करें : 
  • रूई के टुकड़े को लोशन में डुबोएं और प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
  • इस प्रक्रिया को दिन में करीब तीन बार लगाएं। 
कैसे है लाभदायक : 

पित्ती के लिए घरेलू उपचार में आप कैलेमाइन लोशन या विच हेजल लोशन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, कैलेमाइन लोशन त्वचा पर चकत्ते और खुजली की समस्या को दूर करने में सहायक माना जाता है (12), जो पित्ती के मुख्य लक्षणों में शामिल हैं। वहीं, विच हेजल लोशन में एस्ट्रिंजेंट गुण मौजूद होता है, जो त्वचा को साफ कर जलन और खुजली की समस्या में राहत पहुंचाता है और इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पित्ती से होने वाली सूजन को कम करने में मदद कर सकता है (13)

9. नहाना 

सामग्री : 
  • एक बाल्टी ठंडा पानी
  • दो से तीन कप पिसा हुआ ओटमील 
कैसे इस्तेमाल करें : 
  • नहाने के पानी में ओटमील डालकर 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ दें।
  • समय पूरा होने के बाद इस पानी को नहाने के लिए इस्तेमाल करें।
  • इस प्रक्रिया को प्रतिदिन दोहराएं। 
कैसे है लाभदायक :

ठंडे पानी से नहाने से त्वचा साफ होती है और शरीर का तापमान नियंत्रित होता है, जो पित्ती के कारणों में से एक है। वहीं, इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव सूजन को कम करने में मदद करता है (14)। अब बात करें ओटमील की तो इसमें भी त्वचा को साफ करने, मॉइस्चराइज करने और सूजन को कम करने का गुण पाया जाता है (15)। इस कारण अगर आप नहाने के पानी में ओटमील का इस्तेमाल करते हैं, तो यह उपचार अधिक प्रभावशाली साबित हो सकता है।

10. पित्ती के लिए जड़ी बूटी 

सामग्री :
  • डेविल्स क्लॉ (एक औषधीय पौधा) का कैप्सूल या टैबलेट
कैसे इस्तेमाल करें : 
  • 500 एमजी डेविल्स क्लॉ के कैप्सूल या टैबलेट का सेवन करें। 
कैसे है लाभदायक :

शीतपित्त का आयुर्वेदिक इलाज करने के लिए डेविल्स क्लॉ को इस्तेमाल में लाया जा सकता है। दरअसल, यह एक ऐसी औषधि है, जिसे एलर्जिक रिएक्शन को दूर करने में सहायक माना गया है। वहीं, इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को भी कम करने में मदद करता है (16)। यह दोनों ही पित्ती की समस्या के लक्षण और कारण हैं। इस कारण डेविल्स क्ला को पित्ती के लिए घरेलू उपचार के तौर पर इस्तेमाल में लाया जा सकता है। डेविल्स क्लॉ के कैप्सूल या टैबलेट का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से पूछ लें कि इससे आपको को दुष्प्रभाव तो नहीं होगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि कुछ लोगों को यह सूट नहीं करता है।

11. फिश ऑयल 

सामग्री : 
  • फिश ऑयल कैप्सूल
कैसे इस्तेमाल करें : 
  • जब तक समस्या ठीक न हो जाए, तब तक प्रतिदिन एक कैप्सूल फिश ऑयल का सेवन किया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक : 

फिश ऑयल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है (17), जिसकी सहायता से पित्ती की सूजन में राहत मिलती है। इस कारण इसे पित्ती के उपचार के तौर पर इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इस कैप्सलू का सेवन भी डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। 

नोट- उपरोक्त बताए गए पित्ती के घरेलू उपचार को अपनाने से पहले यह सुनिश्चित जरूर कर लें कि आपको इस्तेमाल में लाई जाने वाली सामग्री से कोई एलर्जिक रिएक्शन न हो। इसलिए, बेहतर होगा कि डॉक्टर से पूछने के बाद ही इन घरेलू उपचारों में इस्तेमाल में लाएं।

पित्ती के घरेलू उपचार के बाद अब हम आपको इससे बचाव संबंधी कुछ उपाय बताएंगे। 

पित्ती उछलने (शीतपित्त) से बचाव  – Prevention Tips for Hives in Hindi

पित्ती से बचाव संबंधी उपायों की बात करें, तो इसके कारणों से बचकर इस समस्या को दूर रखा जा सकता है (2)

  • किसी दवा विशेष के कारण यह एलर्जी है, तो उसका सेवन बंद करें।
  • खाद्य पदार्थ से एलर्जी की स्थिति में उस खाद्य पदार्थ को पहचाने और अपने आहार से अलग करें।
  • फूलों के पराग अगर पित्ती का कारण हैं, तो फूलों से दूरी बनाएं।
  • तनाव को दूर रखें।
  • अधिक ठंडे या गर्म स्थान पर न रहें।
  • अधिक व्यायाम न करें।
  • पानी में अधिक देर तक भीगने से बचें।

पित्ती उछलने के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में तो आप अच्छी तरह जान गए होंगे। अगर आपकी जानकारी में कोई भी इस समस्या से परेशान हैं, तो लेख में सुझाए गए पित्ती के लिए घरेलू उपचार इससे छुटकारा दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं। बस जरूरी है तो एक बार लेख में दी गई सभी जानकारियों को सावधानी से पढ़ने की, ताकि आवश्यक और अनुकूल प्रभाव हासिल हो सकें। इस संबंध में कोई अन्य सुझाव या सवाल हो, तो उसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से उसे हम तक जरूर पहुंचाएं।

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चंदन के तेल के 15 फायदे और नुकसान – Sandalwood Oil Benefits and Side Effects in Hindi

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चंदन के तेल को प्राचीन समय से ही त्वचा, सेहत और बालों के लिए उपयोग किया जा रहा है। यही कारण है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको चंदन के तेल के गुण, उपयोग और फायदों के बारे में विस्तृत जानकारी दे रहे हैं। बेशक, कई शारीरिक समस्याओं में चंदन के तेल का इस्तेमाल काफी हद तक मददगार साबित हो सकता है, लेकिन इसे समस्याओं का पूर्ण इलाज नहीं कहा जा सकता। इसलिए, इसके किसी भी प्रकार के उपयोग से पहले डॉक्टरी परामर्श जरूरी है। यह जरूर है कि इसे इस्तेमाल में लाने से विभिन्न समस्याओं से कुछ राहत मिल सकती है।

आइए, चंदन के तेल के गुण और चंदन के तेल के फायदे जानने से पहले थोड़ा चंदन के तेल के बारे में जान लेते हैं।

चंदन का तेल क्‍या है? – What is Sandalwood Oil in Hindi

चंदन के पेड़ से तैयार किए जाने वाले तेल को चंदन का तेल कहा जाता है। इसमें चंदन के वृक्ष के समान औषधीय गुण और सुगंध मौजूद होती है। चंदन का वैज्ञानिक नाम सैंटालम एल्बम (Santalum Album) है। इसके पेड़ को सभी वृक्षों में सबसे सुगंधित माना गया है। कहा जाता है कि जितने पुराने चंदन के पेड़ से तेल बनाया जाता है, वह उतना ही गुणवान और फायदेमंद साबित होता है।

चंदन के तेल के बारे में जानने के बाद लेख के अगले भाग में अब हम आपको चंदन के तेल के फायदे से जुड़ी जानकारी देंगे।

चंदन के तेल के फायदे – Benefits of Sandalwood Oil in Hindi

1. अनिद्रा की समस्या के लिए

चंदन के तेल में सैंटालोल (Santalol) नाम का एक खास तत्व पाया जाता है, जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र से संबंधित तनाव को दूर कर अनिद्रा की समस्या से राहत दिलाने में सहायता कर सकता है। इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि चंदन के तेल से सिर की मसाज कर नींद न आने की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है (1)

2. चिंता से दिलाए मुक्ति 

चंदन के तेल से संबंधित एक शोध में पाया गया कि चंदन के तेल से मसाज करने से चिंता और तनाव जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है (2)। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि चिंता और तनाव को दूर रखने के लिए चंदन के तेल की मसाज काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।

3. सूजन से दिलाए राहत

चंदन के तेल के गुण में से एक यह भी है कि यह त्वचा से संबंधित सूजन को दूर करने में भी सकारात्मक परिणाम दे सकता है। दरअसल, इसमें कई औषधीय गुणों के साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाला) प्रभाव भी पाया जाता है (3)। इस कारण यह माना जा सकता है कि यह त्वचा पर आने वाली किसी भी तरह की सूजन को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।

4. मूत्र मार्ग के संक्रमण में लाभदायक

मूत्र मार्ग के संक्रमण में चंदन तेल के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ की बात करें, तो इसमें एंटीसेप्टिक (बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने वाला), डियूरेटिक्स (मूत्रवर्धक), एंटीस्कैबिएटिक (संक्रमण से बचाव करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। यह तीनों प्रभाव संयुक्त रूप से मूत्राशय और मूत्र मार्ग से संबंधित संक्रमण को दूर करने में मदद करते हैं और साथ ही यूरीनेशन की प्रक्रिया में भी आराम दिला सकते हैं (4)

5. एंटीसेप्टिक एजेंट के रूप में करता है कार्य

जैसा कि आपको लेख में पहले भी बताया जा चुका है कि चंदन के तेल में एंटी-सेप्टिक (बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकना) प्रभाव भी पाया जाता है (4)। इस कारण यह शरीर को अंदर और बाहर दोनों स्थितियों में बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचाव करने में सहायक साबित हो सकता है।

6. प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए

प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने के साथ-साथ प्रतिरोधक प्रणाली से संबंधित समस्याओं को दूर करने में भी चंदन का तेल सहायक साबित हो सकता है। सोराइसिस की समस्या के लिए चंदन के तेल के फायदे पर किए गए एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि यह समस्या प्रतिरोधक प्रणाली में गड़बड़ी के कारण भी हो सकती है, जिसके इलाज में चंदन का तेल मदद कर सकता है (3)। इस प्रकार कहा जा सकता हैं कि यह प्रतिरोधक क्षमता में सुधार कर सकता है। हालांकि, सीधे तौर पर यह प्रतिरोधक क्षमता पर कैसे काम करता है, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

7. याददाश्त में करे सुधार

चंदन के तेल के फायदे याददाश्त में सुधार करने के भी काम आ सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, इसमें कूलेंट (ठंडा करने वाला) गुण पाया जाता है। यह गुण तनाव को कम करता है। इसके अलावा, इसमें कई अन्य ऐसे खास तत्व भी मौजूद होते हैं, जो दिमागी स्वास्थ्य के साथ-साथ याददाश्त को बढ़ावा देने में भी सहायता करते हैं (5)। इस कारण यह माना जा सकता ही कि चंदन के तेल से मसाज करने के साथ-साथ इसका सेवन करने से भी याददाश्त में कुछ सुधार नजर आ सकता है। फिलहाल, इस संबंध में अभी और शोध की आवश्यकता है।

8. ब्लड प्रेशर को करे नियंत्रित

हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में भी चंदन तेल के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ हासिल किए जा सकते हैं। दरअसल, इसमें एक खास तत्व अल्फा सैंटालोल (alpha-santalol) पाया जाता है, जिस कारण इसमें एक खास सुगंध पाई जाती है। यह तत्व अपनी खुशबू से शरीर में कई जरूरी हार्मोन्स को सक्रिय करने में मदद करता है, जो चिंता, तनाव, त्वचा की गर्मी, हृदय की धड़कन और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायता करता है (6)। इस कारण यह कहा जा सकता है कि चंदन के तेल को सूंघने से ब्लड-प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।

9. तनाव को करे दूर

इस लेख में पहले बताया गया हैं कि चंदन का तेल चिंता और तनाव जैसे मानसिक विकारों को दूर करने में मदद कर सकता है। दरअसल, इसमें मौजूद खास तत्व अल्फा सैंटालोल (alpha-santalol) चिंता और तनाव जैसी समस्याओं को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकता है (6)। इसके लिए बस आपको रूई के टुकड़े में चंदन के तेल की कुछ बूंदें लेकर सूंघना होगा।

10. मेनोपॉज के लक्षणों में दिलाए राहत

मेनोपॉज ऐसी स्थिति है, जिसमें महिलाओं का मासिक चक्र आना बंद हो जाता है। ऐसा उनके शरीर में उम्र के साथ होने वाले कई हार्मोनल बदलाव के कारण होता है। साथ ही उनमें चिंता, तनाव, अवसाद और मन बदलाव जैसे लक्षण देखे जाते हैं (7)। वहीं, चंदन के तेल में मौजूद खास तत्व अल्फा सैंटालोल (alpha-santalol) इन सभी लक्षणों को कुछ कम कर सकता है (6)। इस कारण हम यह कह सकते हैं कि चंदन तेल के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ मोनोपोजल लक्षणों से निजात पाने के लिए भी मददगार साबित हो सकते हैं।

11. शरीर की दुर्गंध मिटाए 

जैसा कि आप जान ही चुके हैं कि चंदन के तेल में अल्फा सैंटालोल (alpha-santalol) नाम का एक खास तत्व मौजूद होता है, जिस कारण इसमें सुंगध रहती है (6)। यह सुगंध शरीर की दुर्गंध में भी सहायक हो सकती हैं। इसके लिए आप चंदन के तेल की कुछ बूंदों को नहाने के पानी में इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, इस सुगंध के कारण ही इसे कई परफ्यूम्स में विशेष तौर पर इस्तेमाल में लाया जाता है (5)

12. पेट से जुड़ी समस्याओं से दिलाए छुटकारा 

चंदन के तेल के गुण में से एक यह भी है कि इसे पाचन स्वास्थ्य के लिए भी सहायक माना गया। साथ ही यह पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे:- आंत में घाव, पेट में गैस और पेट के अल्सर की समस्या को दूर करने में भी मदद करता है (8)। इस कारण यह कहा जा सकता है कि चंदन का तेल पेट से जुड़ी कई समस्याओं को हल करने का एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।

13. त्वचा के रंग को करे साफ

त्वचा की रंगत में सुधार के लिए भी आप चंदन के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको इसकी कुछ बूंदें रूई के टुकड़े में लेकर अपने चेहरे पर लगानी होंगी। दरअसल, इसमें सेसक्यूटरपेनॉइड एल्कोहल्स (Sesquiterpenoid Alcohols) पाया जाता है, जो त्वचा की रंगत को साफ करने में मदद कर सकता है (9)। इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि इसका इस्तेमाल आपकी त्वचा के रंग को साफ करने में लाभकारी साबित हो सकता है।

14. मुंहासों से दिलाए छुटकारा 

त्वचा से संबंधित कई समस्याओं के लिए भी चंदन के तेल को फायदेमंद माना गया है, जिनमें मुंहासों की समस्या भी शामिल है (10)। इस कारण हम कह सकते हैं कि चंदन के तेल के इस्तेमाल से मुंहासे की समस्या से भी काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है।

15. बालों के विकास के लिए लाभदायक 

चंदन के तेल का इस्तेमाल बालों के विकास के लिए भी सहायक साबित हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह बालों की जड़ों में जमा होने वाले मास्ट सेल्स (डेड स्किन) को हटाकर बालों के विकास को बढ़ावा देता है (11)। इस कारण यह माना जा सकता है कि बालों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए चंदन के तेल का उपयोग लाभकारी परिणाम दे सकता है।

चंदन के तेल के फायदे जानने के बाद अब हम इसके उपयोग के बारे में आपको जानकारी देंगे।

चंदन के तेल का उपयोग – How to Use Sandalwood Oil in Hindi

सेहत, त्वचा और बालों के लिए चंदन के तेल को निम्न प्रकार से इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

  • त्वचा पर इस्तेमाल के लिए आप इसकी दो से चार बूंदें रूई पर लेकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • शरीर की दुर्गंध की समस्या के लिए आप इसकी कुछ बूंदें नहाने के पानी में भी डाल सकते हैं।
  • वहीं, स्वास्थ्य संबंधी लाभ के लिए दो बूंदें रूई पर लेकर सूंघना लाभकारी माना जाता है।
  • आप विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में इसे करीब आधा से एक चम्मच तक उपयोग कर सकते हैं।

नोट : चंदन के तेल को कितना इस्तेमाल या सेवन करना है, बेहतर यही होगा कि इस बारे में आप डॉक्टर से पूछें।

लेख के अगले भाग में हम चंदन के तेल के नुकसान के बारे में बात करेंगे। 

चंदन के तेल के नुकसान – Side Effects of Sandalwood Oil in Hindi

हालांकि, कई मामलों में चंदन का तेल फायदेमंद साबित होता है, लेकिन इसे संतुलित मात्रा में इस्तेमाल करना जरूरी है, अन्यथा चंदन के तेल के नुकसान भी देखने को मिल सकते हैं।

  • इसमें मौजूद अल्फा सैंटालोल (एक रासायनिक तत्व) के कारण त्वचा पर इसका इस्तेमाल बहुत कम मात्रा में ही करना चाहिए। यह त्वचा पर खुजली और जलन का कारण बन सकता है। इसलिए, आप चंदन के तेल को पतला करने के लिए इसमें नारियल का तेल मिक्स कर सकते हैं (12)
  • सेवन के लिए इसे खाने के व्यंजन में संतुलित मात्रा में ही इस्तेमाल करना चाहिए। इसका सीधा उपयोग करने का प्रयास बिल्कुल भी न करें (12)
  • स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाती है। हालांकि, इसके पीछे की वजह का कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।

चंदन तेल के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ और गुणों से परिचित होने के बाद यह क्या है और किन-किन समस्याओं में फायदेमंद साबित हो सकता है, इस विषय में तो शायद ही कोई संशय बचा हो। लेख के माध्यम से हमने आपको चंदन के तेल के फायदे और उपयोग विस्तार से बता दिए हैं। साथ ही ध्यान में रखें कि लेख में बताई गईं सेहत, त्वचा और बालों से संबंधित समस्याओं में यह सकारात्मक परिणाम जरूर देता है, लेकिन यह इन समस्याओं का उपचार नहीं है। इसलिए, इसके उपयोग से पहले डॉक्टरी परामर्श लेना आवश्यक है। उम्मीद है कि यह लेख आपकी सेहत और स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं को दूर करने में सहायक साबित होगा। इस विषय में कोई अन्य सुझाव या सवाल अगर हो तो उसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से हम तक जरूर पहुंचाएं।

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शिलाजीत के फायदे, उपयोग और नुकसान – Shilajit Benefits and Side Effects in Hindi

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शिलाजीत, हिमालयी क्षेत्र में पाया जाने वाला एक खास खनिज पदार्थ है। माना जाता है कि यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है और कई शारीरिक समस्याओं से बचाव और उनके असर को कम करने में मदद कर सकता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको शिलाजीत के फायदे, शिलाजीत का प्रयोग और शिलाजीत खाने का तरीका बताने जा रहे हैं। साथ ही आपको शिलाजीत के नुकसान और शिलाजीत की पहचान कैसे करें, इस विषय में भी जानकारी देंगे। इस लेख में बताए गए शिलाजीत के फायदे आपको बीमारी से बचाने में मदद कर सकते हैं। वहीं, अगर किसी को कोई बीमारी है, तो उससे उबरने में मदद कर सकते हैं।

सबसे पहले आइए जानते हैं कि शिलाजीत क्या है?

शिलाजीत क्या है? – What is Shilajit in Hindi

शिलाजीत एक प्राकृतिक खनिज पदार्थ है। यह मुख्य रूप से हिमालय पर्वत क्षेत्रों में पाया जाता है। इसका निर्माण प्राकृतिक रूप से अपने आप ही होता है, लेकिन इसे बनने में हजारों साल लगते हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि यूफोरबिया, रायलियाना और ट्राइफोलिया रेपेंस जैसी पौधों की प्रजातियों के अपघटन (Decomposition) क्रिया के बाद यह तैयार होता है। इस आधार पर शिलाजीत को प्रकृति का अनमोल उत्पाद भी माना जाता है (1)। यह चिपचिपा होता है और शुद्ध रूप में इसकी महक गौमूत्र की तरह होती है (2)

आइए, अब लेख के अगले भाग में जानते हैं कि शिलाजीत आपके स्वास्थ्य के लिए किस प्रकार लाभदायक है।

शिलाजीत के फायदे – Benefits of Shilajit in Hindi

शिलाजीत के स्वास्थ्य फायदे आपको नीचे बताए जा रहे हैं।

1. हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में

हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को शिलाजीत के फायदे मिल सकते हैं। दरअसल, शिलाजीत में पोटैशियम की मात्रा पाई जाती है (3)। विशेषज्ञों के द्वारा किए गए वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह बताया गया कि पोटैशियम का सेवन ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम कर सकता है (4)। इस प्रकार कहा जा सकता है कि शिलाजीत आपको उच्च रक्तचाप की समस्या से निजात दिलाने में मदद कर सकता है।

2. अर्थराइटिस के इलाज में

अगर कोई अर्थराइटिस की समस्या से परेशान है, तो शिलाजीत का प्रयोग उनके लिए लाभकारी हो सकता है। अर्थराइटिस दर्द और सूजन की बीमारी है, जो शरीर के जोड़ वाले हिस्सों को अपनी चपेट ले लेती है और पीड़ित को सूजन व दर्द की समस्या से गुजरना पड़ता है (5)। वहीं, शिलाजीत में फुलविक एसिड के रूप में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है (1)। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण अर्थराइटिस में होने वाले दर्द और सूजन से आपको राहत दिला सकता है (6)

3. डायबिटीज के उपचार में

शिलाजीत का प्रयोग डायबिटीज से बचने के लिए भी किया जा सकता है। दरअसल, शिलाजीत में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं। यह ब्लड ग्लूकोज के स्तर को सुधारने में मदद करता है। इसलिए, शिलाजीत का सेवन डायबिटीज से बचने में फायदेमंद साबित हो सकता है (7)। वहीं, अगर किसी को डायबिटीज है, तो शिलाजीत का प्रयोग करने से उसके लक्षणों को कम किया जा सकता है।

4. कोलेस्ट्रॉल के संतुलन के लिए

कोलेस्ट्रॉल से बचने के लिए भी शिलाजीत का प्रयोग किया जा सकता है। कोलेस्ट्रॉल मोम जैसा वसा पदार्थ होता है, जो आपके शरीर की सभी कोशिकाओं में पाया जाता है (8)। शिलाजीत में सीरम कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने का प्रभावी गुण पाया जाता है (9)। इसलिए, अगर आप कोलेस्ट्रॉल से बचना चाहते हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर शिलाजीत को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

5. अल्जाइमर की स्थिति में

अल्जाइमर रोग में मस्तिष्क की कार्यप्रणाली ठीक से कार्य नहीं करती, जिसका प्रभाव आपकी याददाश्त, सोच और व्यवहार पर पड़ता है (10)। इस स्थिति से बचने के लिए शिलाजीत का प्रयोग लाभदायक हो सकता है। दरअसल, शिलाजीत में पाए जाने वाले फुलविक एसिड में याददाश्त की क्षमता को बढ़ाने का गुण पाया जाता है, जो अल्जाइमर की स्थिति में लाभदायक हो सकता है। इसके अलावा, फुलविक एसिड में एंटी-एग्रीगेशन (Antiaggregation – एक चिकित्सकीय गुण) गुण पाया जाता है, जो अल्जाइमर के इलाज में आपके काम आ सकता है (11)

6. हृदय स्वास्थ्य के लिए

अगर शिलाजीत खाने का तरीका सही रूप से इस्तेमाल किया जाए, तो यह हृदय को भी स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। शिलाजीत में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है (12) (1)। एक वैज्ञानिक शोध में बताया गया है कि एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने के साथ-साथ कैंसर और हृदय रोग से भी बचाता है (13)

7. एनीमिया की स्थिति में

एनीमिया की स्थिति में खून में रेड ब्लड सेल्स की कमी भी हो जाती है, साथ ही रक्त के साथ ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा शरीर के सभी हिस्सों तक नहीं पहुंचा पाती है (14)। ऐसे में शिलाजीत के जरिए इस रोग से बचा जा सकता है। शिलाजीत में आयरन की मात्रा पाई जाती है, जो एनीमिया को होने नहीं देता और अगर किसी को एनीमिया है, तो उसके लक्षणों को करने में प्रभावी रूप से कार्य कर सकता है (12)

8. थकान की समस्या को दूर करने के लिए

शिलाजीत का सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत और थकान को दूर करने का काम कर सकता है। इससे आप हर समय खुद को तंदुरुस्त और तरोताजा महसूस कर सकते हैं। फिलहाल, यह कहना मुश्किल है कि शिलाजीत में ऐसे क्या गुण होते हैं, जो हमें हमेशा तंदुरुस्त रखते हैं। इस संबंध में वैज्ञानिक अभी शोध कर रहे हैं (9)

9. इनफर्टिलिटी और टेस्टोस्टेरोन के लिए

इनफर्टिलिटी की समस्या से बचने के लिए भी शिलाजीत का सेवन किया जा सकता है। दरअसल, शिलाजीत में सक्रिय एंड्रोजेनिक (Androgenic – एक हार्मोन) का गुण पाया जाता है, जो कैडमियम (Cadmium – एक रासायनिक तत्व) के कारण होने वाली इनफर्टिलिटी के विपरीत प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकते हैं (15)

टेस्टोस्टेरोन एक मेल हार्मोन है, जो यौन क्रिया से संबंधित होता है (16)। हंटिंगटन कॉलेज ऑफ हेल्थ साइंस (Huntington College of Health Sciences) के द्वारा किए गए एक वैज्ञानिक अध्ययन में देखा गया है कि शिलाजीत ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके टेस्टोस्टेरोन और स्पर्म काउंट को बढ़ाने के साथ स्पर्म की गतिविधि को तेज करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर सकता है (17)

10. यूरीनरी (Urinary) संबंधी समस्याएं

शिलाजीत के फायदे यूरीनरी संबंधी समस्याओं को दूर करने में लाभदायक साबित हो सकते हैं। दरअसल, शिलाजीत में फुलविक एसिड की मात्रा पाई जाती है। यह एसिड यूरीनरी संबंधी समस्याओं से बचाने में आपकी मदद कर सकता हैं (1)

11. दिमाग तेज करने के लिए

शिलाजीत खाने का तरीका सही रूप से इस्तेमाल करके दिमाग को तेज किया जा सकता है। दरअसल, शिलाजीत कॉग्निटिव डिसऑर्डर (Cognitive Disorders – मस्तिष्क संबंधी विकार) के लक्षणों पर प्रभावि रूप से कार्य कर दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ा सकता है। वहीं, नियमित रूप से इसका सेवन करने से मस्तिष्क की कार्यक्षमता तेज हो सकती है (1)

12. एंटी-एजिंग के रूप में

आज के समय में हर कोई युवा और जवां दिखने की चाहत रखता है। यहां शिलाजीत एक बेहतर विकल्प के रूप में साबित हो सकता है। दरअसल, शिलाजीत में एंटी-एजिंग गुण पाए जाते हैं। यह शरीर पर नजर आने वाले बढ़ती उम्र के प्रभाव को कुछ हद तक कम कर सकता है। यह कोशिकाओं को कमजोर होने से रोकने और उन्हें सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है (3)

शिलाजीत के स्वास्थ्य लाभ जानने के बाद, इसे उपयोग के तरीके के बारे में बात करते हैं।

शिलाजीत का उपयोग – How to Use Shilajit in Hindi

यहां हम शिलाजीत को उपयोग करने के कुछ विकल्प दे रहे हैं। आप इसे उपयोग करने से पहले किसी आहार विशेष से एक बार जरूर पूछ लें।

  • इलाइची के दाने और शहद के साथ शिलाजीत पाउडर का सेवन किया जा सकता है।
  • शिलाजीत का सेवन घी या मक्खन के साथ भी कर सकते हैं।
  • शिलाजीत का सेवन दूध के साथ भी किया जा सकता है।
  • नारियल तेल के साथ भी शिलाजीत का सेवन किया जा सकता है।

कब खाएं : शिलाजीत का सेवन रात को सोने से पहले और व्यायाम करने से पहले किया जा सकता है।

कितनी मात्रा में खाएं : बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन शिलाजीत की 300-500 मिलीग्राम मात्रा का उपयोग किया जा सकता है (18)। शिलाजीत की यह मात्रा प्रत्येक व्यक्ति की शारीरिक क्षमता के अनुसार कम या ज्यादा हो सकती है। इस बारे में आपको डॉक्टर बेहतर बता सकते हैं।

शिलाजीत के कुछ नुकसान भी हैं, जो कुछ स्थितियों में आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

शिलाजीत के नुकसान – Side Effects of Shilajit in Hindi

शिलाजीत के सेवन से निम्न प्रकार के दुष्प्रभाव नजर आ सकते हैं :

  • शिलाजीत की तासीर गर्म होती है, जिस कारण अधिक सेवन करने से आपको सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
  • शिलाजीत का सेवन अगर अशुद्ध रूप में किया जाए, तो इससे आपको नशा भी हो सकता है, क्योंकि इसमें माइकोटॉक्सिन (फंगस द्वारा उत्पन्न एक विषैला पदार्थ) और फ्री रेडिकल्स आदि मौजूद होते हैं (1)

अभी तक कई लोग शिलाजीत का सेवन केवल पुरुषत्व बढ़ाने के लिए ही कर रहे होंगे, लेकिन इसके विभिन्न फायदों को जानने के बाद शिलाजीत को अब कई स्वास्थ्य फायदों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, इस बात पर जरूर ध्यान दें कि यह बताई गई बीमारियों का सटीक इलाज नहीं है, लेकिन यह इनसे बचाव या फिर बीमार होने की अवस्था में इसमें सुधार करने में सहायक भूमिका निभा सकता है। इससे होने वाले किसी भी तरह के दुष्प्रभाव से बचने के लिए इसका सेवन डॉक्टरी परामर्श पर ही करें। अगर आप शिलाजीत के सेवन से जुड़ा कोई सवाल हमसे पूछना चाहते हैं, तो उसे नीचे दिए गए कॉमेंट बॉक्स के जरिए हम तक पहुंचा सकते हैं।

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विच हेज़ल के 15 फायदे और नुकसान – Witch Hazel Benefits and Side Effects in Hindi

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सदियों से जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल शारीरिक समस्याओं के इलाज में किया जाता रहा है। आज भी वैकल्पिक उपचार रूप में इनका महत्व बहुत है। इस उपचार पद्धति की खासियत यह है कि इसमें प्राकृतिक चीजों को शामिल किया गया है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में एक ऐसी ही खास जड़ी-बूटी विच हेज़ल के औषधीय गुणों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। यह एक गुणकारी औषधि है, जो कई शारीरिक समस्याओं से बचाव और इलाज में सहायक भूमिका निभा सकती है, लेकिन इसे सटीक इलाज न माना जा सकता। आइए, सबसे पहले जानते हैं कि विच हेज़ल क्‍या है और शरीर के लिए विच हेज़ल के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं।

इस लेख के शुरूआत में सबसे पहले विच हेज़ल क्‍या है यह जान लेना जरूरी है।

विच हेज़ल क्‍या है? – What is Witch Hazel in Hindi

विच हेज़ेल एक फूल वाला पौधा है, जो उत्तरी अमेरिका, जापान और चीन में पाया जाता है। इसे विंटरब्लूम भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम हैमामेलिस वर्जिनिआना (Hamamelis virginiana) है। यह झाड़ीनुमा पौधा होता है और इसकी ऊंचाई 15 से 20 फुट तक हो सकती है। इसकी कई प्रजातियां मौजूद हैं। यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है, इसलिए इसका इस्तेमाल दवाई के रूप में भी किया जाता है (1)।

विच हेज़ल क्‍या है यह जानने के बाद अब बारी आती है विच हेज़ल के फायदे जानने की। नीचे हम आपको इसके फायदों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

विच हेज़ल के फायदे – Benefits of Witch Hazel in Hindi

वैसे तो विच हेज़ल के फायदे अनेक हैं, लेकिन सभी के बारे में बताना संभव नहीं है। इसलिए, हम कुछ महत्वपूर्ण फायदों के बारे में यहां जानकारी जरूर दे रहे हैं। नीचे विस्तार से जानिए विच हेज़ल के फायदे।

1. एक्जिमा और सोरायसिस के लिए विच हेज़ल के फायदे

एक्जिमा या सोरायसिस से पीड़ित व्यक्ति विच हेज़ल का लाभ उठा सकते हैं। ये दोनों त्वचा संबंधी बीमारी हैं, जिनमें त्वचा पपड़ीदार और लाल हो जाती है। साथ ही त्वचा में जलन और तेज खुजली भी होती है। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग कर इन प्रभावों को कम किया जा सकता है। दरअसल, इसमें एसेंशियल ऑयल, टैनिन (Tannin), कैटेकिन (catechins) और कोलीन (Choline) पाए जाते हैं। ये सभी गुण इसे कारगर एंटीऑक्सीडेंट और एस्ट्रिंजेंट (Astringent) बनाते हैं, जो त्वचा समस्या से आराम दिलाने में मदद कर सकते हैं (2) (3)।

आप ग्लिसरीन के साथ विच हेज़ल का उपयोग कर सकते हैं या आप इसका मलहम भी लगा सकते हैं, लेकिन बेहतर होगा कि इस बारे में आप एक बार डॉक्टर की सलाह लें। डॉक्टर आपकी समस्या की गंभीरता के अनुसार इसे उपयोग करने का तरीका बताएंगे।

2. कान के संक्रमण के लिए विच हेज़ल के फायदे

कई बार बैक्टीरिया और वायरस के कारण कान में संक्रमण हो जाता है (4)। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग लाभकारी साबित हो सकता है, क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं, जो संक्रमण को कम करने में मदद कर सकते हैं (3) (5), लेकिन इस पर अभी और शोध की जरूरत है। पीड़ित ड्रॉपर की मदद से एक या दो बूंद विच हेज़ल कान में डाल सकते हैं। बेहतर होगा कि आप इसे उपयोग करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूरी लें, क्योंकि डॉक्टर संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए बताएंगे कि आप इसे उपयोग कर सकते हैं या नहीं।

3. स्ट्रेच मार्क्स के लिए विच हेज़ल का उपयोग

गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स होना सामान्य है। ऐसे में कुछ लोग स्ट्रेच मार्क्स के निशान हल्का करने के लिए भी विच हेज़ल का उपयोग करते हैं। हालांकि, स्ट्रेच मार्क्स के निशान पर यह कितना और कैसे प्रभावकारी है, इसका अभी तक कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है।

4. वैरिकोज वेंस के लिए विच हेज़ल का उपयोग

त्वचा के नीचे सूजी या मुड़ी हुई नसें वैरिकोज वेंस कहलाती हैं। ऐसा आमतौर पर टांगों की नसों में होता है। मोटापे से ग्रस्त लोगोंं व गर्भवती महिलाओं को यह समस्या ज्यादा होती है (6)। ऐसे में विच हेज़ल इस परेशानी को कुछ हद तक कम कर सकता है। बाजार में मिलने वाले विच हेज़ल ऑइंटमेंट को दो से तीन बार उपयोग करने से यह परेशानी काफी हद तक कम हो सकती है (7), लेकिन इसे लगाने से कुछ लोगों को त्वचा पर जलन हो सकती है। इसलिए, बेहतर यही होगा कि इसे डॉक्टर की सलाह पर ही इस्तेमाल करें।

5. शेव के बाद के जलन के लिए विच हेज़ल का उपयोग

कुछ लोगों को शेविंग के बाद जलन महसूस होती है। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग शेविंग के बाद जलन से राहत पाने के लिए किया जा सकता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट, एस्ट्रिजेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा पर होने वाली जलन या खुजली से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं (2) (3)।

6. चेचक के लिए विच हेज़ल का उपयोग

वायरल संक्रमण के कारण होने वाली चेचक या चिकन पॉक्स की समस्या में पीड़ित को कई बार खुजली भी होने लगती है (8)। ऐसे में विच हेज़ल के उपयोग से खुजली की समस्या से राहत मिल सकती है। विच हेज़ल का एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-सेप्टिक और राहत देने वाला गुण चेचक की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (2) (3)। इसके लिए गेंदे के फूल के साथ विच हेज़ल का उपयोग किया जा सकता है। गेंदे के फूल में मॉइस्चर होता है, जो त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद कर सकता है (9)। इसके लिए रातभर गेंदे के फूल और विच हेज़ल के पत्तियों को पानी में भिगोकर रखें और अगले दिन उसका पेस्ट बनाकर लगाने से चेचक में होने वाली खुजली से राहत मिल सकती है। चेचक जैसी समस्या में घरेलू इलाज के साथ-साथ डॉक्टरी परामर्श भी जरूरी है, क्योंकि कभी-कभी चेचक में पीड़ित की हालत गंभीर भी हो सकती है।

7. कोल्ड सोर्स के लिए विच हेज़ल

कई बार हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस (Herpes Simplex Virus) के कारण मुंह और नाक के आसपास फफोले हो जाते हैं, जिसे कोल्ड सोर्स भी कहते हैं (10)। ऐसे में विच हेज़ल के उपयोग से इस परेशानी से राहत मिल सकती है। विच हेज़ल के एंटीवायरल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण कोल्ड सोर्स से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं (3)। ध्यान रहे कि इसके उपचार के लिए डॉक्टर की सलाह भी जरूर लें।

8. डायपर रैशेज के लिए विच हेज़ल का उपयोग

बच्चों को कई समस्याएं हो सकती हैं, जिस कारण माता-पिता चिंतित हो जाते हैं। 4 से 15 महीने के बच्चों में डायपर रैशेज एक सामान्य त्वचा संबंधी समस्या होती है (11)। छोटे बच्चों में सबसे सामान्य परेशानी डायपर रैशेज होते हैं। डायपर रैशेज के कारण शिशुओं और बच्चों को काफी तकलीफ होती है। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग उनके लिए लाभकारी हो सकता है। आप अपने बच्चे को विच हेज़ल का मलहम लगा सकते हैं। हालांकि, इस विषय में शिशु विशेषज्ञ की सलाह भी लें, क्योंकि बच्चों की त्वचा संवेदनशील होती है, जिस कारण उन्हें अन्य त्वचा संबंधी परेशानी भी हो सकती है (3)।

9. आंखों के लिए विच हेज़ल का उपयोग

धूल-मिट्टी, प्रदूषण और नींद पूरी न होना आंखों से संबंधित कई समस्याओं जैसे – आंख आना (Conjunctivitis) और आंखों के नीचे सूजन का कारण बन सकता है (12)। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग इन परेशानियों से राहत दिला सकता है। इसके लिए एक कॉटल बॉल को विच हेज़ल में भिगोएं और अपनी आंखों के आस-पास लगाएं। इसमें मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण आंखों के नीचे की सूजन की परेशानी और कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) से राहत दिला सकते हैं (3)।

10. कीड़े-मकोड़े के काटने पर विच हेज़ल का उपयोग

गर्मी-बरसात के वक्त कई बार मच्छर-मक्खी या अन्य कीड़े-मकोड़ों की समस्या बढ़ जाती है। कई बार तो इनके काटने से लगातार खुजली, जलन और यहां तक की सूजन भी हो जाती है। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग करने से इससे काफी हद तक आराम मिल सकता है। इसका एस्ट्रिंजेंट गुण कीड़े-मकोड़ों के काटने से होने वाली समस्याओं से राहत दिला सकता है। आप बाजार में मिलने वाले विच हेज़ल युक्त मलहम या तरल पदार्थ का उपयोग कर सकते हैं (3)।

11. कील-मुंहासों के लिए विच हेज़ल का उपयोग

कील-मुंहासों की समस्या से लगभग हर कोई परेशान रहता है, खासतौर पर तैलीय त्वचा वाले लोग। इस स्थिति में कील-मुंहासों/एक्ने से बचाव के लिए विच हेज़ल गुणकारी हो सकता है। इसमें मौजूद टैनिन (Tannin) में एस्ट्रिंजेंट गुण मौजूद होते हैं। इसके अलावा, विच हेज़ल में एंटीसेप्टिक, एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होते हैं, जिस कारण इसे कई कॉस्मेटिक उत्पादों में भी उपयोग किया जाता है (13) (14)। आप कील-मुंहासों को हटाने के लिए विच हेज़ल युक्त क्रीम का भी उपयोग कर सकते हैं।

12. त्वचा के लिए टोनर के रूप में विच हेज़ल

त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए कुछ स्किन केयर रूटीन का पालन करना बहुत जरूरी होता है। क्लींजिंग और टोनिंग उन्हीं में शामिल हैं। अगर बात करें टोनिंग की, तो आप विच हेज़ल को टोनर के रूप में उपयोग कर सकते हैं। टोनर त्वचा में कसावट लाकर वातावरण में मौजूद धूल-मिट्टी और विषैले तत्वों को त्वचा के अंदर जाने से रोकने में मदद कर सकता है (15) (16)। ऐसे में विच हेज़ल को एक प्राकृतिक टोनर के रूप में उपयोग किया जा सकता है या विच हेज़ल युक्त टोनर का उपयोग भी कर सकते हैं।

13. स्कैल्प और बालों को स्वस्थ रखने के लिए विच हेज़ल का उपयोग

आजकल टूटते-झड़ते बाल या स्कैल्प से जुड़ी समस्याएं सामान्य हो चुकी हैं। कई बार लोग इसे हल्के में लेकर अनदेखा कर देते हैं, जिसका असर उनको बाद में भुगतना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि वक्त रहते इन पर ध्यान देकर इनका उपाय किया जाए। आप अपने स्कैल्प को स्वस्थ रखने के लिए और किसी भी प्रकार की खुजली, जलन को खत्म करने के लिए विच हेज़ल का उपयोग कर सकते हैं (17) (18)। इसके साथ ही साथ यह बालों को साफ रखने में भी मदद कर सकता है।

14. ब्लैकहेड के लिए विच हेज़ल के फायदे

त्वचा पर होने वाले छोटे-काले धब्बों को ब्लैकहेड कहा जाता है। अगर इस पर वक्त रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह चेहरे की खूबसूरती में दाग लगा सकता है। ऐसे में विच हेज़ल का उपयोग काफी लाभकारी हो सकता है। ब्लैकहेड को हटाने के लिए सैलिसिलिक एसिड काफी लाभकारी होता है (19)। वहीं, विच हेज़ल में सैलिसिलिक एसिड के गुण मौजूद होते हैं, जो ब्लैकहेड को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं (13)।

15. विच हेज़ल एंटी-एजिंग के तौर पर

बढ़ती उम्र का असर चेहरे पर आने वाली झुर्रियों के रूप में दिखने लगता हैं। ऐसे में कई लोग एंटी-एजिंग क्रीम का उपयोग करते हैं। हालांकि, इसका असर कुछ ही वक्त तक रहता है। इस स्थिति में आप हर्बल उपाय कर सकते हैं और विच हेज़ल उन्हीं में से एक है। विच हेज़ल में एंटी-एजिंग गुण मौजूद होते हैं, जो झुर्रियों को कम करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही यह सनबर्न पर भी काफी असरदार हो सकता है (3)। कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है। ऐसे लोगों को विच हेज़ल से एलर्जी हो सकती है। इसलिए, आप डॉक्टर की सलाह पर ही इसे इस्तेमाल करें।

विच हेज़ल के फायदे के लिए इसका सही तरीके से उपयोग करना भी जरूरी है। आइए, लेख के इस भाग में विच हेज़ल के उपयोग के बारे में जानते हैं।

विच हेज़ल का उपयोग – How to Use Witch Hazel in Hindi

नीचे जानिए कि विच हेज़ल का उपयोग कैसे किया जा सकता है।

  • विच हेज़ल का उपयोग मेकअप हटाने के लिए किया जा सकता है। इसके लिए आवश्यकतानुसार विच हेज़ल को लेकर पानी में उबाल लें और फिर जब पानी ठंडा हो जाए, तो उस पानी में रूई डुबाकर उससे अपना मेकअप हटाएं।
  • आप विच हेज़ल को ऑइंटमेंट की तरह भी उपयोग कर सकती हैं।
  • बाजार में विच हेज़ल का स्प्रे भी उपलब्ध है, जिसे आप त्वचा पर लगा सकती हैं।

अब बारी आती है विच हेज़ल के नुकसान जानने की। लेख के इस भाग में हम इसी बारे में जानकारी दे रहे हैं।

विच हेज़ल के नुकसान – Side Effects of Witch Hazel in Hindi

हर चीज के अगर फायदे हैं, तो नुकसान भी हैं। वैसे ही विच हेज़ल के फायदे के साथ-साथ इसका अधिक उपयोग करने से विच हेज़ल के नुकसान भी हैं, जैसे-

  • विच हेज़ल के सेवन से पेट की समस्या हो सकती है।
  • गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं विच हेज़ल का उपयोग डॉक्टर की सलाह पर करें।
  • कुछ लोगों को विच हेज़ल से स्किन एलर्जी हो सकती है।

विच हेज़ल के नुकसान के बारे में अभी तक कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। ऊपर बताए गए नुकसान अनुमान के आधार पर हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति विच हेज़ल का उपयोग सीमित और सावधानी के साथ करें।

नोट : विच हेज़ल का कितनी मात्रा में उपयोग करना है, यह व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। इसलिए, आप इसे कितनी मात्रा में उपयोग करें, इस बारे में डॉक्टर बेहतर बता सकते हैं। साथ ही इसे उपयोग करने से पहले पैच टेस्ट भी जरूर करें।

आशा करते हैं इस विचित्र से नाम वाले पौधे विच हेज़ल के बारे में आपको पर्याप्त जानकारी मिल चुकी होगी। ध्यान रहे कि हम यह दावा नहीं कर रहे कि ऊपर बताए गए विच हेज़ल के फायदे बताई गई बीमारियों को पूरी तरह ठीक कर देंगे। विच हेज़ल का उपयोग इन समस्याओं से बचाव और इनके उपचार में एक सहायक भूमिका अदा कर सकता है। हमारा सुझाव यही रहेगा कि घरेलू उपाय एक हद तक ठीक हैं, अगर समस्या गंभीर लगे, तो डॉक्टर से परामर्श लेने में जरा भी देर न करें। साथ ही अगर आपके मन में अब भी विच हेज़ल या विच हेज़ल के फायदे से जुड़े कोई सवाल हैं, तो उन्हें बेझिझक नीचे कॉमेंट बॉक्स में हमें लिख भेजें। इसके अलावा, विच हेज़ल का उपयोग कर अपने अनुभव हमारे साथ साझा करना न भूलें।

Expert’s Answers for Readers Questions

विच हेज़ल (एस्ट्रिंजेंट) किससे बना होता है?

विच हेज़ल (एस्ट्रिंजेंट) विच हेज़ल की पत्तियों और छाल से बना अर्क होता है।

विच हेज़ल पैड क्या हैं?

दरअसल, विच हेज़ल पैड रूई के पैड होते हैं, जिसे विच हेज़ल एस्ट्रिंजेंट में भिगोया जाता है।

क्या बच्चों पर विच हेज़ल का उपयोग कर सकते हैं ?

हां, आप बहुत कम मात्रा में शिशुओं की त्वचा पर विच हेज़ल का उपयोग कर सकते हैं (3)।

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स्वस्थ बालों के लिए सबसे अच्छे आहार – Diet For Healthy Hair In Hindi

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प्रदूषण, रसायन, मौसम और स्टाइलिंग तकनीक, बालों के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। इनके अलावा, कुछ शारीरिक समस्याओं के कारण भी बालों की सेहत पर असर पड़ता है। यही कारण है कि अब बालों को स्वस्थ और सुंदर बनाए रखना एक चुनौती बन चुकी है। इस चुनौती को पर्याप्त पौष्टिक आहार की मदद से पार किया जा सकता है, क्योंकि स्वस्थ बाल पाने की सीढ़ी में पोषक तत्व सबसे जरूरी हैं। पोषक तत्वों की कमी बालों को बेजान और रूखा बना सकती है। ऐसे में स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको स्वस्थ बालों के लिए आहार के बारे में बताएंगे, जो बालों की काया को बदलने में मदद कर सकते हैं। इन आहार की मदद से बाल कैसे मुलायम, चमकदार और घने होते हैं, यह हम आपको विस्तार से बताएंगे। हालांकि, इनमें से कौन सा खाद्य पदार्थ आपके लिए अच्छा है, यह आपको डॉक्टर ही बेहतर बता सकते हैं।

चलिए, अब सीधे आपको बताते हैं कि स्वस्थ बालों के लिए क्या खाना चाहिए और कैसे आहार बालों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।

स्वस्थ बालों के लिए आहार – Diet For Healthy Hair In Hindi

हम नीचे 18 प्रकार के आहार के बारे में बता रहे हैं, जिनसे बाल चमकदार और घने हो सकते हैं। चलिए, अब बालों के लिए उपयुक्त आहार के बारे में विस्तार से जानते हैं।

1. लाल मांस

लाल मांस में भरपूर मात्रा में जिंक और आयरन पाया जाता है (1)। इसलिए, इसका सेवन बालों को स्वस्थ रखने का का काम कर सकता है। दरअसल, ये दोनों पोषक तत्व बालों को झड़ने से रोकते हैं। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के मुताबिक बाल झड़ने की समस्या (एलोपेसिया – alopecia) होने पर जिंक की खुराक से बालों को दोबारा उगने में मदद मिल सकती है। वहीं, आयरन भी बाल झड़ने से संबंधित है, लेकिन आयरन और बालों के विकास के संबंध में अभी और शोध की आवश्यकता है (2)

 2. अंडा

अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और बायोटिन पाया जाता है (3) (4)। ये दोनों पोषक तत्व बालों को घना बनाने के लिए सहायक माने जाते हैं। दरअसल, प्रोटीन ही वो तत्व होता है, जिससे बाल बनते हैं (5)। साथ ही बायोटिन की मदद से बालों के झड़ने की समस्या दूर हो सकती है (6)। इसके अलावा, अंडे में विटामिन बी-12 और डी भी मौजूद होता है (7)। शरीर में बी-12 की पर्याप्त मात्रा बाल झड़ने से रोकने में मदद कर सकती है और विटामिन-डी असमय सफेद होते बालों को रोकने में मदद कर सकता है (2)।  ऐसे में अंडे का सेवन बालों को घना बनाने के साथ ही सफेद होने से बचा सकता है। इसके अलावा, अंडे में विटामिन बी-5 भी होता है, जो बालों को मजबूत और स्वस्थ बनाने के साथ ही नमी भी देता है (8) (9)। अंडे में मौजूद प्रोटीन बालों की चमक बरकरार रखने के साथ बालों को दोमुंहे होने से बचा सकता है (9)

3. मछली

मछली में भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड और प्रोटीन होता है (10)। यह दोनों पोषक तत्व बालों की ग्रोथ के लिए मददगार साबित हो सकते हैं। खासकर, ओमेगा-3 बालों के घनत्व को बढ़ाने के साथ ही बालों टेलोजन (Telogen) अवस्था को घटाता है (11)। टेलोजन में बाल झड़ते हैं। इसके अलावा, मछली में विटामिन बी-12 भी पाया जाता है (12)। जैसा कि हम बता चुके हैं कि यह विटामिन बालों को झड़ने से रोकता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि मछली के तेल का सेवन बालों के स्वास्थ्य के लिए किया जा सकता है।

4. फलियां (Beans)

स्वस्थ बालों के लिए आहार में बीन्स भी शामिल हैं। यह प्रोटीन का बेहद अच्छा स्रोत है (5)। इसलिए, बालों को घना और मुलायम बनाने के लिए इसका सेवन किया जा सकता है। हम ऊपर बता ही चुके हैं कि प्रोटीन ही है, जिससे बाल बनते हैं। ऐसे में प्रोटीन की संतुलित मात्रा शरीर के लिए ही नहीं, बल्कि बालों को स्वस्थ रखने के लिए भी अहम है। इसके अलावा, बीन्स में विटामिन बी, ई, आयरन, जिंक और मैग्निशियम भी होता है। ये सभी पोषक तत्व बालों के लिए जरूरी माने जाते हैं (13) (7)

5. धनिया

धनिये की पत्तियों में प्रोटीन, आयरन, विटामिन-ए और विटामिन-सी पाए जाते हैं। इसलिए, इसे बालों के पौष्टिक आहार में गिना जा सकता है। ये सभी पोषक तत्व बालों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। विटामिन-सी बालों को फ्री रेडिकल्स की वजह से होने वाले नुकसान जैसे सफेद बाल और बालों के झड़ने से बचा सकता है। इसके अलावा, विटामिन-सी आयरन को अवशोषित (Absorption) करके बालों को झड़ने से रोक सकता है (14) (2)

6. एस्परैगस (Asparagus)

स्वस्थ रहने के लिए एस्परैगस (Asparagus) यानी शतावरी को जीवनशैली का हिस्सा बनाया जा सकता है। यह फोलेट, विटामिन-के, सी, ए, ई, बी और आयरन से भरपूर होता है। इसमें मौजूद विटामिन-ई, फोलेट और आयरन बालों के लिए जरूरी पोषक तत्व होते हैं। विटामिन-ई बालों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं, तो वहीं फोलेट बालों को चमकदार बनाता है (15) (16)। इसके अलावा, आयरन झड़ते बालों को रोकते हुए इनकी ग्रोथ में मदद कर सकता है (2)

7. अलसी

अलसी के बीज आयरन ही नहीं ओमेगा-3 से भी भरपूर होते हैं (17)। एक ओर आयरन बालों को बढ़ने में मदद करता है, लेकिन इस संबंध में अभी और शोध की जरूरत है (2)। वहीं, दूसरी ओर ओमेगा फैटी एसिड स्कैल्प से संबंधित समस्याओं को दूर करके बालों को स्वस्थ रखकर इनके विकास में मदद कर सकता है। ओमेगा फैटी एसिड की मदद से सोरायसिस (स्कैल्प में लाल चकते, खुजली, ड्राई पैच) को दूर किया जा सकता है (18)

इतना ही नहीं इसके इस्तेमाल से हेयर कोट (बालों को बचाने वाली एक परत) की गुणवत्ता में सुधार होता है। यह फैटी एसिड बालों में सिरम (Serum) को बढ़ाने का काम कर सकता है, जिससे बालों को नमी मिल सकती है (19)। अलसी के बीज में विटामिन-ई भी होता है, जो बालों को स्वस्थ बनाता है (15)। इसलिए, स्वस्थ और सुंदर बाल पाने के लिए अलसी के बीज को आहार में शामिल किया जा सकता है।

8. ओट्स (Oats)

ओट्स में मौजूद पोषक तत्वों की वजह से इसे बालों के लिए लाभदायक माना जाता है (20)। दरअसल, साबुत ओट्स में प्रोटीन, फैटी एसिड, विटामिन-ई, फोलेट, जिंक, आयरन, सेलेनियम (Selenium) जैसे अमीनो एसिड मौजूद होते हैं। ये सभी पोषक तत्व मिलकर बालों को घना, लंबा और मुलायम बनाने में मदद कर सकते हैं (21) (22)। यह ध्यान रखना होगा कि इन सभी पोषक तत्वों को सप्लीमेंट्स के बजाए खाद्य पदार्थों से लेने का प्रयास करें, तभी लाभ मिलेगा (23)। इसे आहार में शामिल करने के साथ ही बतौर हेयर मास्क भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

9. नट्स व ड्राई फ्रूट्स

नट्स में टोकोट्रिएनोल्स (Tocotrienols) होते हैं, जो शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं। इनकी मदद से एलोपेसिया (बालों का झड़ना) की समस्या से राहत मिल सकती है (24) (25)। इसके अलावा, नट्स में भरपूर मात्रा में प्रोटीन भी पाया जाता है, जो बालों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि नट्स का सेवन करके किसी भी व्यक्ति को गंजेपन से बचाया जा सकता है। नट्स और ड्राई फ्रूट्स में बादाम, काजू, मूंगफली, किशमिश, सूखा आलूबुखारा व अंजीर आदि शामिल है।

10. हरी सब्जियां

हरी सब्जियां को फोलेट का अच्छा स्रोत माना गया है (22) (4)। इसलिए, माना जाता है कि इनके सेवन से बाल स्वस्थ और चमकीले बने रहते हैं। फोलेट बालों को सफेद होने से भी बचाता है। इसके अलावा, हरी सब्जियों में विटामिन-ए, सी और आयरन भी होता है (7) (26)। विटामिन-ए से मिलने वाले रेटिनॉइक (Retinoic) एसिड सेबासियस (Sebaceous) ग्लैंड की क्रिया के लिए जरूरी होता है। सेवासियस ग्लैंड हमारे बालों को चिकनाई देने में मदद करते हैं, जो रूखे बालों के लिए लाभदायक होते हैं। ध्यान रहे कि विटामिन-ए की अधिक मात्रा से बाल झड़ते भी हैं (27)

इसके अलावा, विटामिन-ए की मात्रा हेयर फॉलिकल्स को सक्रिय करती है, जिससे बाल बढ़ने में मदद मिल सकती है (28)। वहीं, आयरन के बारे में हम ऊपर बता ही चुके हैं कि यह बालों को झड़ने से रोकता है और बालों को मजबूती देता है, लेकिन इस संबंध में अभी और शोध किया जा रहा है। इसके अलावा, विटामिन-सी आयरन को अवशोषित करने में मदद करता है (7)

11. दूध

कम वसा वाले डेयरी उत्पादों में आवश्यक प्रोटीन और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होते हैं। ये दोनों तत्व बालों के विकास के लिए महत्वपूर्ण बिल्डिंग ब्लॉक की तरह काम करते हैं। खासकर, दूध कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन व  विटामिन-ए का स्रोत है (29)। इसलिए, बालों के विकास के लिए इसे आदर्श आहार माना जाता है। प्रोटीन और आयरन बालों को झड़ने से रोकने के साथ ही इनके विकास को भी बढ़ावा देता है। वहीं, कैल्शियम भी बालों को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है (7)। खासकर, महिलाओं में इसकी कमी होती है। इसलिए, एक गिलास दूध का सेवन हमेशा करते रहना चाहिए।

12. स्प्राउट्स (Sprouts)

स्प्राउट्स के सेवन को हेयर ग्रोथ के लिए अद्भुत माना जा सकता है। स्प्राउट्स प्रोटीन, विटामिन-ए व सी, कैल्शियम, जिंक फोलेट और आयरन से समृद्ध होते हैं (30)। हम ऊपर बता ही चुके हैं कि स्वस्थ बालों के लिए ये सभी पोषक तत्व कितने अहम होते हैं। स्प्राउट्स का सेवन करने के लिए मूंग की साबूत दाल, सूखी मटर और काले चने जैसी मोटी दालों को धो लें। इसके बाद इन्हें एक एयर टाइट डिब्बे या किसी ढक्कन वाले बर्तन में पानी के साथ डालकर एक दिन के लिए छोड़ दें। अगले दिन अंकुरित अनाज का सेवन कच्चा या पकाकर किया जा सकता है।

13. ब्रोकली

ब्रोकली का सेवन भी बालों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। ब्रोकली में विटामिन-सी, फोलेट व कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इनके अलावा, ब्रोकली में प्रोटीन और आयरन भी होता है (31)। विटामिन-ए बालों के ग्रोथ में मदद करता है। फोलेट बालों को मजबूत व चमकदार बनाता है। कैल्शियम व आयरन भी बालों के स्वास्थ्य के लिए अहम माने जाते हैं (7)। ऐसे में बालों को घना, चमकीला और लंबा बनाने के लिए ब्रोकली का सेवन किया जा सकता है।

14. आम

माना जाता है कि आम का सेवन करने से भी बाल स्वस्थ रहते हैं। दरअसल, आम के गूदे में विटामिन-ए, सी और ई पाया जाता है (32)। हम ऊपर बता ही चुके हैं कि ये सभी पोषक तत्व मिलकर बालों को मजबूती प्रदान करने, इनके विकास को बढ़ावा देने के साथ ही बालों को झड़ने से रोकते हैं। विटामिन-ई बालों को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान जैसे सफेद बाल, बालों का झड़ने आदि से बचा सकता है। वहीं, प्रोटीन भी बालों को बढ़ाने में मदद करता। इसके अलावा, विटामिन-सी शरीर में आयरन को अवशोषित करके बालों को झड़ने से रोक सकता है (2)

15. एवोकाडो

स्वस्थ बालों के लिए एवोकाडो को अपने आहार में शामिल करने की सलाह दी जाती है। दरअसल, इसमें मौजूद विटामिन-ई बालों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है (33)। इसके अलावा, एवोकाडो में ओमेगा-फैटी एसिड भी होते हैं, जो बालों के घनत्व को बढ़ाते हैं। साथ ही इनकी ग्रोथ टेलोजन (Telogen) को कम करती है, जिससे बाल जल्दी-जल्दी बढ़ते हैं (9)। एवोकाडो का सेवन करने के साथ ही बालों को स्वस्थ रखने के लिए मास्क का भी उपयोग कर सकते हैं। इसका क्रिमी टेक्सचर और फैटी एसिड बालों को नरम और मुलायम बनाने में मदद कर सकता है।

16. मछली का तेल

मछली के तेल का इस्तेमाल भी बालों को स्वस्थ रखने के लिए कर सकते हैं। इसमें मौजूद डोकोसैक्सिनोइक (Docosahexaenoic) एसिड, बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं। दरअसल, यह बालों के ऐनाजेन (Anagen) फेज को सक्रिय करते हैं। ऐनाजेन वह चरण होता है, जब बालों के रोम का बढ़ना शुरू होता है (34)

17. ब्लू बैरीज (Blueberries)

ब्लूबेरी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। इसलिए, इसे बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए अहम माना जाता है। दरअसल, यह गुण बालों को फ्री रेडिकल्स की वजह से होने वाली क्षति से बचाता है। इसके अलावा, ब्लूबेरी में भरपूर मात्रा में विटामिन-सी, ए और फोलेट भी पाया जाता है। हम ऊपर बता ही चुके हैं कि ये सभी तत्व भी बालों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं (35) (36)

18. शकरकंद

शकरकंद को भी बालों के स्वस्थ आहार में गिना जाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट व बीटा-कैरोटीन हमारे शरीर को फ्री-रेडिकल्स और उसके दुष्प्रभाव से बचाते हैं। साथ ही यह बीटा-कैरोटीन शरीर में जाकर विटामिन-ए में तब्दील हो जाता है, जो बालों की ग्रोथ में मदद कर सकता है (37) (38)

पोषण की कमी बालों की सुंदरता को छीन सकती है, इसलिए स्वस्थ आहार घने और काले बालों के लिए आवश्यक है। स्वस्थ बालों के लिए जरूरी आहार के बारे में विस्तार से जानने के बाद अब आप अपने मनपसंद फल, सब्जी या अन्य खाद्य पदार्थों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। अगर आप यह सोचते हैं कि घने, मुलायम और चमकदार बाल सिर्फ ब्यूटी प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से मिल जाएंगे, तो यह महज एक गलतफहमी है। आप स्वस्थ आहार को जितना अपने जीवन में जगह देंगे, उतनी ही बालों की क्वालिटी अच्छी होगी। आपके जहन में अगर स्वस्थ बालों के लिए क्या खाना चाहिए, इससे संबंधित कोई अन्य सवाल हो या हमें देने के लिए कुछ सुझाव हों, तो आप नीचे दिए कमेंट बॉक्स के माध्यम से हमें बता सकते हैं।

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बेस्ट फ्रेंड के लिए बर्थडे विशेस और कोट्स – Birthday Wishes for Best Friend in Hindi

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‘दोस्ती’, यानी अच्छे दोस्तों का साथ। ऐसे दोस्त, जिन्हें याद करते ही चेहरे पर हल्की मुस्कान बिखर जाए और जीवन के सुनहरे पल आंखों के आगे तैरने लगे। ऐसे दोस्त खास होते हैं, जो सुख-दुख और हार-जीत में हमेशा हमारे साथ खड़े रहते हैं। जब ऐसे दोस्तों का जन्मदिन आता है, तो आपका दिल जरूर करता होगा कि इनके लिए कुछ खास लिखा जाए, जिसे पढ़कर उन्हें खुशी का अहसास हो। स्टाइलक्रेज का यह लेख आपके दोस्तों के जन्मदिन को खास बनाने के लिए ही है। इस लेख में हम दोस्त के लिए बर्थडे विशेस मैसेज लेकर आए हैं। अगर आप भी अपनी दोस्ती को जन्मदिन के माध्यम से और मजबूत करना चाहते हैं, तो इस लेख में दिए गए बर्थडे विशेस को जरूर पढ़ें।

आइए, अब बर्थडे विशेस फॉर बेस्ट फ्रेंड के लिए भेजे जाने वाले कोट्स के बारे में पढ़ते हैं।

महिला मित्र के लिए

महिला मित्र के लिए

Shutterstock

आप अपनी महिला मित्र को नीचे दिए जा रहे 15 खास मैसेज उसके जन्मदिन पर भेज सकते हैं।

  1. तोहफा-ए-दिल दूं या दूं सभी चांद सितारे,

जन्मदिन पर मैं क्या दूं तुझे पूछे मुझसे सारे,

ये जिंदगी तेरे नाम लिख दूं वो भी कम है,

बस दामन में तेरे भर दूं सभी खुशियां।

हैप्पी बर्थडे दोस्त।

 

  1. अगर याद न रहे तुम को अपना जन्मदिन,

तो देख लेना मोबाइल का इनबॉक्स इस दिन,

मैं तो न भूलूंगा अपने दोस्त का जन्मदिन,

सबसे पहले विश करूंगा आपका जन्मदिन।

 

  1. सर झुकाकर दुआ करते हैं हम,

आप अपनी हर मंजिल को पाएं,

अगर आपकी राहों में कभी अंधेरा भी छाए,

तो खुदा रोशनी लेकर खुद जमीं पर उतर आए।

जन्मदिन मुबारक हो दोस्त।

 

  1. बड़ी करामात करके खु़दा ने मेरे यार को भेजा है,

रूठता है, मान जाता है, फिर आकर गले लगता है,

उसके जन्मदिन पर कुछ खास तो नहीं, उसकी सलामती के लिए

खुदा के सामने मेरा सिर झुक जाता है।

आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई।

 

  1. इस दुनिया की सारी खुशी तुझे मिले।

तू इस जहां में जहां भी रहे तुझे सब मिले,

इस जन्मदिन पर तुम्हारी कोई दुआ हो तो कहना,

मेरी एक खुशी के बदले तुझे सौ खुशी मिले।

हमारी ओर से आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।

 

  1. हमारी तो दुआ है, कोई गिला नहीं,

वो गुलाब जो आज तक खिला नहीं,

आपके जन्मदिन पर आपको वो सब कुछ मिले,

जो आज तक किसी को कभी मिला नहीं।

हैप्पी बर्थडे दोस्त।

 

  1. तेरे जन्मदिन पर तेरी हर दुआ कबूल हो।

तेरी हर दुआ कुबूल हो, बस मेरी यही इक दुआ हमेशा कुबूल हो।

हैप्पी बर्थडे दोस्त

 

  1. यह दुआ है आपके जन्मदिन पर हमारी,

न टूटे कभी ये दोस्ती हमारी,

सारी जिंदगी देंगे हम खुशियां आपको,

और वो खुशियां होगी आपके हर जन्मदिन पर खूब-सारी।

 

  1. तेरे अपनों की दुआएं पूरी हों,

तेरी हर इक मुराद पूरी हो,

तेरे जन्मदिन पर बाकी रह गई हो अगर कोई हसरत

तो रब करे आज वो भी पूरी हो।

 

  1. आसमान की बुलंदी पर तेरा ही नाम हो,

चांद की धरती पर तेरा ही मुकाम हो,

जन्मदिन पर मिले तुमको कुछ ऐसी खुशियां,

जिससे तेरी-मेरी दोस्ती और भी बेमिसाल हो।

हैप्पी बर्थडे दोस्त

 

  1. तेरी खुशियों के लिए हम रोज करते हैं दुआ,

तेरे जन्मदिन पर आज भी कर रहे हैं तेरे खुश रहने की दुआ।

जन्मदिन मुबारक हो दोस्त।

 

  1. सूरज की रौशनी-सा तेज हो तेरा,

सबकी जिंदगी में तू करे सवेरा,

जन्मदिन पर तेरी पूरी हो हर मुराद,

और हर जन्म में यार तू बने मेरा।

जन्मदिन मुबारक हो दोस्त।

 

  1. हर पल मिले जिंदगी में प्यार ही प्यार,

जन्मदिन मुबारक हो मेरे प्यारे यार।

जन्मदिन की बधाई हो।

 

  1. खुशी से बीते हर दिन, हर रात आपके जीवन की सुहानी हो,

जिस तरफ आपके कदम पड़ें, वहां खुशियों की बारिश खूब सारी हो।

हैप्पी बर्थडे दोस्त।

 

  1. तेरी-मेरी दोस्ती का रिश्ता कुछ खास है,

तू मेरे दिल के सबसे पास है,

जन्मदिन पर तुझे भेज रहा हूं एक खास तोहफा,

क्योंकि मेरे लिए तेरा यह दिन बहुत खास है।

जन्मदिन मुबारक हो मेरे दोस्त। 

खास पुरुष मित्र के लिए

खास पुरुष मित्र के लिए

Shutterstock

आप अपने दोस्त को नीचे दिए गए 15 मैसेज उसके जन्मदिन पर भेज सकते हैं।

  1. मेरे यार के लिए यह दिन खास है,

इस हसीं मौके पर आज सब उसके पास है,

गर हो कुछ कमी तो मुझसे बोलना मेरे दोस्त,

तेरे जन्मदिन पर तो आज चांद भी मेरे पास है

जन्मदिन मुबारक हो दोस्त

 

  1. चांद से चांदनी लाए हैं,

बहारों से फूलों के साथ खुशबू लाए हैं,

सजाने आपका जन्मदिन हम,

दुनिया की सारी खुशियां लाए हैं।

हैप्पी बर्थडे दोस्त।

 

  1. फूलों सा महकता रहे, हमेशा जीवन तुम्हारा,

खुशियां चूमे कदम तुम्हारा,

मेरे यार जन्मदिन पर कबूल कर ये पैगाम हमारा।

 

  1. महफिल में तेरी खुशियों का सैलाब हो,

तेरे चाहने वाले तेरे दिल के पास हों,

यह जन्मदिन तेरा कुछ ऐसा खास हो कि

तेरी खुशियों में वो भी शामिल हों, जो तेरे खिलाफ हों।

जन्मदिन मुबारक हो।

 

  1. दुआ है कि हर कदम पर आपकी कामयाबी हो,

हर सफलता पर आपका नाम हो,

किसी मुश्किल में आप हार न मानें,

हमारी दुआ हर दम आपके साथ हो।

जन्मदिन मुबारक हो मेरे यार।

 

  1. यह दुआ करता हूं खुदा से कि,

आपकी जीवन में कभी गम न हो,

जन्मदिन पर मिले आपको लाखों खुशियां,

फिर चाहे उनमें हम न शामिल हों।

 

  1. गुल ने गुलशन से यह पैगाम भेजा है,

सूरज ने भी आसमां से अपना सलाम भेजा है,

आंखों से देखे सारे ख्वाब पूरे हों,

हमने दिन से यही पैगाम भेजा है।

जन्मदिन मुबारक हो।

  

  1. गलियों से शहरों तक तेरा नाम हो, हर इक मंजिल पर तेरा नाम हो,

तेरे जन्मदिन पर क्या दूं नहीं पता मुझे, खुदा करे इक दिन सारा जहां तेरे नाम हो।

जन्मदिन की बहुत बधाई।

 

  1. हर लम्हा आपके होंठों पर मुस्कुराहट बनी रहे

तेरी दुनिया अच्छी यादों से महकती रहे

हम तो तेरी सफलता की हमेशा करते हैं दुआ

इस जन्मदिन पर तेरे दामन में और भी खुशियां मिलती रहे

 

  1. ऐसी क्या दुआ दें आपको, जो आपके साथ हो,

खुशियों के फूल खिला दें, जो हमेशा तुम्हारे पास हों,

तेरे जन्मदिन पर हम तेरे साथ हों न हों, सफलता हमेशा तेरे साथ हो।

जन्मदिन मुबारक हो दोस्त।

 

  1. तेरी दुनिया फूलों जैसी महकती रहे,

तेरी दुनिया खुशियों से पूरी रहे,

बस तेरा-मेरा याराना ऐसे ही बना रहे,

तेरे हर जन्मदिन पर मेरी यही दुआ पूरी होती रहे।

हैप्पी बर्थडे दोस्त।

 

  1. मेरे अल्फाज मेरी दुआओं में इतना असर कर दें,

खुदा मेरे यार के जन्मदिन पर उसे सारी खुशियां दे दे।

हैप्पी बर्थडे दोस्त

 

  1. दोस्त के लिए बर्थडे विशेस मैं क्या मांगूं

ईश्वर उसे खुश रखे हमेशा, बस यही दुआ मांगूं।

हैप्पी बर्थडे दोस्त।

 

  1. कर कुछ ऐसा कि दुनिया मेरा तेरा नाम हो,

तू मेरा यार है, मुझको इस पर गुमान हो,

खु़दा करे नजर न लगे तुझको कभी किसी की,

तेरे जन्मदिन पर पूरे हों, जो भी तेरे ख्वाब हों।

हैप्पी बर्थडे दोस्त।

 

  1. हंसते रहें आप करोड़ों के बीच,

खिलते रहें आप लाखों के बीच,

रोशन रहे आप हजारों के बीच,

जैसे रहता है चांद सितारों के बीच।

जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। 

इस लेख में आपने अपने मित्रों के जन्मदिन को खास बनाने के लिए कुछ खास और चुनिंदा कोट्स के बारे में पढ़ा। अगर आपके किसी भी मित्र का जन्मदिन आने वाला है, तो आप इस लेख में दिए गए कोट्स को उसे भेज सकते हैं। वहीं, अगर आपके पास भी दोस्त के जन्मदिन से जुड़ा कोई खास मैसेज या शायरी हो, तो उसे अन्य पाठकों के साथ साझा करने के लिए आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स का सहारा ले सकते हैं।

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सीताफल के 10 फायदे और नुकसान – Custard Apple (Sitafal) Benefits and Side Effects in Hindi

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हमारे आसपास कई प्रकार के फल पाए जाते हैं, जिनमें से सीताफल भी प्रमुख है। सीताफल का सेवन व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य में होने वाली कई खामियों में कुछ हद तक सुधार कर सकता है, लेकिन यह लेख में बताई जा रही स्वास्थ्य समस्याओं का सटीक उपचार नहीं है। हां, यह आपको बीमार होने से बचा जरूर सकता है। स्टाइलक्रेज का यह लेख, सीताफल से होने वाले संभावित स्वास्थ्य लाभ के बारे में है। सीताफल खाने के फायदे के अलावा इसके कुछ नुकसान भी हैं। इस लेख में सीताफल खाने के फायदे के साथ आपको सीताफल खाने के नुकसान के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

आइए सबसे पहले जानते हैं कि सीताफल क्या है।

सीताफल क्‍या है? – What is Custard Apple in Hindi

सीताफल एक स्वादिष्ट फल है, जो आसानी से फलों की दुकान में मिल जाएगा। इसकी बाहरी त्वचा हरे रंग की होती है, जो एक आवरण की तरह फल के अंदर मौजूद गूदे को ढककर रखती है। सीताफल को शुगर एप्पल और शरीफा के नाम से भी जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम एनोना स्क्वैमोसा (Annona squamosa) है। यह फल जब पक जाता है, तब इसे खाने के इस्तेमाल किया जाता है। सीताफल खाने के फायदे नीचे बताए जा रहा हैं। आप यहां दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ें।

सीताफल के फायदे – Benefits of Custard Apple (Sitafal) in Hindi

स्वास्थ्य के लिए सीताफल के फायदे कुछ इस प्रकार हैं।

1. स्वस्थ वजन के लिए

अगर कोई अपने वजन से परेशान है, तो इस स्थिति में सीताफल मदद कर सकता है। दरअसल, कम वजन होने का एक कारण यह भी है कि शरीर को जितनी ऊर्जा प्राप्त होती है, उससे कहीं ज्यादा ऊर्जा खर्च होती है। वहीं, सीताफल को एक बेहतर ऊर्जा स्रोत वाले फल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, जो वजन बढ़ाने में मदद कर सकता है (1), (2)। ध्यान रहे कि सीताफल के साथ-साथ अन्य डाइट व नियमित व्यायाम पर ध्यान देना भी जरूरी है।

2. अस्थमा के लिए

अस्थमा ऐसी मेडिकल कंडीशन है, जो इन्फ्लेमेशन (फेफड़ों के रास्ते में सूजन) के कारण होती है (3)। यहां सीताफल के प्रयोग से कुछ हद तक राहत मिल सकती है। यह एक बेहतरीन एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण वाला फल है (4)। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, एंटी-इंफ्लेमेटरी क्रिया अस्थमा के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है (5)। इसके लिए सीताफल के अर्क का सेवन किया जा सकता है।

3. हार्ट अटैक के खतरे को रोकने के लिए

हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए भी सीताफल का उपयोग किया जा सकता है। दरअसल, सीताफल में विटामिन-बी6 की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है (6)। एक डॉक्टरी रिसर्च के अनुसार, विटामिन-बी6 का सेवन, हृदय रोग के खतरे को कम कर सकता है (7)। इसमें हार्ट अटैक भी शामिल है।

4. पाचन स्वास्थ्य के लिए

अगर कोई पाचन प्रक्रिया को बेहतर रखना चाहता है, तो इस स्थिति में भी सीताफल काम आ सकता है। सीताफल खाने के फायदे में फाइबर की पूर्ति भी शामिल है (1)। वहीं, फाइबर की पूर्ति शरीर की पाचन क्रिया में भी सुधार करती है और साथ ही यह कब्ज की समस्या से भी लोगों को छुटकारा दिलाती है (8)

5. डायबिटीज के उपचार में

डायबिटीज की स्थिति में सीताफल के लाभ उपयोग में लिए जा सकते हैं। दरअसल, सीताफल में एंटी-डायबिटिक गुण पाया जाता है। यह ब्लड ग्लूकोज के स्तर में सुधार करता है और डायबिटीज के लिए जिम्मेदार विभिन्न जोखिम को भी रोकने में प्रभावी रूप से कार्य कर सकता है (9)। इसके लिए सीताफल के गूदे की स्मूदी का सेवन किया जा सकता है। डायबिटीज में सीताफल लक्षणों को कम कर सकता है, उपचार नहीं कर सकता। बेहतर उपचार के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है।

6. ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए

ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने के लिए भी सीताफल का उपयोग किया जा सकता है। सीताफल में कुछ मात्रा मैग्नीशियम की होती है (1)। अगर किसी को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो सीताफल में मौजूद मैग्नीशियम के सेवन के जरिए उसे कुछ हद तक ठीक किया जा सकता है। यह हाई ब्लड प्रेशर के कारण हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे को भी कम कर सकता है (10)

7. कोलेस्ट्रोल को कम करने में

अगर कोलेस्ट्रोल के स्तर में अनावश्यक रूप से बढ़ोत्तरी हो जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। कोलेस्ट्रोल के स्तर को संतुलित बनाए रखने के लिए सीताफल को इस्तेमाल में ला सकते हैं। दरअसल, इसमें नियासिन विटामिन की मात्रा पाई जाती है (1)। नियासिन विटामिन का सेवन कोलेस्ट्रोल स्तर को संतुलित करके हृदय रोग, स्ट्रोक और हार्ट अटैक से बचाए रखने में लोगों की मदद कर सकता है (11)। ध्यान रहे कि आप कोलेस्ट्रोल की समस्या से पीड़ित हैं, तो घरेलू उपचार के साथ डॉक्टरी उपचार जरूर करवाएं।

8. एनीमिया को ठीक करने में

एनीमिया से बचने के लिए भी सीताफल खाने के लाभ देखे जा सकते हैं। एनीमिया एक मेडिकल कंडीशन है, जिसमें शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाती है। ऐसे में व्यक्ति के शरीर के सभी हिस्सों में खून के साथ ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा पहुंचने में परेशानी होती है। वहीं, सीताफल में आयरन व फोलेट की भी पर्याप्त मात्रा पाई जाती है और एनीमिया में आयरन व फोलेट की सबसे ज्यादा जरूरत होती है (1), (12)। इस प्रकार सीताफल के प्रयोग से एनीमिया के कुछ लक्षणों को कम किया जा सकता है। वहीं, अगर आप स्वस्थ हैं, तो एनीमिया से बचे रहे सकते हैं।

9. प्रेगनेंसी में सीताफल का सेवन

प्रेगनेंसी की स्थिति में भी सीताफल में मौजूद पोषक तत्व के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, सीताफल में आयरन व फोलेट की मात्रा पाई जाती है (1)। ये पोषक तत्व गर्भावस्था में एनीमिया को रोकने और न्यूरल ट्यूब दोष (Neural tube defect – बच्चों की रीढ़ और मस्तिष्क में जन्म के समय होने वाला दोष) से मां को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं (12), (13)। हालांकि, गर्भावस्था में सीताफल का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह अवश्य लें, क्योंकि गर्भावस्था में इसके सेवन को लेकर अभी पर्याप्त वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं।

10. स्वस्थ त्वचा और बालों के लिए

त्वचा को निखार देने के लिए भी सीताफल का सेवन काम आ सकता है। सीताफल में विटामिन-सी की मात्रा पाई जाती है (1)। विटामिन-सी त्वचा को सूर्य की हानिकारक पैराबैंगनी किरणों से बचाने में मदद कर सकता है (14)। साथ ही सीताफल में जिंक, आयरन, कैल्शियम व मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बालों के लिए लाभदायक हो सकते हैं (15)। बेहतर होगा कि आप त्वचा विशेषज्ञ की सलाह पर ही इसका प्रयोग करें।

सीताफल के फायदे जानने के बाद अब लेख के अगले भाग में जानते हैं कि सीताफल में कौन-कौन से पोषक तत्व मौजूद होते हैं।

सीताफल के पौष्टिक तत्व – Custard Apple Nutritional Value in Hindi

सीताफल में निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं (1)

पौष्टिक तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम
जल 73.23g
ऊर्जा 94kcal
ऊर्जा 393kJ
प्रोटीन 2.06g
टोटल लिपिड 0.29g
ऐश (Ash) 0.78g
कार्बोहाइड्रेट 23.64g
फाइबर, कुल डाइटरी 4.4g
मिनरल
कैल्शियम 24mg
आयरन 0.6mg
मैग्नीशियम 21mg
फास्फोरस 32mg
पोटैशियम 247mg
सोडियम 9mg
 जिंक 0.1mg
कॉपर 0.086mg
सेलेनियम 0.6μg
विटामिन
 विटामिन सी, कुल एस्कॉर्बिक एसिड 36.3mg
थायमिन 0.11mg
राइबोफ्लेविन 0.113mg
नियासिन 0.883mg
पैंटोथैनिक एसिड 0.226mg
विटामिन बी-6 0.2mg
फोलेट (कुल,डीएफई,फूड) 14μg
विटामिन ए, आईयू 6IU
लिपिड
फैटी एसिड टोटल, सैचुरेटेड 0.048g
फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड 0.114g
फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड 0.04g
ट्रिपटोफन 0.01g
लाईसीन 0.005g
मेथियोनीन 0.007g

लेख के अगले भाग में जानते हैं कि सीताफल को कैसे उपयोग किया जा सकता है।

सीताफल का उपयोग – How to Use Custard Apple (Sugar Apple) in Hindi

सीताफल को निम्न प्रकार से उपयोग में लाया जा सकता है-

  • सीताफल के अर्क का सेवन किया जा सकता है।
  • सीताफल के गूदे से बीज को निकालकर, इसकी स्मूदी बनाई जा सकती है।
  • सीताफल की सब्जी बनाकर खाई जा सकती है।
  • मिल्क शेक के जरिए भी सीताफल का सेवन कर सकते हैं(16)

सीताफल खाने के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जिसके बारे में लेख के अगले भाग में जानकारी दी जा रही है।

सीताफल के नुकसान – Side Effects of Custard Apple (Sitafal) in Hindi

सीताफल के कुछ खास दुष्प्रभाव नहीं हैं और इस संबंध में अभी रिसर्च भी कम हुई है। अभी तक की उपलब्ध जानकारी के अनुसार अधिक मात्रा में सीताफल खाने से निम्न प्रकार के नुकसान हो सकते हैं:

  • सीताफल में मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है, जिसका अधिक सेवन मतली और पेट दर्द का कारण बन सकती है(1), (10)
  • सीताफल खाते समय इसके बीज को निकाल लें, नहीं तो यह गले में फंस सकता है, जिससे दम भी घुट सकता है।

सीताफल का सेवन करने से पहले यह देख लें कि यह किसी भी प्रकार से चिड़ियां या किसी कीट से संक्रमित न हो। सीताफल का सेवन ऊपर बताई गई स्वास्थ्य समस्या का पुख्ता इलाज नहीं है, बल्कि यह उसे ठीक करने में और उसके खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। सीताफल को अपनी डाइट में शामिल करने के लिए लोग ऊपर बताई गई विधि का इस्तेमाल कर सकते हैं। सीताफल के लाभ या सेवन से जुड़ा अगर कोई सवाल आप हमसे पूछना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के जरिए हम तक अपनी बात अवश्य पहुंचाएं। साथ ही अगर कोई गंभीर बीमारी का उपचार करा रहा है, तो उस स्थिति में इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

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हैप्पी बर्थडे भाई, जन्मदिन मुबारक हो – Birthday Wishes for Brother in Hindi

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बड़े और छोटे भाई का रिश्ता बहुत प्यारा होता है। उनके बीच छोटी-छोटी लड़ाइयां होती रहती हैं, लेकिन यह बात दोनों बखूबी जानते हैं कि दोनों एक-दूसरे से कितना प्यार करते हैं। वैसे कभी-कभी ऐसा भी होता है कि दोनों एक दूसरे को अपना प्यार दिखा नहीं पाते। ऐसे में जन्मदिवस की बधाई के साथ आप अपना स्नेह व्यक्त कर सकते हैं, जिसमें स्टाइलक्रेज आपकी मदद करेगा। इस आर्टिकल के जरिए हम छोटे और बड़े भाई के लिए जन्मदिन के खास बधाई संदेश लेकर आए हैं, जो आपके प्यार को और मजबूत करेंगे।

आइए, भाई को जन्मदिन की मुबारकबाद देने का तरीका जानते हैं।

बड़े भाई के लिए

elder brother

Shutterstock

1. कहना तो बहुत कुछ चाहता था,
पर कभी कह नहीं सका,
साथ तेरे भाई हर पल रह न सका,
कभी पढ़ाई के लिए था दूर जाना,
तो कभी काम का था बहाना,
पर आपसे झगड़े बिना,
एक दिन रह न सका।
जन्मदिन मुबारक हो बड़े भाई

2. भाई मेरा सहारा हो तुम,
हर मंजिल का किनारा हो तुम,
कोई सफर नहीं जिंदगी का जिसमें तुम न हो,
जो भी हो भाई बस तुम ही हो।
हैप्पी बर्थडे भाई

3. जब अकेला-सा हो जाता हूं,
तब कोई मेरा साथ देता है,
वैसे तो भाई है मेरा,
पर खुद को मेरा दोस्त कहता है।

4. छोटे भाई होने का फर्ज हमने बखूबी निभाया,
हैप्पी बर्थडे भाई स्टेटस डालकर अपना प्यार दिखाया,
क्योंकि स्टेटस डालना भी तो आपने ही सिखाया। हैपी बर्थडे भाई।

5. किस्मत के भरोसे कभी रुकना नहीं सिखाया,
किसी के आगे कभी झुकना नहीं सिखाया,
ऐसा है मेरा बड़ा भाई,
जिसका आज जन्मदिन है आया।

6. जन्मदिन का नया दिन नई सौगात लेकर आया है,
खुशियों की बरात लेकर आया है,
जहां कामयाबी दुल्हन की तरह आएगी ,
और मेरे भाई की माथे पर तिलक लगाएगी।
जन्मदिन मुबारक हो बड़े भाई

7. हर सुबह और हर शाम,
जुबान पर आता है एक नाम,
भाई कोई और नहीं तुम ही हो मेरी शान मेरा अभिमान,
जिसका करता हूं मैं तह-ए-दिल से सम्मान।

8. जन्मदिन मुबारक हो भाई
आज हम दूर हैं, पर मुझे याद आती है बचपन की हर वो लड़ाई,
चाहे हो पापा की चप्पल की पिटाई या हो मां के हाथों की बनी मिठाई,
एक बार फिर कहना चाहता हूं, जन्मदिन मुबारक हो मेरे बड़े भाई।

9. भाई मैं तो बस आपसे सीख रहा,
जो अपने बताया वही लिख रहा,
दुनिया में करोड़ों की भीड़ है,
उनमें मेरा भाई अलग दिख रहा।

10. न कभी दोस्तों की कमी हुई,
न कभी आंख नम हुई,
साथ जो है मेरा भाई,
इसलिए, जीवन में कभी मुश्किलें नहीं आई।

11. सामने एक-दूसरे की बुराई किए बिना रह नहीं पाते,
भाई तुमसे अच्छा मेरा कोई साथी नहीं ये कह नहीं पाते,
पर जब कोई हम में से एक की बुराई करें, तो सह नहीं पाते,
यही रिश्ता है हमारे बीच, इसलिए हम एक दूसरे के बिना रह नहीं पाते।
हैप्पी बर्थडे भाई

12. मेरा स्कूल का दिन यादगार न होता,
अगर आप जो मेरे साथ न होते,
दिन टूटने पर मैं अकेले रोता,
अगर आप साथ न होते।
जन्मदिन मुबारक हो भाई

13. आपके होंठों पर रहे मुस्कान,
कदमों में रहे दुनिया जहान,
हर पल खुदा से मेरा दिल यही कहे
सारी उम्र भाई मेरा सलामत रहे।
जन्मदिन मुबारक हो बड़े भाई

14. खुद को मेरा साया बताता है,
मुसीबत में मेरे आगे आ जाता है,
ऐसे ही कोई बड़ा भाई नहीं कहलाता है,
अपनी जिम्मेदारियों को वो बखूबी निभाता है।

15. रंग बिखेरने मेरे जिंदगी में मुझसे पहले कोई आया है,
मैंने उसके लिए चॉकलेट का केक बनवाया है,
जिस पर हैप्पी बर्थडे बड़े भाई लिखवाया है।

ऊपर बड़े भाई के लिए बर्थडे विशेस जाने, आगे अब छोटे भाई के लिए बर्थडे विशेस पढ़ें।

छोटे भाई के लिए जन्मदिन संदेश

younger brother

Shutterstock

हमेशा आप छोटे भाई को अपने काम के लिए परेशान करते रहे होंगे, लेकिन उसके जन्मदिन को हमारे द्वारा लिखे संदेश के माध्यम से यादगार बनाएं।

1. हैप्पी बर्थडे भाई
आज दिन तेरा आया,
हर तरफ खुशियों का माहौल है छाया,
मैंने जन्मदिन की मुबारकबाद देकर,
फर्ज़ अपना निभाया।

2. थोड़ा कम अकल है, जिद्दी हर पल है,
फिर भी काबिलियत नहीं तुझमे कम है,
चाहे जैसी भी हो समस्या, उसे निपटने में तू सक्षम है।
जन्मदिन मुबारक हो छोटे भाई

3. मां की आंखों का तारा है,
सबका लाडला दुलारा है,
मेरा काम करता सारा है,
इसलिए, खुद को समझता बेचारा है।

4. हाथ पकड़ मैं चलना सिखाऊं,
हर मुसीबत से लड़ना सिखाऊं,
आज है मेरे छोटे भाई का जन्मदिन,
हैप्पी बर्थडे भाई स्टेटस डालकर,
अपना प्यार मैं सबको दिखाऊं।

5. चाहे कैसी भी हो हालत,
कोई दे न मेरा साथ,
पर एक है जो रहता है मेरे पास,
इसलिए, मेरा छोटा भाई है मेरे लिए खास।

6. जिसे स्कूल छोड़ने जाता था,
वो कॉलेज जाने लगा,
मेरे काम में अब वो भी अपना हाथ बंटाने लगा।
हैप्पी बर्थडे भाई

7. रास्ते से उठाया है कहकर जिसे चिढ़ाता हूं मैं,
उसके भविष्य के लिए सपने सजाता हूं मैं।

8. जो मुझे न मिला वो सब तुझे दूं,
भाई जान बस्ती है तुझमें बस यही तुझसे कहूं।
जन्मदिन मुबारक हो छोटे भाई

9. मैं अकेला हो गया था और ढूंढ रहा था सहारा,
फिर आया छोटा भाई मेरा प्यारा।

10. जो मुझे अपना हीरो मानता है,
जो मेरी तरह बनना चाहता है,
जो मुझे भाई कहता है,
बस वही मेरे दिल में रहता है।

11. मेरी पुरानी चीजें इस्तेमाल करने वाला आज नए चीजे बनाने लगा
जो मुझसे सीखता था आज लोगों को सिखाने लगा।
हैप्पी बर्थडे भाई

12. लड़ना-झगड़ना भी जरूरी है,
मिलना-बिछड़ना भी जरूरी है,
पर हम तो एक ही घर में रहते हैं,
हम में न कोई दूरी है।

13. कभी रूठना मनाना कभी प्यार न दिखाना
यही करता आ रहा है छोटे भाई के साथ जमाना।

14. नकल वो हर चीज में मेरी करता है,
छोटा है मुझसे तभी तो मुझसे डरता है।
जन्मदिन मुबारक हो छोटे भाई

15. त्यौहार में साथ न हो तो मजा न आए,
साथ हो तो लड़ाई हो जाए,
तेरे बिना अकेला रहा न जाए।
हैप्पी बर्थडे भाई

अपने भाई के लिए प्यार को न छुपाएं, उन पर हमारे बताए संदेश के जरिए प्यार जताएं। आप चुप रहेंगे, तो शायद वो भी न अपना प्यार कह पाए, क्योंकि रिश्तों में कितने भी उतार चढ़ाव क्यों न आएं, एक भाई ही है, जो आपका हर कदम पर साथ निभाता है। हर सुख-दुख में साथ देता है और मुसीबत में हरदम खड़ा रहता है। अगर आप अपने भाई को जन्मदिवस पर बधाई संदेश भेजना चाहते हैं, तो हमारे दिए गए मैसेज को शेयर कर सकते हैं। मैसेज पढ़ने के बाद भाई का यादगार जवाब हमारे साथ नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में शेयर जरूर करें। साथ ही अपने भाई के साथ मनाए गए जन्मदिन के किस्से भी आप हमारे साथ साझा कर सकते हैं।

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मैरिज एनिवर्सरी (शादी की सालगिरह) कोट्स और विशेस – Marriage Anniversary Wishes in Hindi

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शादी का दिन सभी के लिए उनके जीवन के सबसे खूबसूरत पलों में से एक होता है। यह न सिर्फ दंपति के लिए, बल्कि उनके पूरे परिवार के लिए खुशियों से भरा होता है। अपने दांपत्य जीवन की सफलता और खुशियों को मनाने के लिए लोग अक्सर शादी की सालगिरह बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। ऐसे में आपकी ओर से सिर्फ “हैप्पी वेडिंग एनिवर्सरी” की जगह खूबसूरत मैरिज एनिवर्सरी विशेस का एक मैसेज उनकी इस खुशी में चार चांद लगा सकता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हमने लिखे हैं 40 मैरिज एनिवर्सरी विशेस जो आपके प्रियजनों तक शायरी के रूप में आपकी शुभकामनाएं पहुंचाएंगे।

हस्बैंड के लिए मैरिज एनिवर्सरी कोट्स

1. तुम्हारा और मेरा साथ यूं ही बना रहे, ये करती हूं मैं दुआ।

सालगिरह मुबारक, मेरे पिया।

2. प्रेम को नया नाम, मुझे एक नया संसार दिया है,

तुमने मेरे जीवन को, चांद-सितारों से सजा दिया है।

हैप्पी मैरिज एनिवर्सरी

3. मैं एक गीत हूं और तुम हो मेरे साज़,

अगर मैं होती कोई रानी, तो तुम होते मेरे सिर के ताज।

सालगिरह मुबारक।

4.कोरे केनवास जैसे मेरे जीवन में, आप हैं रंग,

शांत बहती इस नदी में, आप हैं उमंग,

जीवन से न जाए खुशियों का मेला,

दुआ है हमारी, आप हमेशा रहे संग।

सालगिरह मुबारक

5. आपकी हंसी की महक मेरे जीवन को महकाती है,

आपकी बातें हवा के दरिया में मछलियों की तरह लहराती हैं,

आप यूं ही मेरा हाथ थाम कर रखना,

आपके होने से ये जिंदगी चहचहाती है।

हैप्पी मैरिज एनिवर्सरी

6. दिन गुजरेंगे और साल बीत जाएंगे,

घड़ी टिकटिकाएगी और लम्हे बीत जाएंगे,

समय के अंत और उसके पार भी,

हम सिर्फ आपको अपना मीत पाएंगे।

शादी की सालगिरह मुबारक

7. तुम्हें प्रेम करना किसी किताब को पढ़ने जैसा है,

हर पन्ने पर मिलती है एक नई कहानी,

जो मुझे किताब से जोड़े रखती है।

मैं तुम्हें सफे-दर-सफे पढ़ती जाऊंगी,

तुम हर रोज एक नई कहानी बुनते जाना।

सालगिरह मुबारक

8. तुम्हारे लिए कविता लिखना है जैसे,

किसी तितली को फूलों से रस चुराते देखना

या देखना एक ओस की बूंद को

गुलाबी सहर में किसी पत्ती से सरकते हुए;

तुम्हारे लिए कविता लिखना है जैसे,

रात में चांदनी को निहारना

या निहारना एक बच्चे को

नींद में अंगड़ाई लेते हुए;

तुम्हारे लिए कविता लिखना है जैसे

तुमसे प्रेम करना

या सिर्फ तुमसे प्रेम करने का एहसास होना।

सालगिरह मुबारक

9. तुम्हें हर दफा देख कर, देखती रह जाती हूं;

गर तुमने गौर न किया हो, तो जनाब में आंखों से इश्क जताती हूं।

हैप्पी मैरिज एनिवर्सरी

10. अंधेरे में चिराग की तरह,

तपती धूप में फुहार की तरह,

साथ देते रहेंगे हम आपका,

सावन में बहार की तरह।

सालगिरह मुबारक

वाइफ के लिए मैरिज एनिवर्सरी कोट्स

Marriage anniversary quotes for wife

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1. सुबह लेती है रोशनी आपसे, मेहताब आपसे लेता है नूर,

फूलों को देती हैं खुशबू आप, मुझ को देती हैं आप सुरूर।

सालगिरह मुबारक

2. आपको देख कर सुबह खिलखिलाती है,

आपके आगे चांदनी भी शर्माती है,

आपकी खूबसूरती की क्या तारीफ करूं जाना,

आपसे मेरे जीवन में बहार आ जाती है।

हैप्पी मैरिज एनिवर्सरी

3. देख कर तुम्हें धड़कने रुक-सी हैं जाती,

जहां भी जाएं निगाहें बस तुम हो नज़र आती,

इस दिल की है बस एक ही तमन्ना

मेरा जीवन का ये गीत

हर जन्म बस तुम ही रहो गाती

शादी की सालगिरह मुबारक

4. मेरे इस मकान को घर बनाने के लिए शुक्रिया,

मुझे अपना बनाने के लिए शुक्रिया,

मैं तो काफिर था तुमसे मिलने से पहले,

मुझे खुदा की रहमत दिखाने के लिए शुक्रिया।

सालगिरह मुबारक

5. आपके बाद जिंदगी में कोई दरकार नहीं है,

आपसे दूर जाना हमें स्वीकार नहीं है,

एक आपका साथ बना रहे तो क्या बात है,

वरना जिंदगी में कहीं बहार नहीं है।

हैप्पी मैरिज एनिवर्सरी

6. शब्दों से खेलना हमें आता नहीं है,

आपके सिवा मन को कोई भाता नहीं है,

दोनों जहां भी साथ हो तो हम बेज़ार हैं,

दिल आपके बिन कोई गीत गाता नहीं है।

शादी की सालगिरह मुबारक

7. सुना था टूटते तारे से मांगी हर मुराद पूरी होती है,

मुझे कहां पता था कि मेरी मुराद इतनी खूबसूरत है।

सालगिरह मुबारक, मेरी मुराद

8. तू आरज़ू है मेरी, मैं कामिल तुझसे हूं,

तू राह है मेरी, मैं मुसाफिर तेरा हूं।

सालगिरह मुबारक

9. तुम्हें देख कर अक्सर यह सोचता हूं मैं कि तुम शायद मेरा वो ख़्वाब हो जो सच हो गया,

हकीकत में चांद कभी ज़मीं पर उतरा है भला?

सालगिरह मुबारक

10. अंजान सफर में एक अंजान राही की तरह मिली थी तुम,

यह राह कब मंजिल बन गई, पता ही नहीं चला

शादी की सालगिरह मुबारक

दोस्तों के लिए मैरिज एनिवर्सरी कोट्स

Marriage anniversary quotes for friends

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1. दिल से निकलती है ये दुआ,

दूर रहे आपके जीवन से ग़मों का धुंआ।

हैप्पी वेडिंग एनिवर्सरी

2. प्रेम की ये डगर दूर तलक जाएगी,

मेरे दोस्त को सालगिरह की शुभकामनाएं देने

परियां भी ज़मीन पर उतर आएंगी।

सालगिरह मुबारक

3. दिल से दिल का ये बंधन

शादी की सालगिरह पर आपको अभिनंदन।

शादी के सालगिरह की शुभकामनाएं

4. मुबारक हो आपको आज का ये दिन,

प्रेम में आप दोनों का जीवन सदा रहे विलीन।

हैप्पी वेडिंग एनिवर्सरी

5. जीवन का हर दिन खुशियों से भरा हो,

आपकी जिंदगी का हर मौसम हरा हो,

न आए कभी आप दोनों की आंखों में आंसू,

आपका हर सपना, हर सच सुनहरा हो।

शादी के सालगिरह की शुभकामनाएं

6. सात फेरों का ये रिश्ता, आपके सातों जन्मों की खुशियां बन जाए,

इसी दुआं के साथ सालगिरह मुबारक।

7. सुबह के लिए जैसे सूरज जरूरी,

रात के लिए जैसे चंद्रमा जरूरी,

आप दोनों के लिए वैसे ही

एक दूसरे का साथ जरूरी।

हैप्पी वेडिंग एनिवर्सरी

8. चांद से चांदनी, सूरज से हम प्रकाश लाएं हैं,

सालगिरह के तोहफे में हम तारों से सजा आकाश लाएं हैं।

शादी के सालगिरह की शुभकामनाएं

9. आपके रिश्ते को न लगे कभी नजर,

प्रेम ऐसे बरसे आप दोनों पर जैसे

तपती धूप में राहगीर को मिले शजर

हैप्पी वेडिंग एनिवर्सरी

10. प्रेम एक नाम है,

जो ऊपर वाले का वरदान है,

देते एक दूसरे के लिए जान हैं,

तभी तो प्रेम महान है।

सालगिरह मुबारक

सहकर्मियों के लिए मैरिज एनिवर्सरी कोट्स

Marriage anniversary quotes for colleagues

Shutterstock

1. ऊपर वाले से हम करते हैं दुहाई,

दूर रहे आपके जीवन से सारे ग़म, सारी बुराई।

शादी की सालगिरह की आपको बधाई

2. आपके जीवन में खुशियां बनी रहें, यही दुआं करते हैं,

आपकी जोड़ी हमेशा सलामत रहे, ईश्वर से मांगा करते हैं।

हैप्पी वेडिंग एनिवर्सरी

3. जोड़ी कभी ये टूटे न,

साथ ये कभी छूटे न,

आपकी जोड़ी है शिव और शक्ति,

खुशियां आपसे कभी न रूठें।

सालगिरह मुबारक

4. मनोकामना करते हैं कि आप एक दूसरे के जीवन में सदैव रंग भरते रहे और आपका प्रेम यूं ही बना रहे।

हैप्पी वेडिंग एनिवर्सरी

5. विवाह का यह पवित्र बंधन आपके जीवन को खुशहाली से भरता रहे

शादी के सालगिरह की शुभकामनाएं

6. जीवन के खट्टे मीठे स्वाद से भरी, शादी की यह चाट

आप दोनों हो जैसे ऑफिस के अनुष्का और विराट।

शादी के सालगिरह की शुभकामनाएं

7. आंखों ने एक ख्वाब बुना है,

जिंदगी के सफर में आपने

एक दूसरे को हमसफर चुना है,

आज आपके घर पार्टी है,

क्या हमने सही सुना है?

हैप्पी वेडिंग एनिवर्सरी

8. दो दिलों और आत्मा का यह संगम है, शादी एक अनूठा बंधन है,

ईश्वर से प्रार्थना है कि आपका यह बंधन कभी न टूटे।

सालगिरह मुबारक, दोस्त

9. जो जीवन के पेड़ को फलदार बना दे, शादी वह मिट्टी है,

बॉस से मैंने बात कर ली, आज तुम्हारी छुट्टी है।

सालगिरह मुबारक, दोस्त

10. जीवन में आपके प्रेमरस बरसता रहे,

न हो आपको किसी बात का ग़म,

आप दोनों हमेशा यूं ही खिलखिलाएं,

खुशियां जिंदगी से कभी न हो कम।

शादी के सालगिरह की शुभकामनाएं

दोस्तों, हम आशा करते हैं कि इस लेख में बताई गई मैरिज एनिवर्सरी विशेस आपको और आपके प्रियजनों को पसंद आई होंगी। इन शादी की सालगिरह की शायरी को आप अपने अंदाज में भी लिख सकते हैं, ताकि मैरिज एनिवर्सरी विशेस में आपका आत्मिक भाव भी जुड़ जाए। इनके अलावा, अगर आपके पास भी कोई शादी की सालगिरह की शायरी या शादी के सालगिरह की शुभकामनाएं देने का कोई नया और मजेदार तरीका है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिख कर हमें जरूर बताएं।

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रास्पबेरी के 14 फायदे और नुकसान – Raspberry Benefits and Side Effects in Hindi

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सब्जियों के साथ-साथ फलों का सेवन भी स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है। ऐसे फलों में रास्पबेरी का नाम भी आता है। यह फल दिखने में जितना आकर्षक होता है, उससे कहीं ज्यादा गुणकारी है। माना जाता है कि यह फल हमें सेहतमंद रखने में मदद कर सकता है। वहीं, अगर अस्वस्थ हैं, तो बीमारियों के कुछ लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। अब आप सोचेंगे कि बीमारी को ठीक क्यों नहीं कर सकता, तो सरल जवाब यह है कि बीमार होने की अवस्था में डॉक्टरी इलाज ही सबसे बेहतर है। चलिए, स्टाइलक्रेज के इस लेख में जानते हैं शरीर को होने वाले रास्पबेरी के फायदे। लेख के अंत में हम रास्पबेरी के नुकसान के विषय में भी बताएंगे।

रसभरी के फायदे जानने से पहले, रास्पबेरी क्या होता है और इसका स्वाद कैसा होता है, यह जानना जरूरी है।

रास्पबेरी क्या है? – What is Raspberry in Hindi

रास्पबेरी लाल रंग का रसदार फल होता है, जो गुलाब परिवार से संबंधित है। रास्पबेरी को रसभरी भी कहा जाता है। यह फल कई रंगों में पाया जाता है जैसे – लाल, काले व बैंगनी। यह बहुत ही स्वादिष्ट फल होता है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन-सी और अन्य जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जिस कारण यह बहुत ही गुणकारी फल माना जाता है (1) (2)। वैसे तो रसभरी के गुण अनेक हैं, लेकिन लेख के आगे के भाग में हम रसभरी के विभिन्न फायदों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

लेख के इस भाग में जानिए रास्पबेरी के फायदे, जिसे जानकर किसी को भी रास्पबेरी खाने की इच्छा हो सकती है।

रास्पबेरी के फायदे – Benefits of Raspberry in Hindi

नीचे हम न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए रसभरी के फायदे बता रहे हैं, बल्कि यह त्वचा और बालों के लिए कैसे लाभकारी है, इस विषय में भी बताएंगे।

1. वजन कम करने के लिए रास्पबेरी के फायदे

बढ़ते वजन से परेशान लोग रास्पबेरी को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। दरअसल, रास्पबेरी कीटोन (Raspberry Ketone), जोकि लाल रास्पबेरी से निकाली जाती है, उसका सेवन वजन घटाने में मदद कर सकता है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, अगर रास्पबेरी कीटोन को विटामिन-सी के साथ लिया जाए, तो यह मोटापा घटाने में मददगार साबित हो सकती है। इसके अलावा, इसमें एंटी-ओबेसिटी गुण मौजूद होते हैं, जो मोटापा और फैटी लिवर को कम करने में मदद कर सकते हैं। बेशक रास्पबेरी में ये सभी गुण होते हैं, लेकिन इस संबंध में अभी और वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है (3) (4)।

2. कैंसर के लिए रसभरी के फायदे

रास्पबेरी विटामिन-सी और फाइबर से भरपूर होती है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ एसोफेगस (Esophagus) यानी भोजन-नली और डाइटरी फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ कोलोरेक्टल कैंसर (Colorectal Cancer) से बचाव कर सकते हैं। इतना ही नहीं रसभरी के अन्य गुणों की अगर बात करें, तो इसमें इलाजिक एसिड (Ellagic Acid) मौजूद होता है, जो कैंसर या ट्यूमर के प्रभाव को बढ़ने से रोक सकता है (5)। ध्यान रहे कि यह कैंसर से बचाव कर सकता है, लेकिन अगर कोई कैंसर से पीड़ित है, तो उसे डॉक्टर से इलाज कराने की सख्त जरूरत है, क्योंकि कैंसर एक घातक बीमारी है।

3. मधुमेह के लिए रसभरी के फायदे

मधुमेह के रोगियों को मीठा संतुलित मात्रा में या न के बराबर खाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में अगर किसी को डायबिटीज है, तो वो डॉक्टर की सलाह पर संतुलित मात्रा में रास्पबेरी का सेवन कर सकते हैं। यह फल न सिर्फ मीठा खाने की इच्छा को पूरा कर सकता है, बल्कि ब्लड ग्लूकोज की मात्रा को संतुलित रखने में मदद कर डायबिटीज के जोखिम को कम कर सकता है। ध्यान रहे कि इसके साथ मधुमेह के लिए दवाइयों का सेवन भी जरूरी है। इसके अलावा, जिन्हें मधुमेह नहीं है और वो डायबिटीज के जोखिम से बचाव चाहते हैं, तो वो भी रास्पबेरी का सेवन कर सकते हैं (5)।

4. आंखों के लिए रास्पबेरी के फायदे

आंखों को स्वस्थ रखने के लिए भी रास्पबेरी का सेवन किया जा सकता है। कई अध्ययनों के अनुसार, गहरे रंग के फल जैसे – स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी और रास्पबेरी में फ्लेवोनॉइड और पॉलीफेनोलिक यौगिक (Flavonoids and Polyphenolic compounds) के साथ-साथ कई अन्य गुण भी मौजूद हैं, जो आंखों को स्वस्थ रखने में मददगार साबित हो सकते हैं (6)। हालांकि, ये किस प्रकार मदद करते हैं, इस पर अभी और मेडिकल रिसर्च किए जाने की जरूरत है।

5. पाचन के लिए रास्पबेरी के फायदे

रास्पबेरी में फाइबर पाया जाता है, जो पाचन संबंधी समस्याओं को दूर कर पाचन क्रिया को बढ़ावा देने का काम कर सकता है। इसलिए, स्वस्थ पाचन के लिए इसे डाइट में शामिल किया जा सकता है (7) (8)। वहीं, जो स्वस्थ हैं, वो इसका सेवन कर अपने पाचन तंत्र को हमेशा ठीक रख सकते हैं।

6. हृदय के लिए रसभरी के फायदे

रास्पबेरी या रसभरी हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है (9)। रास्पबेरी में एंटीऑक्सीडेंट जैसे – ऐंथोसायनिन और ऐलाजिटैनिन (anthocyannins and elergitannins) मौजूद होते हैं, जो हानिकारक कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल को कम करने या संतुलित रखने में मदद कर सकते हैं, जिस कारण कई हृदय संबंधी बीमारियों से बचा जा सकता है (5)। वहीं, रास्पबेरी में फाइबर भी होता है और स्वस्थ हृदय के लिए फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ लाभकारी हो सकते हैं (10)।

7. गठिया के लिए रास्पबेरी के फायदे

बढ़ती उम्र या फिर पोषक तत्वों की कमी के कारण हड्डियों से संबंधित समस्याएं भी होने लगती है। ऐसे में जरूरी है कि वक्त रहते इन पर ध्यान दिया जाए। हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए भी रास्पबेरी का सेवन किया जा सकता है। रास्पबेरी में विटामिन-सी के साथ-साथ ऐंथोसायनिन (Anthocyanin), क्वेरसेटिन (Quercetin) जैसे पॉलीफेनोल मौजूद होते हैं, जो ऑस्टियोअर्थराइटिस (Osteoarthritis, गठिया का एक प्रकार) से बचने में मदद कर सकते हैं (11) (12)। अगर किसी को जोड़ों या हड्डियों में तेज दर्द हो रहा हो, तो डॉक्टर से चेकअप जरूर करवाना चाहिए।

8. फर्टिलिटी के लिए रसभरी के गुण

मां बनना महिला के जीवन को पूरा होने का एहसास दिलाता है, लेकिन कभी-कभी किन्हीं कारणों से कुछ महिलाएं इस खुशी से वंचित रह जाती हैं। ऐसे में महिला को अपनी डाइट पर खासतौर पर ध्यान देना चाहिए और ऐसे खाद्य पदार्थों का चुनाव करना चाहिए, जिससे उनकी फर्टिलिटी में सुधार हो। महिला अपने आहार में रास्पबेरी शामिल कर सकती हैं, क्योंकि यह फल फर्टिलिटी बढ़ाने में कुछ मदद कर सकती है (13)। फर्टिलिटी बढ़ाने में रास्पबेरी कैसे काम करती है, इस पर अभी और वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है। साथ ही अगर किसी महिला को गर्भधारण करने में समस्या हो, तो उसे डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए।

9. याददाश्त में सुधार के लिए रास्पबेरी

कई लोगों की भूलने की आदत होती है, जो शुरूआत में तो बहुत सामान्य लग सकती है, लेकिन अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह अल्जाइमर जैसी भूलने की बीमारी बन सकती है। ऐसे में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इन्फ्लेमेटरी पॉलीफेनोलिक युक्त खाद्य पदार्थ जैसे – रास्पबेरी के सेवन से याददाश्त में सुधार किया जा सकता है (5)। इसलिए, भूलने की आदत को अनदेखा न करते हुए अपने आहार में बेरी को शामिल कर सकते हैं। रास्पबेरी के सेवन से भूलने की समस्या कुछ हद तक कम हो सकती है।

10. इम्युनिटी के लिए रसभरी के फायदे

इम्यून पावर यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाए रखने के लिए रास्पबेरी पर भरोसा किया जा सकता है। जैसा कि लेख में ऊपर बताया गया है कि रास्पबेरी में विटामिन सी मौजूद होता है और विटामिन सी इम्यून पावर को बढ़ाने में मदद कर सकता है (14)। इस प्रकार रास्पबेरी जैसे छोटे-से फल के सेवन से कई बीमारियों के जोखिम से बचा जा सकता है (15)। यह संक्रमण से लड़ने में भी मदद कर सकता है (16)।

11. पीरियड्स क्रैम्प्स के लिए रास्पबेरी

पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई परेशानियां जैसे – पेट में दर्द, ऐंठन और मतली का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कुछ महिलाएं इन समस्याओं से राहत पाने के लिए दवाइयों का सहारा भी लेती हैं, जिसके नुकसान भी हो सकते हैं। ऐसे में घरेलू उपायों की सहायता लेना फायदेमंद हो सकता है। अगर मासिक धर्म के दौरान दर्द या ऐंठन हो, तो रास्पबेरी की पत्तियों की चाय का सेवन किया जा सकता है। इसके सेवन से ऐंठन की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है। पीरियड्स के दौरान रोजाना इस चाय का सेवन किया जा सकता है (17)। अगर फिर भी दर्द कम न हो, तो डॉक्टर से सलाह लेने में देरी न करें।

12. एंटीबैक्टीरियल

रास्पबेरी में एंटीबैक्टीरियल गुण भी मौजूद होते हैं। रास्पबेरी जूस का एंटीबैक्टीरियल गुण कुछ खास तरह के बैक्टीरिया जैसे – साल्मोनेला (Salmonella), शिगेला (Shigella) और ई. कोलाई (E. coli) को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है। फिलहाल, रास्पबेरी में एंटी-फंगल गुण की पुष्टि नहीं हुई है (18)।

13. त्वचा के लिए रास्पबेरी के फायदे

रास्पबेरी सिर्फ स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि त्वचा के लिए भी लाभकारी हो सकती है। रास्पबेरी का सेवन आपको त्वचा के कैंसर से बचा सकता है (5)। इतना ही नहीं काली रास्पबेरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा पर एंटी-एजिंग प्रभाव डालकर बढ़ती उम्र के असर को कम कर सकते हैं (19)। इतना ही नहीं रास्पबेरी त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से भी बचा सकती है (20)। वहीं, अगर किसी को त्वचा से जुड़ी कोई गंभीर समस्या हो, तो डॉक्टर के पास जरूर जाएं।

14. बालों के लिए रास्पबेरी के फायदे

रास्पबेरी न सिर्फ स्वास्थ्य और त्वचा के लिए, बल्कि बालों के लिए भी लाभकारी हो सकती है। कुछ अध्ययनों के अनुसार कैप्साइसिन (Capsaicin) का उपयोग डर्मल आईजीएफ को बढ़ाने में मदद कर सकता है। डर्मल आईजीएफ (Dermal IGF-I) एक प्रकार का हार्मोन होता है, जो त्वचा और बालों के लिए काम करता है। ऐसे में रास्पबेरी कीटोन (Raspberry Ketone, रास्पबेरी में पाया जाने वाला घटक) फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि यह कैप्साइसिन की तरह काम कर न सिर्फ त्वचा की इलास्टिसिटी में सुधार करता है, बल्कि बालों को भी बढ़ाने में मदद कर सकता है (21)।

आगे जानिए कि रास्पबेरी में ऐसे कौन से पौष्टिक तत्व हैं, जो इसे इतना फायदेमंद बनाते हैं।

रास्पबेरी के पौष्टिक तत्व – Raspberry Nutritional Value in Hindi

नीचे हम रास्पबेरी में मौजूद पौष्टिक तत्वों की सूची आपके साथ साझा कर रहे हैं। यहां जानिए इनके बारे में और सेवन कर रसभरी के फायदे का आनंद लें (22)।

पोषक तत्व प्रति 100 ग्राम
पानी 85.75 ग्राम
एनर्जी 52 केसीएल
प्रोटीन 1.2 ग्राम
टोटललिपिड (फैट) 0.65 ग्राम
ऐश 0.46 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 11.94 ग्राम
फाइबर, टोटलडाइटरी 6.5 ग्राम
शुगर 4.42 ग्राम
सुक्रोस 0.2 ग्राम
ग्लूकोज (डेक्सट्रॉस) 1.86 ग्राम
फ्रुक्टोज 2.35 ग्राम
कैल्शियम 25 मिलीग्राम
आयरन 0.69 मिलीग्राम
मैग्नीशियम 22 मिलीग्राम
फास्फोरस 29 मिलीग्राम
पोटैशियम 151 मिलीग्राम
सोडियम 1 मिलीग्राम
जिंक 0.42 मिलीग्राम
कॉपर 0.09 मिलीग्राम
मैंगनीज 0.67 मिलीग्राम
सेलेनियम 0.2 माइक्रोग्राम
विटामिनसी, टोटलएस्कॉर्बिकएसिड 26.2 मिलीग्राम
थायमिन 0.032 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन 0.038 मिलीग्राम
नायसिन 0.598 मिलीग्राम
पैंटोथैनिक एसिड 0.329 मिलीग्राम
विटामिनबी-6 0.055 मिलीग्राम
फोलेट, टोटल 21 माइक्रोग्राम
कोलीन, टोटल 12.3 मिलीग्राम
बैटीन 0.8 मिलीग्राम
विटामिनए, आरएई 2 माइक्रोग्राम
कैरोटीन, बीटा 12 माइक्रोग्राम
कैरोटीन, अल्फा 16 माइक्रोग्राम
विटामिनए, आईयू 33 आईयू
लुटिन + जियाजैंथिन 136 माइक्रोग्राम
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरोल) 0.87 मिलीग्राम
टोकोफेरोलबीटा 0.06 मिलीग्राम
टोकोफेरोल, गामा 1.42 मिलीग्राम
टोकोफेरोल, डेल्टा 1.04 मिलीग्राम
विटामिनके (फिलोक्यूनोन-phylloquinone) 7.8 माइक्रोग्राम
फैटीएसिड, टोटलसैचुरेटेड 0.019 ग्राम
फैटीएसिड, टोटलमोनोअनसैचुरेटेड 0.064 ग्राम
फैटीएसिड, टोटलपोलीअनसैचुरेटेड 0.375 ग्राम

पौष्टिक तत्वों के बारे में जानने के बाद अब बारी आती है, रास्पबेरी के चुनाव और उसे लंबे वक्त तक कैसे सुरक्षित रखने के बारे में जानने की। लेख के इस भाग में हम उसी के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

रास्पबेरी का चयन कैसे करें और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?

नीचे जानिए अच्छे रसभरी का चुनाव कैसे किया जाए और रास्पबेरी को कैसे सही तरीके से स्टोर करके रखा जाए (23)।

चुनाव :

रास्पबेरी का चुनाव करना बहुत ही आसान है। हमेशा उस रास्पबेरी का चयन करें, जो गहरे रंग की और मोटी हो। उन रास्पबेरी को न चुनें, जो गली हुई, नर्म या दाग वाली हो।

रास्पबेरी को स्टोर कैसे करें ?

रास्पबेरी को फ्रिज में स्टोर करके रख सकते हैं। रास्पबेरी को खरीद कर लाने के बाद बिना धोए एक प्लेट में रखकर ऊपर से प्लास्टिक से ढककर फ्रिज में रख दें। ध्यान रहे कि रास्पबेरी को खरीदने के दो दिन के अंदर ही उसका सेवन कर लें।

अब बारी आती है इस मीठे फल के उपयोग के बारे में जानने की।

रास्पबेरी का उपयोग – How to Use Raspberry in Hindi

नीचे जानिए कि रास्पबेरी के फायदे के लिए उसका उपयोग आप कैसे कर सकते हैं (23)।

  • आप रास्पबेरी का जूस पी सकते हैं।
  • आप फ्रूट सलाद के साथ भी इसे खा सकते हैं।
  • रास्पबेरी को केक में या अन्य डिजर्ट में उपयोग करके खा सकते हैं।
  • आप चाहें तो सीधे रास्पबेरी का सेवन कर सकते हैं।
  • आप अन्य फलों के साथ स्मूदी के रूप में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

नोट : अगर बात करें रास्पबेरी का सेवन कितनी मात्रा में करना है, तो यह व्यक्ति के उम्र और उसके स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। इस स्थिति में डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ ही आपको सीधे तौर पर सलाह दे सकते हैं।

किसी भी चीज का अगर जरूरत से ज्यादा सेवन किया जाए, तो उसका उल्टा असर भी हो सकता है। वैसे ही रास्पबेरी के अधिक सेवन से रास्पबेरी के नुकसान भी हो सकते हैं। लेख के इस भाग में हम उसी के बारे में जानकारी कर रहे हैं।

रास्पबेरी के नुकसान – Side Effects of Raspberry in Hindi

नीचे जानिए रसभरी के नुकसान।

  • लाल रास्पबेरी एस्ट्रोजेन (Estrogen) की तरह काम कर सकती है, जिस कारण ब्रेस्ट कैंसर, ओवेरियन कैंसर और अन्य तरह के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है (24)।
  • लाल रास्पबेरी की पत्तियों की चाय का सेवन से करने ब्लड शुगर का स्तर जरूरत से ज्यादा कम हो सकता है (24)।
  • गर्भवती महिलाएं रास्पबेरी या रास्पबेरी कीटोन (रास्पबेरी का सप्लीमेंट) से दूर रहें। हालांकि, इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं है कि यह गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसानदायक है या नहीं (25), लेकिन खुद के और होने वाले शिशु के स्वास्थ्य के लिए इसका सेवन न करें।

नोट : अगर आपको फूड एलर्जी है, तो रास्पबेरी का सेवन करने से पहले डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।

इस लेख को पढ़ने के बाद आप समझ ही गए होंगे कि बताई गई बीमारियों के लिए रास्पबेरी का सेवन किस प्रकार लाभकारी हो सकता है। साथ ही आपको लेख में इसके कुछ नुकसानों के बारे में भी जानकारी दी गई है। ध्यान रहे कि रास्पबेरी बताई गई बीमारियों के जोखिम को या इनके लक्षण को कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन उन्हें पूरी तरह खत्म करने में कितना सहायक हो सकता है, इसका कोई प्रमाण मौजूद नहीं है। इसलिए, बीमारी से निजात पाने के लिए डॉक्टर की सलाह लेनी जरूरी है। इसके अलावा, लेख से जुड़ा कोई सवाल अगर आपके मन में है, तो आप उसे नीचे दिए कमेंट बॉक्स के जरिए हमसे पूछ सकते हैं।

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पद्मासन करने का तरीका और फायदे – Padmasana (Lotus Pose) Steps And Benefits in Hindi

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पारिवारिक, सामाजिक और ऑफिस की जिम्मेदारियों से अपने लिए समय निकालना मुश्किल हो जाता है। इस वजह से व्यक्ति आसानी से बीमारियों की चपेट में आ सकता है। ऐसे में स्वयं को स्वस्थ रखने का सबसे आसन तरीका होता है सुबह उठ कर योगासन करना। योग में ऐसे कई आसन हैं, जो शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ बनाए रखने में में मदद कर सकते हैं और ऐसा ही एक आसन है पद्मासन। पद्मासन के फायदे आपके तनाव को कम कर सकते हैं और दिनभर ऊर्जावान बनाए रखने में मदद कर सकते हैं, बशर्ते इसे सही ढंग से किया जाए।

स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम पद्मासन योग पर चर्चा करेंगे। इस लेख में पद्मासन के लाभ के साथ, आपको पद्मासन करने का तरीका भी बताएगा जाएगा। इन सब के साथ आप यह भी जान पाएंगे कि पद्मासन करते समय सावधानियां रखना क्यों जरूरी है।

पद्मासन के लाभ बताने से पहले यह जानना जरूरी है कि पद्मासन क्या होता है।

पद्मासन क्या है – What is Padmasana (Lotus Pose) in hindi

पद्मासन, एक प्रकार का योगासन है, जिसे बैठ कर किया जाता है। यह संस्कृत के शब्द पद्म अर्थात कमल और आसन को मिलाकर बनाया गया है। भारतीय संस्कृति में कमल का धार्मिक रूप से बहुत महत्व है। माना जाता है कि जिस प्रकार कमल कीचड़ में खिलने के बाद भी अपनी खूबसूरती नहीं खोता है, उसी प्रकार पद्मासन व्यक्ति को सामाजिक बुराइयों से दूर रख मन को शांत रखने में मदद करता है। अक्सर, प्राणायाम करते समय पद्मासन मुद्रा में बैठने का सुझाव दिया जाता है (1)।

लेख के अगले भाग जानिए पद्मासन के फायदे के बारे में।

पद्मासन करने के फायदे – Benefits of Padmasana (Lotus Pose) in hindi

1. दिमाग को शांत करे

योग करते समय व्यक्ति का दिमाग और उसका शरीर एक लय में चलना जरूरी होता है। इस कारण योग करते समय ध्यान केंद्रित करना आवश्यक हो जाता है। ध्यान करने के लिए पद्मासन योग को एक बहुत जरूरी योगासन माना जाता है। यह ध्यान केंद्रित कर दिमाग को शांत करने में मदद कर सकता है (1)।

2. ऊर्जा बनाए रखे

अगर कोई थका हुआ महसूस कर रहा है, तो कुर्सी पर बैठने की जगह पद्मासन में बैठा जा सकता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ योग के एक शोध में पाया गया है कि लगभग 20 मिनट तक पद्मासन में बैठने से पद्मासन के लाभ ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने का काम कर सकते हैं (2)।

3. बेहतर नींद

नींद न आने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे मानसिक या शारीरिक थकान या फिर स्ट्रेस। कई बार इसमें एलोपैथिक दवाइयां भी काम नहीं कर पाती हैं। ऐसे में पद्मासन के फायदे बेहतर नींद लाने में मदद कर सकते हैं। शोध में पाया गया है कि पद्मासन स्ट्रेस को कम कर सकता है, जिससे बेहतर नींद लेने में मदद मिल सकती है (3)।

4. घुटनों के लिए लाभकारी

पद्मासन में बैठते समय घुटनों और टखनों को अच्छी तरह खींच कर और मोड़ कर बैठना होता है। आसन करने के दौरान जब जोड़ों में खिंचाव पड़ता है, तो एक खास प्रकार का द्रव (श्लेष द्रव – Synovial Fluid) का रिसाव होता है। माना जाता है कि यह द्रव मांसपेशियों की अकड़न को कम करने के साथ-साथ अर्थराइटिस जैसी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है (4)।

5. माहवारी में लाभदायक

माहवारी के दौरान पेट, कमर में दर्द, अकड़न, थकान, चिड़चिड़ापन आदि होना आम बात है। ऐसे में इन लक्षणों को कम करने के लिए पद्मासन योग मददगार साबित हो सकता है। जैसा कि हम लेख में पहले भी बता चुके हैं कि पद्मासन दिमाग को शांत करता है। साथ ही यह मांसपेशियों की अकड़न व कमर दर्द आदि को कम करने में भी मदद कर सकता है और माहवारी की असहजता को दूर करने में मदद कर सकता है (4) (5)।

6. गर्भवती के लिए पद्मासन के फायदे

गर्भावस्था के दौरान भी पद्मासन के फायदे एक महिला को मिल सकते हैं। जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया है कि यह आसन तनाव को दूर करने के साथ-साथ मांसपेशियों की अकड़न को दूर करने और शरीर में ऊर्जा बढ़ाने का काम कर सकता है। फिलहाल, इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, जो यह बता सके कि इसके लाभ गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को मिलेंगे या नहीं। साथ ही गर्भावस्था के दौरान इस आसन को करने से पहले डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।

पद्मासन के लाभ जानने के बाद, आइए अब आपको पद्मासन की विधि के बारे में बताते हैं।

पद्मासन योग मुद्रा करने का तरीका – Steps to do Padmasana (Lotus Pose) in Hindi

किसी भी आसन के फायदे उसे सही ढंग से करने पर ही मिलते हैं, इसलिए जरूरी है उसके करने के तरीके के बारे में जानना। नीचे जानिए पद्मासन की विधि के बारे में :

  • योग मैट पर पैरों को सामने की ओर फैलाकर बैठ जाएं।
  • अपनी कमर और गर्दन को सीधा रखें।
  • अब दाएं पैर को मोड़ कर उसकी एड़ी को बाईं जांघ पर रखें।
  • इस प्रक्रिया को दूसरे पैर के साथ भी दोहराएं।
  • जब दोनों पैरों को मोड़कर एड़ी को विपरीत जांघों पर रखकर आप सहज हो जाएं, तो हाथों से ज्ञानमुद्रा बनाकर घुटनों पर रखें।
  • इस दौरान अपनी कोहनियों को सीधा रखें।
  • अब इस मुद्रा में कुछ देर बैठें।
  • इस मुद्रा में सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया को सामान्य रूप से जारी रखें।
  • इस प्रक्रिया को दिन में दो बार तीन से पांच मिनट के लिए दोहरा सकते हैं।

अगर आपने पहले कभी पद्मासन नहीं किया तो लेख का अगला भाग आपके लिए है। जानिए शुरुआती लोगों के लिए पद्मासन की विधि।

शुरुआती लोगों के लिए पद्मासन करने की टिप – Beginner’s Tip to do Padmasana (Lotus Pose) in Hindi

अगर आपने पहले कभी पद्मासन नहीं किया और पिछले भाग में बताई गई पद्मासन की विधि करने में आपको असहजता हो रही है, तो आप अर्धपद्मासन कर सकते हैं। इसे नीचे बताई गई विधि से किया जा सकता है :

  • योग मैट पर पालथी मार कर बैठ जाएं।
  • अब दाएं पैर की एड़ी को बाएं पैर की जांघ पर रखें।
  • अब उंगलियों से ज्ञान मुद्रा बनाकर हाथों को घुटनों पर रखें।
  • अपनी कोहनियों को सीधा रखें।
  • ध्यान रखें कि पूर्ण पद्मासन की ही तरह इसमें भी कमर और गर्दन को सीधा रखना है।
  • अब धीरे-धीरे गहरी सांस लें और फिर धीरे धीरे छोड़ें।
  • इसे लगभग तीन से पांच मिनट तक करें और फिर दूसरे पैर से यह प्रक्रिया दोहराएं।
  • जब आप इसमें पूरी तरह से प्रशिक्षित हो जाएं, तो पूर्ण पद्मासन करने का प्रयास करें।

यह आसन करते समय कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। लेख के अगले भाग में जानिए पद्मासन करते समय सावधानियां कैसे बरतनी चाहिए।

पद्मासन योग के लिए कुछ सावधानियां – Precautions for Padmasana (Lotus Pose) In Hindi

पद्मासन करते समय सावधानियां न बरतने से आपको कुछ नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। नीचे जानिए पद्मासन करते समय सावधानियां कैसे बरतनी चाहिए :

  • अगर आपने पहले कभी पद्मासन नहीं किया है, तो इसे योग विशेषज्ञ की देखरेख में ही करें।
  • जोड़ों या घुटने के दर्द से पीड़ित लोग पद्मासन को न करें।
  • गर्भावस्था में भी पद्मासन योग विशेषज्ञ की देखरेख में करने की सलाह दी जाती है।

इस लेख को पढ़ने के बाद आप पद्मासन के फायदे के बारे में अच्छी तरह समझ गए होंगे। इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि अगर इसे सही ढंग से किया जाए, तो इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। आप अब पद्मासन करने का तरीका भी समझ गए होंगे। इस बात पर ध्यान दें कि प्रतिदिन योग करने से शरीर स्वस्थ और तंदुरुस्त रहता है, लेकिन यह कोई मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं है। किसी बीमारी का उपचार करने के लिए पद्मासन कितना लाभकारी होगा, यह नहीं कहा जा सकता। साथ ही पद्मासन करते समय सावधानियां भी जरूर बरतें। हम आशा करते हैं कि इस लेख की मदद से आप पद्मासन के लाभ सही ढंग से उठा पाएंगे। कमेंट बॉक्स में लिख कर हमें बताना न भूलें कि यह लेख आपको कैसे लगा।

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छुहारे के फायदे, उपयोग और नुकसान – Dry Dates Benefits, Uses and Side Effects in Hindi

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क्या आप जानते हैं कि खजूर (डेट्स) के गुणों की वजह से इसके पेड़ को जीवन का वृक्ष, रेगिस्तान की रोटी आदि नामों से जाना जाता है (1)। यह पसंदीदा सूखे मेवों में से एक है, जिसके कई लाभ हैं। इसके चार प्रकार हैं और उन्हीं में से एक है छुहारा (सूखा खजूर) (2)। खजूर की ही तरह छुहारा भी कई गुणों से भरपूर होता है, लेकिन खजूर की तुलना में छुहारे के गुण की मात्रा कम होती है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम छुहारे खाने के फायदे और नुकसान के ही बारे में बात करने वाले हैं। इस लेख में ऐसी कुछ समस्याएं बताई गई हैं, जिनके लक्षणों को कम करने के लिए छुहारे का उपयोग किया जा सकता है। छुहारे के गुण आपको स्वस्थ बनाए रखने में मदद जरूर कर सकते हैं, लेकिन किसी बीमारी का इलाज साबित नहीं हो सकते।

लेख के अंत तक आप छुहारे खाने के लाभ के साथ छुहारे खाने के तरीके के बारे में भी अच्छी तरह समझ जाएंगे। आइए, अब आपको छुहारे के फायदे बता दें।

छुहारे के फायदे – Benefits of Dry Dates in Hindi

छुहारे खाने के फायदे की बात करें, तो डेट्स कई गुणों से समृद्ध होते हैं, जैसे एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी माइक्रोबियल आदि (3)। अरब देशों में छुहारों का उपयोग कई बीमारियों को दूर भगाने के लिए किया जाता है। इन बीमारियों में कैंसर का भी नाम शामिल है। छुहारे खाने के लाभ सेहत के साथ-साथ बालों और त्वचा को स्वस्थ रखने में भी दिख सकते हैं। इन सभी फायदों के बारे में हम आपको लेख में आगे बताएंगे। जैसा कि हम आपको बता चुके है कि खजूर की ही तरह छुहारा भी कई गुणों से भरपूर होता है, लेकिन खजूर की तुलना में छुहारे के गुण की मात्रा कम होती है।

लेख के अगले भाग में जानिए स्वास्थ्य के लिए छुहारे के लाभ।

सेहत/स्वास्थ्य के लिए छुहारे के फायदे – Health Benefits of Dry Dates in Hindi

1. स्वस्थ मुंह के लिए छुहारे के लाभ

छुहारे मुंह को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। साथ ही ये मुंह के संक्रमण से भी बचा सकते हैं। यहां इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण काम करते हैं (3)। शोध में पाया गया है कि एंटीमाइक्रोबियल गुण एक नहीं बल्कि कई प्रकार के संक्रमण फैलाने वाले में जीवाणुओं को खत्म कर सकता है और ओरल हेल्थ को बनाए रखने में मदद कर सकता है (4)। साथ ही इसमें कई पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जैसे प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन-ए और विटामिन-सी (2)। ये सभी विटामिन मुंह को स्वस्थ बनाए रखने के लिए जरूरी माने जाते हैं (5)।

2. पेट की समस्या से आराम

पेट से जुड़ी समस्या किसी को भी हो सकती है। इससे जीवनशैली पर तो प्रभाव पड़ता ही है, साथ ही पेट के कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। पेट से जुड़ी समस्या जैसे कब्ज, अपचन, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (आंत से जुड़ा विकार) आदि से राहत पाने के लिए ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जो फाइबरयुक्त हो। हाई फाइबर का सेवन करने से मल प्रवाह बेहतर होता है, जिससे पेट से जुड़ी समस्याओं से आराम मिल सकता है (6)। ऐसे में आप छुहारों का सेवन कर सकते हैं, क्योंकि ये फाइबर से भरपूर होते हैं (2)।

3. हृदयरोग का खतरा कम करे

हृदय रोग को दुनिया में मृत्यु का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। छुहारे खाने के लाभ हृदय रोग का जोखिम कम करने में भी मिल सकते हैं। यह उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, लिपिड ऑक्सीडेशन (फ्री रेडिकल्स का एक तरह का प्रभाव) और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है, जो कार्डियोवस्कुलर रोग होने के अहम कारणों माने जाते हैं। इन कारणों को कम करके छुहारे के गुण हृदय रोग का खतरा कम करने में मदद कर सकते हैं (7)।

4. ऊर्जा बढ़ाने में छुहारे खाने के लाभ

कार्बोहाइड्रेट्स को जरूरी पोषक तत्व माना जाता है। शरीर का पाचन तंत्र कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज (ब्लड शुगर) में बदलता है, जो शरीर के लिए ऊर्जा का स्रोत बनता है (8)। यहां छुहारे खाने के फायदे ये हैं कि इनमें कार्बोहाइड्रेट की समृद्ध मात्रा पाई जाती है, जिस वजह से इन्हें ऊर्जा का अच्छा स्रोत माना जा सकता है (2)।

5. एनीमिया से आराम पाने में छुहारे के लाभ

शरीर में आयरन की कमी एनीमिया का कारण बनती है। आयरन की मदद से शरीर हीमोग्लोबिन बनाता है। यह एक प्रकार का प्रोटीन होता है, जो खून की मदद से पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। आयरन की कमी से शरीर पर्याप्त हीमोग्लोबिन नहीं बना पाता और शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई में समस्या आती है (9)। छुहारे खाने के फायदे आपको एनीमिया से आराम पाने में भी मिल सकते हैं। दरअसल, डेट्स को आयरन की कमी के दौरान आयरन सप्लीमेंट्स की तरह उपयोग किया जा सकता है। यह बिना किसी दुष्प्रभाव के आयरन की कमी को पूरा करने में मदद करता है (2)। ध्यान रहे कि एनीमिया की समस्या में डॉक्टरी उपचार को नजरअंदाज न करें।

यहां हम आपको एक बार फिर से बता दें कि खजूर की ही तरह छुहारा भी उन्हीं पोषक तत्वों से भरपूर होता है, लेकिन खजूर की तुलना में छुहारे के गुण की मात्रा कम होती है।

6. संक्रमण से राहत दिलाए

जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि छुहारे कई गुणों से भरपूर होते हैं और ऐसा ही एक गुण है एंटीमाइक्रोबियल। इसके एंटीमाइक्रोबियल गुण की वजह से इसका उपयोग कई प्रकार के संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए किया जा सकता है। संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने के साथ, यह उन्हें दोबारा पनपने से भी रोक सकता है (3)।

7. मांसपेशियों को मजबूत बनाए

मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए अक्सर लोग प्रोटीन सप्लीमेंट्स लेते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि एक्सरसाइज के साथ प्रोटीन मसल्स मास को बढ़ाता है और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है (10)। छुहारे में भी समृद्ध मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखने में आपकी मदद कर सकता है (2)। शारीरिक मांसपेशियों के साथ-साथ छुहारा कार्डियोमायोपैथी (हृदय की मांसपेशियों का रोग) के दौरान हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखने में भी मदद कर सकता है (11)। फिलहाल, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

8. कैंसर के लिए छुहारे के फायदे

छुहारे के गुण कैंसर से बचाए रखने के लिए भी उपयोग किए जा सकते हैं। शोध में पाया गया है कि छुहारा में एंटीट्यूमर और एंटी कैंसर गुण होते हैं, जो कैंसर के कुछ लक्षणों को कम करने का काम कर सकते हैं (3)। साथ ही छुहारे खाने के लाभ यह भी हैं कि यह आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ा सकता है, जिससे आंत स्वस्थ बनी रहती हैं। साथ ही, यह आंत के कैंसर (कोलन कैंसर) की कोशिकाओं को नष्ट करने का काम भी कर सकता है (12)। कैंसर के मामले में छुहारा सिर्फ कुछ हद तक मदद कर सकता है, लेकिन मेडिकल ट्रीटमेंट का विकल्प नहीं हो सकता। इसलिए, अगर किसी को कैंसर हो, तो उसे डॉक्टर से इलाज जरूर करवाना चाहिए।

स्वास्थ्य के लिए छुहारे खाने के फायदे बताने के बाद, आइए अब आपको बता दें कि त्वचा के लिए छुहारे के फायदे क्या हैं।

त्वचा के लिए छुहारे के फायदे – Skin Benefits of Dry Dates in Hindi

1. त्वचा की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं के लिए

शोध में पाया गया है कि यूवी किरणें त्वचा पर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और ऑक्सीडेशन के प्रभाव को बढ़ाकर कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है। इस वजह से त्वचा रूखी, बेजान और खींची हुई महसूस हो सकती है। ऐसे में छुहारे के गुण आपके काम आ सकते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है और त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है (13) (3)।

2. त्वचा को स्वस्थ बनाए रखे

त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने के लिए कई पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इनमें नाम शामिल हैं, जिंक, कॉपर व सिलेनियम जैसे खनिज और विटामिन ए व सी। त्वचा को छुहारे खाने के लाभ उसमें मौजूद पोषक तत्वों की वजह से मिल सकता है (2)। इसमें मौजूद जिंक त्वचा पर बढ़ती उम्र के लक्षण को कम कर सकता है। साथ ही इसमें मौजूद सिलेनियम और विटामिन-ए त्वचा को सोरायसिस रोग से बचाने का काम कर सकते हैं। वहीं, कॉपर त्वचा के लिए एंटीऑक्सीडेंट की तरह कम करता है और विटामिन-सी त्वचा को फ्री रेडिकल्स व ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के प्रभाव से बचाने और उसे नम बनाए रखने में मदद कर सकता है (14)।

3. त्वचा को जवान बनाए रखे

उम्र के बढ़ने के अलावा त्वचा पर बढ़ती उम्र के लक्षण, जैसे झुर्रियां दिखने की कई वजह हैं, जैसे यूवी किरणों का ऑक्सीडेटिव प्रभाव और पोषक तत्वों की कमी। ऐसे में छुहारे के फायदे यह हैं कि ये बढ़ती उम्र के इन लक्षणों को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं। जैसा कि हम लेख में ऊपर भी बता चुके हैं कि इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव प्रभाव को कम कर सकते हैं। साथ ही, इसमें विटामिन-सी, विटामिन-ए और पॉलीफेनोल्स भी पाए जाते हैं, जो त्वचा पर एंटीएजिंग गुणों की तरह काम करते हैं और त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद कर सकते हैं (15) (2)।

त्वचा की खूबसूरती और स्वास्थ्य के लिए छुहारे के लाभ उठाने के लिए आप उसका उपयोग नीचे बताई गई प्रक्रिया की मदद से कर सकते हैं।

सामग्री :
  • तीन से पांच छुहारे
  • आधा कप दूध
  • एक छोटा चम्मच सूजी
  • एक छोटा चम्मच शहद
विधि :
  • छुहारे को पानी से अच्छी तरह धोकर साफ कर लें और उसके बीज निकाल लें।
  • एक पैन में आधा कप दूध डालकर उबाल लें।
  • उबले हुए दूध में छुहारों को कुछ देर के लिए भिगोकर रख दें।
  • लगभग 30 मिनट भिगोने के बाद दूध और छुहारों को ब्लेंडर में डाल कर पीस लें और एक बाउल में निकाल लें।
  • अब इस घोल में एक चम्मच सूजी और एक चम्मच शहद डालकर पेस्ट बना लें।
  • अब अपने चेहरे को पानी और क्लिंजर की मदद से साफ कर लें।
  • चेहरे को तौलिये से थपथपा कर पोंछने के बाद इस पेस्ट को अच्छी तरह चेहरे पर लगाएं।
  • लगभग 30 मिनट तक पेस्ट को सूखने दें।
  • जब पैक अच्छी तरह सूख जाए, तो अपनी हथेलियों को गीला कर चेहरे पर गोल-गोल घुमाएं और चेहरे को स्क्रब करें।
  • लगभग तीन से पांच मिनट स्क्रब करने के बाद चेहरे को साफ पानी से धो लें और तौलिये से पोंछे लें।
  • अंत में चेहरे पर मॉइस्चराइजर लगा लें।

लेख के अगले भाग में हम आपको बालों के लिए छुहारे के लाभ बताने जा रहे हैं।

बालों के लिए छुहारे के फायदे – Hair Benefits of Dry Dates in Hindi

1. बालों को स्वस्थ बनाए रखे

बालों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए जरूरी पोषक तत्व बहुत आवश्यक होते हैं। बालों के जरूरी इन पोषक तत्वों में गिनती होती है, आयरन, जिंक, सिलेनियम, विटामिन-ए और विटामिन-सी की। ये पोषक तत्व बालों को स्वस्थ रखने के साथ उन्हें झड़ने से रोकने में भी मदद करते हैं। खासकर, छुहारे में मौजूद विटामिन सी और सिलेनियम प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं और बालों को ऑक्सीडेटिव प्रभाव से होने वाली क्षति से बचाने का काम कर सकते हैं (2) (16)।

2. बालों की जड़ों और स्कैल्प के लिए लाभदायक

बालों की जड़ों या स्कैल्प से जुड़ी समस्याओं की कई वजह हो सकती हैं, जैसे डर्मेटाइटिस या सोरायसिस। इससे बालों में खुजली भी हो सकती है (17)। इन समस्याओं से आराम पाने के लिए छुहारों का उपयोग किया जा सकता है। इसमें मौजूद विटामिन-सी सोरायसिस जैसी समस्याओं से आराम दिला सकता है और जिंक एंटीमाइक्रोबियल एजेंट की तरह काम करके संक्रमण को खत्म करने में मदद कर सकता है (2) (14)।

बालों के लिए छुहारे के फायदे आप नीचे बताई गए तरीके से उठा सकते हैं।

सामग्री :
  • 8 से 10 छुहारे
  • एक लीटर पानी
विधि :
  • एक पैन में एक लीटर पानी उबाल लें।
  • उबले हुए पानी में छुहारे रात भर के लिए भिगोकर रख दें।
  • रात भर भिगोने के बाद, सुबह छुहारों को पानी से निकाल लें और इस पानी से अपने बालों को धोएं।
  • अंत में साफ पानी से बालों को धो लें।

लेख के अगले भाग में जानिए कि छुहारा में कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं।

छुहारे के पौष्टिक तत्व – Dry Dates Nutritional Value in Hindi

छुहारे में कार्बोहाइड्रेट, शुगर, फाइबर और प्रोटीन के साथ नीचे बताए गए कई पोषक तत्व पाए जाते हैं (2):

मिनरल – सिलेनियम, कॉपर, पोटैशियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, आयरन, फास्फोरस, कैल्शियम और बोरोन
विटामिन – राइबोफ्लेविन, पाइरिडोक्सिन, नियासिन, फोलिक एसिड, विटामिन ए और विटामिन सी
लिपिड – सैचुरेटेड फैटी एसिड और अनसैचुरेटेड फैटी एसिड

छुहारे के गुण और छुहारे खाने के लाभ जानने के बाद, अब आपको छुहारे खाने के तरीके के बारे में बताते हैं।

छुहारे का उपयोग – How to Use Dry Dates in Hindi

छुहारे खाने के तरीके के बारे में बात करें, तो आप नीचे बताए गए तरीकों से छुहारों का सेवन कर सकते हैं।

कैसे खाएं :
  • आप छुहारों को साबुत खा सकते हैं।
  • आप इसका पेस्ट बना कर इसे मिठाइयों में शक्कर की जगह उपयोग कर सकते हैं।
  • आप एक गिलास गर्म दूध में एक या दो छुहारों को डालकर सेवन कर सकते हैं।
  • आप इसका इस्तेमाल मीठे व्यंजनों में ड्राई फ्रूट की तरह भी कर सकते हैं।
  • आप इसके टुकड़े करके सिरीअल या मुस्ली में डाल कर भी खा सकते हैं।
कब खाना चाहिए :

माना जाता है कि छुहारों का सेवन सर्दियों के दौरान ज्यादा करना चाहिए। इसके अलावा, इसे नाश्ते में खाने की सलाह दी जाती है। हालांकि, आप इच्छानुसार किसी भी समय इसका सेवन कर सकते हैं।

कितना खाना चाहिए :

साबुत दो या तीन छुहारों का सेवन किया जा सकता है। साथ ही व्यक्ति के स्वास्थ्य के आधार पर इसकी मात्रा में बदलाव हो सकता है। इस संबंध में आहार विशेषज्ञ आपको सही सलाह दे सकते हैं।

छुहारे खाने के फायदे के बारे में तो आप अच्छी तरह समझ गए होंगे। अब लेख के अगले भाग में जानिए छुहारे खाने के नुकसान के बारे में।

छुहारे के नुकसान – Side Effects of Dry Dates in Hindi

खजूर का ही सूखा रूप छुहारा होता है। इसलिए, खजूर से होने वाले नुकसान छुहारे के जरिए भी हो सकते हैं। नीचे जानिए छुहारे खाने के नुकसान – (18) :

  • ब्लोटिंग (पेट फूलना)
  • हाइपोग्लाइसीमिया (ब्लड शुगर का स्तर कम होना)
  • अधिक नींद आना
  • अधिक पसीना आना
  • कंपकंपी आना

नोट : छुहारे में भरपूर मात्रा में शुगर पाया जाता है और इसका अधिक सेवन ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है।

अब आप छुहारे खाने के फायदे और नुकसान के बारे में अच्छी तरह समझ गए होंगे। इस लेख को पढ़कर आप यह भी समझ गए होंगे कि छुहारे के गुण सिर्फ आपकी सेहत के लिए ही नहीं, बल्कि आपके बालों और आपकी त्वचा के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं। छुहारे खाने के लाभ आपको रोजमर्रा के जीवन में ऊर्जा बढ़ाने से लेकर बीमारियों का खतरा कम करने में मिल सकते हैं। इस बात का ध्यान जरूर रखें कि छुहारे का उपयोग किसी प्रकार का मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं है और किसी भी बीमारी के लिए इसका उपयोग करने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श अवश्य कर लें। साथ में यह भी ध्यान रखें कि छुहारे खाने के नुकसान से बचने के लिए इसका उपयोग सीमित मात्रा में ही करें। इसके अलावा, इस लेख से जुड़ा कोई भी सवाल आप नीचे दिए कमेंट बॉक्स में लिख कर हमसे पूछ सकते हैं।

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Food Combinations That Boost Your Health

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Today, most people are all resorting to eating neat and clean. Gone are the days when people drooled over cheese-loaded burgers; in the present time, you can find people going gaga over smoothie bowls.

In the healthy world of foods, one can again feel spoilt for choices. There are so many options! And with each day, they only keep getting better. Almond butter, matcha smoothie bowl, overnight oats-dates pudding, zucchini noodle salads, the list just goes on and on.

And if you’re someone who has just decided to start eating healthy, you’ll find yourself in a maze of confusion. With so many varieties available, you have no idea which food serves your health better. More so, what food combinations provide you with the necessary nutrition that will make your body a happy one? Some foods are delicious alright, but when they are paired with other foods, they become all the more nutritious. How do you know about them? We’re laying down a list regarding the food combinations that will boost your health the best way. Read on.

1. Avocado + Toast

Avocado Toast

Shutterstock

If you’re an avid Instagram user you’ll already be aware of the #toasttuesday trend; more so, you must’ve tried the simple yet exotic avocado toast. And, for those who just irked reading ‘avocado toast,’ it’s super delicious (FYI). And we’re not saying that this food combination is a match made in heaven only based on taste but also in terms of its mechanism. To help you understand better — the avocado fat slows down the mechanism of breaking down the carbs from the toast, thereby lesser carbohydrates are absorbed and changed to sugar. And it’s very easy to make, just spread the avos on the toast, sprinkle some pepper and salt, maybe add boiled eggs to up the protein quotient, and it’s ready to relish.

2. Yogurt + Almonds

Yogurt Almonds

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Among the vitamins family, vitamin D poses many health benefits — it boosts your immune system, uplifts your mood, and makes your bones stronger (1). And if you’re having a cup of yogurt, it supplies you with a quarter of your vitamin requirement for a day. Next time you grab a cup of yogurt, we suggest that you top it with some slivered almonds to reap the best benefits from yogurt. The fat present in almonds helps raise the levels of vitamin D in our blood. So, top that yogurt bowl with almonds we say!

3. Black Pepper + Turmeric

Black Pepper Turmeric

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We all are aware of cancer-fighting properties of curcumin, a substance that gives turmeric its yellow color (2). However, what we don’t realize that it’s difficult for our body to absorb and reap the benefits of curcumin on its own. Combining turmeric with black pepper (which is easy) in cooking will help our body absorb the properties of curcumin by 2000 percent!

4. Kale + Olive Oil

Kale Olive Oil

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We’ve all heard the buzz revolving heart-healthy fats, especially olive oil. Still, many avoid indulging in it to keep their calorie counts low. However, its time you sauté your veggies like kale with olive oil now. Because most of the vegetables and greens like kale have plenty of nutrients and vitamins. And for our body to absorb these completely, we need some fats and that can be provided by olive oil. Therefore, combine your olive oil with kale or any other veggies.

5. Raisins + Pistachios

Raisins Pistachios

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There’s a reason why health experts are promoting trail mixes of nuts these days. Studies say that eating dried nuts and fruits together will help boost one’s metabolism by great lengths (3). Together, they provide us with minerals, vitamins, and fibers. Make your trail mix at home by tossing different dried fruits and nuts together.

6. Lemon + Green Tea

Lemon Green Tea

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When you have your cup of green tea with a squirt of this citrus fruit, the vitamin C present in lemons helps retain the antioxidant catechins of the green tea for longer duration as the tea travels down your digestive system. This helps your body observe the antioxidants better and enjoy the benefits it comes with (4).

7. Doughnuts + Coffee

Doughnuts Coffee

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We’ve reserved this food combination for the end because, well, you cannot eat doughnuts for breakfast, right? Studies say that the sugar from the doughnut combines with the caffeine provided by the java beans contribute to stimulating the cognitive function of our brains in a better manner (5). This is one of the yummiest brain-boosting foods y’all!

Every single food out there has its own nutrition value. But these food combinations when eaten together provide us with 10x nutrients. Now that you know what some of these combinations, get your apron on and start preparing smart meals!

Do you know of any other food combinations that are beneficial for our overall health? Let us know in the comments section below.

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What Each Zodiac Sign Loves About Relationships

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Every zodiac sign is attracted to unique attributes, and this often shapes the way we experience relationships. For example, the unpredictable aloofness of an Aquarius might contrast against the stable and ambitious nature of the Taurean and vice versa. In this article, we talk about the reason why what you’re attracted to in a relationship might have everything to do with your star sign. Check out what makes these signs click and the best zodiac match for them:

1. Aries

Aries

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A fire sign, there is nothing that an Aries is more attracted to than having a motivating partner. Aries yearn for partners who continuously inspire and encourage them to achieve the finer things in life. They appreciate when their partners become secure support systems and love attention. Leos and Saggitarius are said to be the most compatible with an Aries.

2. Taurus

Taurus

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Taureans live for stability. They despise change and unpredictable behavior and put most if not all their focus on building a stable foundation for a home. Extremely headstrong and ambitious, they aspire to be with partners with similar beliefs and values in life and appreciate spending quality one on one time with their partners. Their traditional yet modern values make them the perfect match for a Capricorn or Cancer.

3. Gemini

Gemini

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Versatile, curious and indecisive! Geminis are the liveliest of all air signs, and they live to socialize and be the life of the party. They want their companion to keep them company through a party and come home and help them unwind later. Known for their quirky nature, their indecisiveness can often drive other star signs up the wall. Geminis get along best with other air signs like Aquarius and Libra.

4. Cancer

Cancer

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Water signs are emotional, loyal and domestically inclined. In relationships, they seek affection and love spending time with the ones they love. Like their star sign, their exterior shell might be hard to get through, but once in you’ll see the true love of a Cancerian. Pisces and Scorpios make for excellent pairings with Cancerians.

5. Leo

Leo

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“Me, myself and I”— these three words are the most important in a Leo’s dictionary. They live for attention and crave for a partner who is loyal and committed to them. Their charismatic, honest, and caring nature makes them a hit with most star signs, but they are most drawn to Aries and Gemini.

6. Virgo

Virgo

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Like Taureans, Virgos enjoy stability and prefer not to get out of their comfort zones. Virgos like sticking to their daily routine and get upset if there are any disruptions. In other words, they appreciate predictability and stability in their relationships and tend to avoid drama. They get along best with Pisceans.

7. Libra

Libra

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Libras are in love with the entire idea of being in a relationship. Thus, they would want to enjoy everything from the fights to all the good times. They tend to enjoy the company of Leo and Gemini love interests.

8. Scorpio

Scorpio

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Scorpios are known for being extremely passionate and expect their partners to display the same kind of passion. They also admire loyalty and perseverance in their partners. Their possessive nature can sometimes be a huge turn off to others, but when they meet their match, their relationships tend to last. This star sign finds itself most attracted to Cancer and Virgo

9. Sagittarius

Sagittarius

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Sagittarians enjoy constant excitement, passion and want their relationships to be like a rollercoaster ride. Always keeping their eyes open for the next adventure, their zodiac soulmates are usually Aries or Leo.

10. Capricorn

Capricorn

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Like other earth signs, Capricorn too is ambitious, practical, and grounded. While looking for love, they appreciate similar traits in their loved ones and like planning for a happy and stable future together. Capricorns are in it for the long haul and are most attracted to Taurus and Virgo star signs.

11. Aquarius

Aquarius

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Friendship is the first thing Aquarius star signs look for and believe it’s the most solid foundation for any relationship to work. They want partners who will stick around during both the bad times and the good. Their best love match would be Aries and Gemini.

12. Pisces

Pisces

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Pisceans love romance and are the kind who would appreciate being whisked away on a romantic getaway. They see relationships as an escape from the troubles of their daily life and cherish a deep emotional bond. These signs are most attracted to Taurus and Cancer.

Of course, this doesn’t mean that if you are a different star sign than your partner’s, you are incompatible with them. Whether astrology should be considered real or not has always been up for debate. Most people consider the study of astrology a pseudoscience. In the end, whether a relationship works is entirely in your hands. What do you think of our list? Let us know in the comments below.

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7 Gross Facts About Women That They Try To Hide From Their Partners

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Let’s face it; being a woman isn’t the easiest of jobs. Not only do we have to deal with monthly periods, childbirth, menopause and generally being treated as socially inferior to men but we also have to deal with all of this with a smile plastered across our faces. So yes, once in a while it’s okay to let loose a little and indulge in our guilty, gross pleasures. We decided to compile a list of every day gross habits women indulge in unbeknownst to their partners.

1. Rarely Throwing Out Underwear

Rarely Throwing Out Underwear

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Yes, those very same pair that have been through five period leaks, fifteen treks, a whole lotta stretching and more. Why do we keep them around for so long? Simple— they become our period panties. On days when Auntie Flo decides to pay us a visit, we simply slip into those nasty old panties. Why risk staining a fresh pair of Victoria’s Secret, right? Every girl you know probably has an old pair of underwear ‘just in case’. They can turn out pretty useful in an emergency situation.

2. Washing Our Hair Only When ABSOLUTELY Necessary

Washing Our Hair Only When ABSOLUTELY Necessary

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Here’s a greasy little secret. Dry shampoo, top knots, and baby powder are every woman’s best friends. If you dig into your girlfriend’s bag, you’re guaranteed to find at least one of the three in her arsenal of goodies. Let’s be honest; toting long hair is a huge pain. Washing it is another process altogether. You need to oil your hair, use shampoo (sometimes twice), and apply a leave-in serum or conditioner. Unless you’re The Flash, these things take forever. Most of us would instead save it for the weekend than go through these motions every alternate day. This is where top knots and dry shampoo come in. Since grease is usually limited to the scalp, it’s pretty easy to disguise it.

3. Farting Publicly

Farting Publicly

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Contrary to popular belief, women are not magical unicorns who only fart out peaches and rainbows. It’s crazy how society has placed in the notion that women can skip certain bodily functions. Passing gas isn’t weird; embarrassing maybe, but definitely not weird. We’ve all had the irresistible urge to pass gas in an awkward situation. As long as it isn’t a blood-curdling shriek of a fart, it’s okay.

4. Rarely Washing Our Bras

Rarely Washing Our Bras

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Okay, so this one is admittedly quite gross, but bras are expensive! Their sensitive material makes them a genuine pain to wash. Most of them come with their own set of wash instructions and can’t be chucked into a regular machine. A lot of times, the underwires in push up bras have the tendency to break past the fabric and damage the washing machine. It’s a good idea to wash bras separately, but that can take an obsessive amount of time from your schedule. Most people just skip the drama and wear their bras for multiple days at a time.

5. Smuggling Used Pads When There Are No Dustbins

Smuggling Used Pads When There Are No Dustbins

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In developing countries like India, Pakistan, etc. this is a legitimate issue. Often, women don’t have access to clean sanitation and facilities to dispose of a used sanitary pad in the washroom. This also has to do with pre-conceived notions about how period blood is considered impure. Due to this, women prefer not having people around them know that they’re bleeding. Often while traveling, women rarely have access to dustbins in the washrooms.

Even in the case of cities, sometimes it’s awkward to exit the washroom and dump your used sanitary product into the bin in front of your co-workers. Most of us end up stuffing the used sanitary product in toilet paper, slipping it into our handbags, dumping it somewhere where nobody can see.

6. Chewing On Our Dried Lips

Chewing On Our Dried Lips

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Okay, this is sheer laziness, we’ll admit it. But there is something oddly satisfying about skipping the chapstick for some time and feeling the fresh wind on your face. What’s more satisfying is slowly biting away at the old, lose, chapped skin on your lips. Why would we enjoy this rather painful activity? Lord only knows! Maybe ripping off the delicate skin on our lips gives us a sense of control?

7. Period Diarrhea

Period Diarrhea

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Another gross period related thing is period diarrhea. During our periods, our bodies release hormones called prostaglandins that make our uterus contract to release blood. This also takes a toll on its neighbors, the intestines. See, it’s all science! Period diarrhea can cause discomfort and a lot of embarrassment but can’t really be helped (1).

Of course, some of the things mentioned on our list are gender-neutral, but that just makes it more relatable! Do you think we’ve made a comprehensive list on gross facts? Please feel free to add some of your own in the comments section below.

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खीरे का फेसपैक –चेहरे पर खीरा लगाने के फायदे – Benefits of Cucumber Face Pack in Hindi

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दमकते चेहरे की तमन्ना हर किसी को होती है। इसे पाने के लिए सलाद में सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले खीरे को बतौर फेस मास्क इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व त्वचा को निखारने में सहायक हो सकते हैं। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको खीरे के फेसपैक के 15 प्रकार के बारे में बताएंगे। आप अपनी त्वचा के प्रकार और उसकी जरूरत के अनुरूप फेसपैक का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये फेसपैक हर किसी को फायदा करें, यह संभव नहीं है। अगर किसी की त्वचा संवेदनशील है, तो इनमें से कुछ फेसपैक से एलर्जी हो सकती है। इसलिए, इन फेसपैक का प्रयोग करने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें या फिर त्वचा विशेषज्ञ की सलाह लें।

नीचे जानिए कि खीरे के फेस पैक किस तरह से आपकी त्वचा पर काम कर सकते हैं।

खीरे के फेस पैक – Cucumber Face Pack In Hindi

1. एलोवेरा और खीरा फेस पैक

सामग्री:

  • एक बड़ा चम्मच एलोवेरा जेल या जूस
  • एक चौथाई कसा हुआ खीरा

उपयोग का तरीका :

  • कसे हुए खीरे में एलोवेरा जेल या जूस डालकर अच्छे से मिला लें।
  • अब इस मिश्रण को चेहरे और अपनी गर्दन पर लगाएं।
  • इस पैक को करीब 15 मिनट बाद गर्म पानी से धो लें।

कैसे लाभदायक है:

खीरे को त्वचा स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। इसमें मौजूद विटामिन-ए, सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट की वजह से खीरा त्वचा में सूदिंग व मॉइस्चराइजिंग प्रभाव दिखाता है। साथ ही इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो एक्ने को ठीक करने में मदद कर सकते हैं (1)। यह सनबर्न के दर्द को ठीक करने के साथ ही त्वचा में मौजूद टॉक्सिन को दूर करने में सहायक हो सकता है (2)

एलोवेरा में एंटी-एजिंग और मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं, जो त्वचा की नमी को बरकरार रखने के साथ ही इसे जवां बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। साथ ही यह सूर्य की हानिकारक किरणों से भी बचाने में मदद करता है। एक्ने और झुर्रियों को भी कम करने में इसे सहायक पाया गया है (3)। इसके अलावा, एलोवेरा में मौजूद एलोसीन (Aloesin) कम्पाउंड बतौर स्किन लाइटनिंग एजेंट काम कर सकता है (4)

2. बादाम और खीरा फेस पैक

सामग्री:

  • एक बड़ा चम्मच बादाम का मक्खन/पाउडर/तेल
  •  एक चौथाई खीरा

उपयोग का तरीका :

  • खीरे को छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
  • अब इसमें बादाम का मक्खन, तेल या पाउडर डालकर अच्छे से मिला लें।
  • अब इस मिश्रण को चेहरे पर लगाकर 10 मिनट बाद धो लें।

कैसे लाभदायक है:

बादाम त्वचा पर बतौर एक्सफोलिएंट काम करता है (5)। यह चेहरे में मौजूद सभी गंदगी को साफ कर चेहरे की गहराई से सफाई करने में मदद कर सकता है। यह चेहरे  में मौजूद ब्लैक हेड्स को भी साफ करने में मदद करता है (6)। साथ ही बादाम तेल से त्वचा पर मसाज करने से त्वचा में निखार आने के साथ ही सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाव भी हो सकता है (7)

3. बेसन और खीरा फेस पैक

सामग्री:

  • 2 चम्मच बेसन
  •  2 से 3 बड़े चम्मच खीरे का रस

उपयोग का तरीका :

  • बेसन में खीरे का रस डालकर चिकना पेस्ट तैयार करें।
  • अब इस लेप को चेहरे और गर्दन पर समान रूप से लगा लें।
  • करीब 20 मिनट बाद या फेसफैक सूखने के बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें।

कैसे लाभदायक है:

बेसन को अक्सर सौंदर्यवर्धन के रूप में उपयोग में लाया जाता है। माना जाता है कि त्वचा के लिए यह एक टॉनिक के रूप में कार्य कर सकता है, क्योंकि इसमें त्वचा को साफ करने के साथ ही एक्सफोलिएट करने के भी गुण मौजूद होते हैं। इसका उपयोग त्वचा की टैनिंग को भी कम करने के लिए किया जाता है। यह त्वचा पर मौजूद तेल को साफ करने के साथ-साथ एंटी-पिंपल के रूप में भी काम कर सकता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद फेयरनेस एजेंट त्वचा के रंग को लाइट भी कर सकते हैं (8)

4. दही और खीरा फेस पैक

सामग्री:

  • एक चौथाई खीरा
  • 2 चम्मच दही/योगर्ट

उपयोग का तरीका :

  • खीरे को घिसकर उसका पल्प तैयार कर लें।
  • अब खीरे के गूदे में दही डालकर अच्छे से मिला लें।
  • इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाकर 15 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें।
  • तैलीय और मुंहासे रहित त्वचा पाने के लिए खीरे के यह फेस पैक उपयोगी हो सकता है।
  •  संवेदनशील त्वचा वालों के लिए भी यह फेसपैक उपयुक्त है।

कैसे लाभदायक है:

दही में पाया जाने वाला लैक्टोबैसिली (Lactobacilli) तत्व झुर्रियों को दूर करके आपको जवां बनाए रखने में मदद कर सकता है (9) (10)। दही और खीरे के गुण मिलकर आपकी त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक साबित हो सकते हैं। 

5. गाजर और खीरा फेस पैक

सामग्री:

  • एक चम्मच ताजा गाजर का रस
  •  एक चम्मच खीरे का पेस्ट
  • आधा चम्मच खट्टी क्रीम

उपयोग का तरीका:

  • ताजा गाजर का रस निकालकर उसमें खीरे का पेस्ट डाल दें।
  • दोनों सामग्रियों को अच्छे से मिलाने के बाद इसमें क्रीम डालकर फेंट लें।
  • मिश्रण तैयार होने के बाद अच्छे से चेहरे और गर्दन पर इसे लगा लें।
  • करीब 15 से 20 मिनट बाद इस फेसपैक को गुनगुने पानी से धो लें।

कैसे लाभदायक है:

गाजर में बीटा-कैरोटिन पाया जाता है (11)। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की ओर से प्रकाशित शोध के मुताबिक, यह गुण त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाने के साथ ही त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है (12)। माना जाता है कि बीटा-कैरोटीन फ्री रेडिकल्स की वजह से त्वचा को होने वाले नुकसान से भी बचा सकता है, जैसे कि बढ़ती उम्र (13)। साथ ही यह त्वचा संबंधी रोगों जैसे सोरायसिस (खुजली, लाल चकत्ते और शुष्क पैच) और विटिलिगो (त्वचा में सफेद धब्बे पड़ना) के बचाव में भी आपकी मदद कर सकता है (14) 

6. टमाटर और खीरा फेस पैक

सामग्री:

  • एक चौथाई खीरा
  • आधा पका हुआ टमाटर 

उपयोग का तरीका:

  • खीरे को छीलकर टमाटर के साथ पीस लें।
  • अब इस पेस्ट को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाकर करीब एक या दो मिनट तक मालिश करें।
  • फिर 15 मिनट के बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।

कैसे लाभदायक है:

टमाटर में विटामिन-ए और सी पाए जाते हैं। ये तत्व त्वचा को इंफेक्शन से बचाने के साथ ही इसे स्वस्थ रखने में भी मदद कर सकते हैं (15)। इसमें मौजूद विटामिन-सी त्वचा पर दिखने वाले बढ़ती उम्र के लक्षण को कम करके त्वचा को जवां रखने और झुर्रियों को दूर करने में मदद कर सकता है। साथ ही यह सूर्य की हानिकारक किरणों से भी त्वचा को बचाने में मदद कर सकता है। हालांकि, एनसीबीआई का कहना है कि इसको लेकर बड़े स्तर पर शोध करने की आवश्यकता है (16)

टमाटर को मुंहासे ठीक करने और इसके निशान मिटाने के लिए लाभदायक माना जा सकता है। इसका पेस्ट त्वचा के रोम छिद्रों को सिकोड़ने का काम करता है। साथ ही यह त्वचा में मौजूद तेल को साफ कर सकता है (17)

7. आलू और खीरा फेस पैक

सामग्री:

  • 1 बड़ा चम्मच आलू का रस
  • 1 चम्मच खीरे का रस
  •  रूई

 उपयोग का तरीका:

  • आलू के रस में खीरे का रस डालकर अच्छे से मिला लें।
  • अब रूई की मदद से इसे टोनर की तरह चेहरे पर लगाएं।
  • करीब 10 से 15 मिनट बाद इसे धो लें।

कैसे लाभदायक है:

माना जाता है कि आलू एक्ने की वजह से त्वचा पर पड़ने वाले निशान को दूर करने में लाभदायक साबित हो सकता है (17)। आलू विटामिन-सी से समृद्ध होता है (18)। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के मुताबिक, विटामिन-सी त्वचा पर पड़ने वाली झुर्रियों को दूर करके आपको जवां बनाए रखने में मदद कर सकता है (19)

8. शहद और खीरा फेस पैक

सामग्री:

  • एक चम्मच ओट्स
  • एक बड़ा चम्मच खीरे का पेस्ट
  • आधा चम्मच शहद

उपयोग का तरीका:

  • ओट्स को खीरे के पेस्ट में डालकर अच्छे से मिलाएं।
  • अब इस मिश्रण में शहद डालकर फेंट लें।
  • पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाकर 15 मिनट बाद गुनगुन पानी से धो लें।

कैसे लाभदायक है:

इस पैक में मौजूद खीरा, शहद और ओट्स त्वचा को कई तरह के लाभ पहुंचा सकते हैं। शहद की बात करें, तो यह एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भरपूर होता है। ये दोनों गुण बैक्टीरिया की वजह से त्वचा पर होने वाले मुंहासों और सूजन को कम कर सकते हैं। एनसीबीआई के मुताबिक, इसका इस्तेमाल चेहरे को साफ करने और मॉइस्चराइज करने में सहायक साबित हो सकता है। साथ ही इसका इस्तेमाल त्वचा की नमी को बरकरार रखने में भी किया जा सकता है (20)। एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, ओट्स में एंटी इंफ्लेमेटरी और क्लींजिंग गुण के साथ-साथ सूदिंग (Soothing) एजेंट भी होते हैं, जो किसी भी तरह के दर्द व जलन से त्वचा को राहत दे सकते हैं (21)

9. नींबू और खीरा फेस पैक

सामग्री:

  • तीन चम्मच खीरे का रस
  • आधा से एक चम्मच नींबू का रस
  • रूई

उपयोग का तरीका:

  • दोनों रस को मिलाकर घोल तैयार कर लें।
  • अब इसे रूई की मदद से चेहरे और गर्दन पर लगाएं।
  • करीब 15 मिनट बाद इसे ठंडे पानी से धो लें।

कैसे लाभदायक है:

नींबू युक्त यह मास्क ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की वजह से होने वाले एजिंग को कम करने में मदद कर सकता है (22)। साथ ही इसमें ब्लीचिंग एजेंट भी मौजूद होते हैं, जो आपकी त्वचा को निखारने और दाग-धब्बों को दूर करने में सहायक साबित हो सकते हैं (17) 

10. अंडा और खीरा फेस पैक

सामग्री:

  • आधा खीरा
  • एक अंडा (सफेद हिस्सा)

उपयोग का तरीका:

  • खीरे को कद्दूकस करके इसमें अंडे का सफेद भाग मिलाकर अच्छे से फेंट लें।
  • अब इसे समान रूप से चेहरे और गर्दन पर लगाएं।
  • करीब 20 मिनट बाद चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें।

कैसे लाभदायक है:

अंडे में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है (23)। एनसीबीआई द्वारा किए गए एक शोध के मुताबिक, प्रोटीन त्वचा को स्वस्थ और सुंदर बनाए रखने में मदद कर सकता है (24)। अंडे में मौजूद सफेद रंग की झिल्ली (मेम्बरेन – Membrane) सूर्य की हानिकारक किरणों की वजह से होने वाले नुकसान को दूर करने के साथ ही झुर्रियों को हटाने में सहायक हो सकती है (25)

11. संतरा और खीरा फेस पैक

सामग्री:

  • आधा खीरा
  • एक से दो चम्मच संतरे का रस या संतरे के छिलके का पाउडर

उपयोग का तरीका:

  • खीरे को ब्लेंड करके उसमें संतरे का जूस या पाउडर मिलाएं।
  • अब इस मिश्रण को चेहरे पर लगा लें।
  • करीब 15 मिनट बाद इसे धो लें।
  • इसे फेस मास्क को चमकती त्वचा और क्लेनजिंग के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

कैसे लाभदायक है:

संतरे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी एंजाइमेटिक गुण त्वचा में दिखाई देने वाले बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करके बतौर एंटी-एजिंग काम कर सकते हैं (26)। संतरे में मौजूद विटामिन-सी सूरज की पराबैंगनी किरणों की वजह से होने वाले नुकसान से त्वचा को बचाने में मदद कर सकता है। विटामिन-सी की मात्रा त्वचा पर दाग-धब्बे पड़ने से भी रोक सकती है (27) (28)

12. नारियल तेल और खीरा फेस पैक

सामग्री:

  • आधा खीरा
  • एक चम्मच नारियल तेल

उपयोग का तरीका:

  • खीरे को कद्दूकस करके उसमें नारियल का तेल मिलाएं।
  • इस पेस्ट को चेहरे पर अच्छे से लगा लें।
  •  करीब 15 मिनट बाद त्वचा को गुनगुने पानी से धो लें।

कैसे लाभदायक है:

नारियल तेल में मौजूद मॉइस्चराइजिंग गुण त्वचा की नमी को बरकरार रखने में मदद कर सकते हैं। यह गुण स्किन रोग जैसे लाल चकत्ते, सूजन यानी एक्जिमा को ठीक करने में भी सहायक साबित हो सकता हैं (29)। ऐसा माना जाता है कि नारियल के तेल से चेहरे की मसाज करने से टैन से भी छुटकारा पाया जा सकता है (30)। इसके अलावा, नारियल तेल के इस्तेमाल से सूर्य की हानिकारक किरणों से भी बचा जा सकता है (31)

13. खीरा और दूध फेस मास्क

सामग्री:

  • दो चम्मच खीरे का पेस्ट
  • एक चम्मच दूध

उपयोग का तरीका:

  •  सामग्रियों को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें।
  • अब इस मिश्रण को अपनी त्वचा पर लगा लें।
  • करीब 20 मिनट बाद चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें। 

कैसे लाभदायक है:

दूध में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण एक्ने बैक्टीरिया को खत्म कर सकते हैं (32)। साथ ही दूध में मौजूद लेक्टिक एसिड, एक्ने की वजह से चेहरे पर पड़ने वाले दाग-धब्बों को दूर करने में सहायक माना जाता है (33) (34) 

14. खीरा और बेकिंग सोडा फेस मास्क

सामग्री:

  •  एक चम्मच खीरे का ताजा रस
  • एक चम्मच बेकिंग सोडा

उपयोग का तरीका:

  • खीरे को कद्दूकस करके उससे ताजा रस निकाल लें।
  • अब इस रस में बेकिंग सोडा डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
  • इस मास्क को चेहरे पर लगाने के 5 से 10 मिनट बाद धो लें। 

कैसे लाभदायक है:

बेकिंग सोडा त्वचा में मौजूद एसिड से होने वाले नुकसान को बेअसर करने में मदद कर सकता है। साथ ही यह चेहरे में मौजूद तेल को भी साफ करने में सहायक हो सकता है (35)। त्वचा में मौजूद तेल को साफ करने और इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण की वजह से इसे एक्ने को दूर करने में लाभकारी माना जा सकता है (36)

15. खीरा और हल्दी फेस मास्क

सामग्री:

  • आधा खीरा
  • एक चुटकी हल्दी
  • एक चम्मच नींबू का रस

उपयोग का तरीका:

  • खीरे को मैश करके पेस्ट तैयार करें।
  • अब इसमें हल्दी और नींबू का रस डालकर अच्छे से मिला लें।
  • इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें।

कैसे लाभदायक है:

खीरे के साथ हल्दी मिलाकर आप त्वचा के लिए एक शानदार फेस पैक तैयार कर सकते हैं। दरअसल, हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कंपाउंड, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होता है। यह गुण त्वचा को साफ करने के साथ-साथ मुंहासों से निजात दिलाने में सहायक साबित हो सकता है। इसके अलावा, हल्दी त्वचा को संक्रमण और सोरायसिस (Psoriasis) जैसी त्वचा समस्याओं से आराम दिलाने और सूर्य की हानिकारक किरणों से होने वाले नुकसान से बचा सकती है (37)

लेख के अंतिम भाग में जानिए कुकुम्बर फेस पैक से जुड़े कुछ और टिप्स।

खीरे के फेसपैक लगाने के लिए कुछ और टिप्स- Other Tips To Use Cucumber Face Pack in Hindi

चेहरे पर खीरा लगाने के फायदे तभी हो सकते हैं, जब खीरे का फेस पैक इस्तेमाल के दौरान और इससे पहले कुछ सावधानी बरती जाए। खीरे का फेस पैक लगाते समय नीचे दी गई बातों का ख्याल जरूर रखें।

  • कोई भी फेस पैक लगाने से पहले एक बार पैच टेस्ट जरूर कर लें। इसके लिए आप थोड़ा-सा फेसपैक हाथों पर लगाकर छोड़ दें। अगर आपको जलन आदि होती है, तो उसे फेसपैक को इस्तेमाल न करें।
  • फेस पैक लगाने के बाद अगर त्वचा की मालिश कर रहे हैं, तो हल्के हाथों से धीरे-धीरे करें।
  • हल्दी का उपयोग करते समय ख्याल रखें कि ज्यादा मात्रा में इसे न लगाएं। ऐसा करने पर आपकी त्वचा में हल्दी के पीले दाग रह सकते हैं।
  • अगर फेसपैक में ऐसा कोई पदार्थ मौजूद हो, जिससे आपको एलर्जी है, तो उस फेसपैक को उपयोग न करें।
  • खीरे का फेस पैक लगाने के बाद त्वचा को मॉइस्चराइज करना न भूलें, क्योंकि विभिन्न फेसपैक में कई ऐसे पदार्थ भी होते हैं, जो त्वचा के तेल को साफ कर देते हैं। इस वजह से त्वचा ड्राई हो सकती है।
  • फेस मास्‍क लगाते समय साफ ब्रश या हल्के हाथों का ही इस्तेमाल करें। त्वचा पर किसी तरह का दबाव न बनाएं।
  • नारियल तेल युक्त फेसमास्क का इस्तेमाल हर प्रकार की त्वचा पर नहीं किया जाना चाहिए। खासकर, अगर त्वचा बहुत तैलीय है, तो इस फेसमास्क के उपयोग से बचना चाहिए।
  • त्वचा में किसी तरह का कट या घाव हो, तो टमाटर का प्रयोग न करें। यह घाव को गहरा बना सकता है।

खीरे के फेस पैक को किस-किस तरह से त्वचा पर इस्तेमाल किया जा सकता है, यह तो आप जान ही गए हैं। अब अपनी सूझबूझ और त्वचा की जरूरत के अनुरूप फेसमास्क का चयन कर सकते हैं। वहीं, अगर किसी भी सामग्री से अगर एलर्जी है, तो उस फेसपैक के इस्तेमाल से बचें। ध्यान रखें कि आपको स्वस्थ व दमकती त्वचा पाने के लिए फेसमास्क के साथ ही चेहरे के लिए जरूरी खाद्य पदार्थों का सेवन करना भी जरूरी है। खीरे के फेस पैक से संबंधित कुछ अन्य जानकारी और सुझाव के लिए आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से हमारे साथ जुड़ सकते हैं।

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Pati Patni Aur Woh: When Pati Cheats It’s A Funny Movie But When Patni Cheats It’s Not?

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I am sure you all would have watched the trailer of the new version of Pati Patni Aur Woh that was released a few days ago. Incase you haven’t, please go and watch the trailer before you read this article. Filled with fresh faces like Kartik Aaryan, Bhumi Pednekar, and Ananya Panday, this movie has created a lot of buzz in B-town well before its big screen debut. So, what do you think the theme of Pati Patni Aur Woh is? The name of the movie leaves little to the imagination, right? Clearly, it’s about infidelity and since this movie is a remake of the 1978 film of the same name, we pretty much know about the plotline already.

Pati Patni Aur Woh When Pati Cheats It's A Funny Movie But When Patni Cheats It's Not

kartikaaryan / Instagram

After watching the trailer of this upcoming movie, I wondered why infidelity is shown in such a humorous and entertaining way. Of course, cheating and extra-marital affairs are things that happen in real life (sadly) but is it really funny? And even if it is (for some people) why aren’t Bollywood movies portraying the extra-marital affairs of married women under the same humorous tone? To check if my thoughts were true, I dug a little bit and here’s what I found.

Disclaimer: The following content isn’t intended to garner hatred towards Bollywood, but if you end up hating the ideologies behind certain movies you can’t sue me *nervous laughter*.

Male Infidelity In Movies

Let’s start with Pati Patni Aur Woh a 1978 movie directed by B.R. Chopra. The movie starred big names like Sanjeev Kumar, Vidya Sinha, and Ranjeeta Kaur but we’d say that despite their brilliant performances, the movie is truly a pathetic one. Ranjeet and Sharda are a happily married couple with a cute kid. But when Ranjeet falls for his good-looking secretary, Nirmala, things change for the worse. He ends up lying to both the women in his life and gets caught red-handed. While Nirmala quits her job and moves on with a broken heart, Sharada compromises her self-respect in order to sustain her marital life and for her son *sigh*.

And if you think that the man learns from his mistakes (for which he clearly didn’t deserve forgiveness), you’re wrong. The movie ends in a scene where Ranjeet meets his new secretary, Nita, who has replaced Nirmala. Ranjeet starts hitting on Nita with the same lines that he used to lure Nirmala. And believe it or not, this man is the protagonist of a movie that was enjoyed by thousands of people.

And if you want to add to the list of funny movies on male infidelity we have Biwi No.1, Masti, Grand Masti, Ghar Wali Bahar Wali, Saajan Chale Sasural, and so many more. These aren’t some low-budget movies produced by small production houses but they are blockbusters with star casts!

Female Infidelity In Movies

Now, let’s come to movies in which Indian wives cheat on their husbands. Well, there are many— Hamari Adhuri Kahani, Life In A Metro, Kabhi Alvida Naa Kehna, Silsila, Rustom, Aitraaz, Murder, Blackmail, and the list goes on. That’s a lot, right? But, can you tell me which one of the above movies is a comedy entertainer? Well, none of them. If you search with a microscope, you might find one or two movies but they are exceptions and small-scale movies.

via GIPHY

Ideally, the wife who cheats in a Bollywood movie either ends up regretting her mistakes and swims through a turmoil of tears and suffering or dies (except for a few).

Why Is This A Problem?

Why Is This A Problem

ananyapanday / Instagram

Even today, a married woman, especially in India is asked a lot from. Blind forgiveness, tolerance, and sacrifice are the things that top this list. As ridiculous as this sounds, movies that portray men cheating on their wives in a funny and “cool” manner can easily influence the mindsets of some gullible viewers. People might end up cheating because these movies portray them as “no-big deals.” Even though some of these movies end on a note that says cheating isn’t right, that’s just 10% of the movie and it isn’t good enough to compensate for the rest of the pathetic 90%.

And cheating, be it in a marriage or a committed relationship, cannot be justified under any circumstances. Male and female infidelities are equally evil in real life and nothing’s funny about it. And if women who cheat are portrayed under such a negative light, it should be the same for the men who cheat.

Pati Patni Aur Woh When Pati Cheats It's A Funny Movie But When Patni Cheats It's Not (4)

kartikaaryan / Instagram

Since we have only seen the trailer of Pati Patni Aur Woh and since it’s 2019, I hope that this remake will undo the mistakes that the original movie has made in the past (it’s a 50-50 situation guys). But even so, we cannot neglect the fact that it is a comedy movie. The film has already faced a lot of backlash on Twitter regarding the “balatkari” comment that Kartik Aaryan makes in his monologue that’s included in the trailer.

 

 

With all this being said, we just hope that Bollywood grows up and focuses on good entertainment and meaningful movies that don’t degrade anyone or glorify anything wrong. Being an industry that is powerful enough to influence millions of people, it needs to be aware of its responsibilities as well. What do you think this movie is going to be like? What is your opinion on the trailer? Let us know in the comments section below.

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मैनिंजाइटिस के कारण, लक्षण और इलाज – Meningitis Causes, Symptoms and Treatment in Hindi

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बदलते मौसम और बैक्टीरिया-वायरस के चलते संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इस दौरान सर्दी, खांसी व फ्लू के अलावा भी कई ऐसे संक्रमणों का जोखिम बढ़ जाता है, जो गंभीर शारीरिक समस्याओं का कारण बन जाते हैं, जिनमें मैनिंजाइटिस भी शामिल है। अब सवाल यह उठता है कि मैनिंजाइटिस क्या है और यह कैसे इंसान को प्रभावित कर सकता है। ये सभी जानकारी हम स्टाइलक्रेज के इस लेख में दे रहे हैं। यहां हम मैनिंजाइटिस के प्रकार, इसके कारण और इससे जुड़े मेडिकल ट्रीटमेंट के बारे में जरूरी जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं।

आइए, इस लेख के सबसे पहले भाग में जानिए कि मैनिंजाइटिस क्या है।

मैनिंजाइटिस क्या है? – What is Meningitis in Hindi

केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी) को सुरक्षित रखने के लिए उन पर टिश्यू की तीन परत होती हैं, जिन्हें मेनिन्गेस (Meninges) कहा जाता है (1)। जब कुछ कारणों के चलते मेनिन्जेस में सूजन आ जाती है, तो उसे मैनिंजाइटिस कहा जाता है। मेनिन्जेस में यह सूजन कुछ प्रकार के बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के कारण हो सकती है (2) । मैनिंजाइटिस के कारण संक्रमण के अलावा कुछ अन्य भी हो सकते हैं, जिनके बारे में हम आपको लेख में आगे बताएंगे।

यह जानने के बाद कि मैनिंजाइटिस क्या है, लेख के अगले भाग में जानिए कि मैनिंजाइटिस के प्रकार कितने होते हैं।

मैनिंजाइटिस के प्रकार – Types of Meningitis in Hindi

मैनिंजाइटिस के प्रकार छह तरह के होते, जिनके बारे में नीचे बताया गया है (2) :

  • बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस : इस मैनिंजाइटिस के प्रकार में बैक्टीरिया की वजह से मेनिन्जेस में संक्रमण हो सकता है। यह संक्रमण जानलेवा हो सकता है।
  • वायरल मैनिंजाइटिस : इस प्रकार के मेनिन्गेस में संक्रमण वायरस की वजह से हो सकता है। यह संक्रमण बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस जितना खतरनाक नहीं होता। वहीं, मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग इस समस्या से बच सकते हैं।
  • फंगल मैनिंजाइटिस : यह फंगस के कारण होने वाले संक्रमण की वजह होता है। यह प्रकार आम नहीं है, लेकिन कई बार श्वास के माध्यम से फंगस शरीर में प्रवेश कर सकता है, जिससे यह संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा, मधुमेह, एचआईवी और कैंसर से पीड़ित लोगों को यह मैनिंजाइटिस हो सकता है।
  • पैरासाइटिक मैनिंजाइटिस : इस मैनिंजाइटिस के प्रकार में संक्रमण पैरासाइट की वजह से होता है, जो दिमाग और तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डालता है। यह प्रकार बैक्टीरिया मैनिंजाइटिस और वायरल मैनिंजाइटिस जितना आम नहीं होता।
  • अमेबिक मैनिंजाइटिस : यह नेगलेरिया फाउलरली (Naegleria Fowleri) नाम के एक प्रकार के अमीबा से होता है। यह इस संक्रमण का एक दुर्लभ प्रकार है, जो आसानी से लोगों में नहीं पाया जाता। चिकित्सकीय भाषा में इसे प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएनसेफेलाइटिस (Primary Amebic Meningoencephalitis) कहा जाता है।
  • गैरसंक्रामक मैनिंजाइटिस : मैनिंजाइटिस का यह प्रकार किसी संक्रमण की वजह से नहीं होता। इसके होने के कारण कुछ अन्य हो सकते हैं, जैसे सिर पर चोट, कैंसर, ब्रेन सर्जरी, कुछ प्रकार की दवाइयां या ड्रग्स आदि।

लेख के अगले भाग में जानिए मैनिंजाइटिस के कारण के बारे में।

मैनिंजाइटिस के कारण – Causes of Meningitis in Hindi

मैनिंजाइटिस के कारण उसके प्रकार पर निर्भर करते हैं। मैनिंजाइटिस के कारण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं (3) :

  • कुछ प्रकार के बैक्टीरिया जैसे निसेरिया मेनिंगिटिडिस (Neisseria Meningitidis) या स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया (Streptococcus Pneumoniae)
  • वायरल संक्रमण फैलाने वाले वायरस।
  • पैरासाइट जैसे एंजियोस्ट्रॉन्गिलस केंटोनेंसिस (Angiostrongylus Cantonensis), बैलिस्स्केरिस प्रोसीओनिस (Baylisascaris Procyonis) (4)
  • फंगस जैसे क्रिप्टोकोकस (Cryptococcus), हिस्टोप्लाज्मा (Histoplasma), ब्लास्टोमाइसेस (Blastomyces), कोकाइडिओड्स (Coccidioides) और कैंडिडा (Candida) (5)
  • अमीबा जैसे नेगलेरिया फाउलरली (Naegleria Fowleri) (6)
  • कैंसर, सिर पर चोट, कुछ प्रकार की दवाइयां या ड्रग्स (3)
  • लुपस – एक प्रकार का ऑटोइम्यून रोग जो शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है जैसे त्वचा, जोड़ व अंदरूनी अंग आदि (7)

मैनिंजाइटिस के कारण बताने के बाद, आइए आपको बता दें कि मैनिंजाइटिस के लक्षण क्या हो सकते हैं।

मैनिंजाइटिस के लक्षण – Symptoms of Meningitis in Hindi

मैनिंजाइटिस के लक्षण को दो भागों में बांटा जा सकता है, जो कुछ इस प्रकार हो सकते हैं (3):

शुरुआती लक्षण :

  • बुखार
  • सिरदर्द
  • उल्टी और मलती
  • जोड़ो, मांसपेशियों में दर्द और अकड़न
  • हाथों और पैरों का ठंडा पड़ जाना
  • कंपकंपी
  • त्वचा का पीला पड़ना
  • होंठों का नीला पड़ना

बाद के लक्षण :

  • आलस आना
  • भ्रम होना (कंफ्यूजन)
  • दौरा पड़ना (8)
  • श्वास गति का बढ़ना
  • तेज रोशनी को सहन न कर पाना
  • गर्दन में तकलीफ

मैनिंजाइटिस के लक्षण जानने के बाद यह जानना भी जरूरी है कि कौन से जोखिम कारक मैनिंजाइटिस के कारण बन सकते हैं।

मैनिंजाइटिस के जोखिम कारक – Risk Factors of Meningitis in Hindi 

मैनिंजाइटिस के जोखिम कारक मैनिंजाइटिस के प्रकार पर निर्भर करते हैं। ये कुछ इस प्रकार हो सकते हैं :

1. बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस (9) 

  • यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है, लेकिन बच्चों को इस मैनिंजाइटिस के प्रकार का अधिक खतरा रहता है।
  • किसी जगह पर बड़े समूह में रहने वाले लोगों में बैक्टीरियल संक्रमण के फैलने का खतरा अधिक रहता है, जैसे कॉलेज।
  • कुछ मेडिकल परिस्थितियां, जिस बारे में डॉक्टर बेहतर तरीके से बता सकते हैं।
  • वैज्ञानिक, जो मैनिंजाइटिस फैलाने वाले बैक्टीरिया पर काम या शोध करते हैं।
  • अधिक गर्म या भीड़ वाली जगह पर जाना।

2. वायरल मैनिंजाइटिस

इसके जोखिम कारक कुछ इस प्रकार हैं (10):

  • पांच साल से कम उम्र के बच्चे
  • कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग
  • मेडिकल ट्रीटमेंट जैसे कीमोथेरेपी
  • बॉडी या बोन मेरो ट्रांसप्लांट

3. फंगल मैनिंजाइटिस

  • कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता
  • कैंसर
  • एचआईवी से संक्रमित
  • कुछ मेडिकल परिस्थितियां और दवाइयां, जैसे स्टेरॉयड या बॉडी ट्रांसप्लांट की दवाइयां
  • प्रीमेच्योर बर्थ (समय से पहले बच्चे का जन्म) (11)

4. पैरासाइटिक मैनिंजाइटिस

  • ए. कैंटोनेंसिस नाम के पैरासाइट से दुनिया के कई देशों में रहने लोग संक्रमित हो सकते हैं, जिसमें दक्षिण-पूर्व एशिया भी शामिल है (12)।

5. अमीबिक मैनिंजाइटिस

यह अक्सर नेगलेरिया फाउलर से संक्रमित पानी में नहाने या मुंह धोने से नाक के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकता है (13)।

लेख के अगले भाग में जानिए कि मेडिकल रूप से मैनिंजाइटिस का उपचार कैसे किया जा सकता है।

मैनिंजाइटिस का इलाज – Treatment of Meningitis in Hindi

मैनिंजाइटिस के लक्षण और जोखिम कारक की तरह मैनिंजाइटिस का इलाज भी इसके प्रकार पर निर्भर करता है। मैनिंजाइटिस के प्रकार के अनुसार, इसका इलाज कुछ इस प्रकार किया जा सकता है :

  1. बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस : बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस का इलाज करने के लिए एंटीबायोटिक जैसे सेफलोस्पोरिन (Cephalosporins) दी जा सकती है। सेफलोस्पोरिन को अकेले या एम्पीसिलीन (Ampicillin) के साथ दिया जा सकता है (3)।
  1. वायरल मैनिंजाइटिस : मैनिंजाइटिस के इस प्रकार के इलाज के लिए शुरू में किसी उपचार की जरूरत नहीं होती। यह 7 से 10 दिन में अपने आप ठीक हो जाता है। वहीं, अगर लक्षण बिगड़ने लगे, तो एंटीवायरल दवाइयां देने की जरूरत पड़ सकती है (10)।
  1. फंगल मैनिंजाइटिस : फंगल मैनिंजाइटिस का उपचार एंटीफंगल दवाइयों जैसे अम्फोटेरिसिन बी (Amphotericin B) और फ्लुसाइटोसाइन (Flucytosine) की मदद से किया जा सकता है (3)।
  1. पैरासाइटिक मैनिंजाइटिस : इसके लिए कोई विशिष्ट इलाज उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को कम करने के लिए दवाइयां दी जा सकती हैं। साथ ही, पैरासाइट के खिलाफ शरीर की प्रतिक्रिया को कम करने के लिए भी दवाइयां दी जा सकती हैं (12)।
  1. अमीबिक मैनिंजाइटिस : अमीबिक मैनिंजाइटिस का उपचार करने के लिए कुछ दवाइयां, जैसे मिल्टेफोसीन (Miltefosine) लेने की सलाह दी जा सकती है। इसके अलावा, कुछ और एंटीबायोटिक और एंटीफंगल दवाइयां लेने की सलाह दी जा सकती है (14)।
  1. गैरसंक्रामक मैनिंजाइटिस : गैर-संक्रामक मैनिंजाइटिस का इलाज कोर्टिसोन दवाओं (खास एलर्जी के लिए उपयोग की जाने वाली दवाइयां) की मदद से किया जा सकता है। कुछ मामलों में यह अपने आप ठीक हो जाता है और तब इसके इलाज के लिए किसी दवाई की जरूरत नहीं पड़ती (3)।

नोट: मैनिंजाइटिस का उपचार करने के लिए बताई गई कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के न लें।

यह जानने के बाद कि मैनिंजाइटिस का इलाज कैसे किया जा सकता है, लेख के आखिरी भाग में जानिए मैनिंजाइटिस से बचने के उपाय के बारे में।

मैनिंजाइटिस से बचने के उपाय – Prevention Tips for Meningitis in Hindi

नीचे बताए गए तरीकों की मदद से मैनिंजाइटिस से बचा जा सकता है।

1. बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस

  • वैक्सीन की मदद से।
  • धूम्रपान न करें।
  • संक्रमित लोगों से दूर रहे।
  • पर्याप्त आराम करें (9)।

2. वायरल मैनिंजाइटिस

  • बाथरूम का उपयोग करने के बाद या बच्चों के डायपर बदलने के बाद हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से अच्छी तरह धोएं।
  • संक्रमित लोगों से दूर रहें।
  • अपने आसपास सफाई रखें।
  • बीमार होने पर घर पर आराम करें, बाहर न जाएं (10)।

3. फंगल मैनिंजाइटिस

  • उन चीजों से दूर रहें जो फंगल संक्रमण का कारण बन सकती हैं, जैसे चिड़ियों या चमगादड़ का मल।
  • मिट्टी न खोदें।
  • धूल से दूर रहें (11)।

4. पैरासाइटिक मैनिंजाइटिस

पैरासाइटिक मैनिंजाइटिस से बचने के उपाय पर कोई शोध उपलब्ध नहीं है, लेकिन अपने आसपास सफाई रखने से और धूल-मिट्टी से दूर रहने से इससे बचा जा सकता है (12)।

5. अमीबिक मैनिंजाइटिस

  • संक्रमित पानी से दूर रहें।
  • नाक के माध्यम से पानी को शरीर में न जाने दें (13)।

उम्मीद है कि अब आप अच्छी तरह समझ गए होंगे कि मैनिंजाइटिस क्या है। इस लेख में हमने आपको मैनिंजाइटिस के लक्षण से लेकर इससे बचने के उपाय से जुड़ी हर जरूरी जानकारी देने की कोशिश की है। ध्यान रखिए कि यह एक प्रकार का संक्रमण है, जो बैक्टीरिया, वायरस और अन्य जीवाणु की वजह से फैल सकता है। मैनिंजाइटिस का उपचार के लिए बताए गए उपायों पर ज्यादा शोध उपलब्ध नहीं है, इसलिए हम यह सलाह देंगे कि अपने आसपास सफाई जरूर रखें, ताकि आप इन जीवाणुओं के संपर्क में न आएं। इसके अलावा, इसका सटीक इलाज करवाने के लिए डॉक्टर से परामर्श करें। अगर अब भी आपके मन में मैनिंजाइटिस से जुड़ा कोई सवाल है, तो आप कमेंट बॉक्स में लिख कर हमसे पूछ सकते हैं।

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हैप्पी बर्थडे –जन्मदिन की शुभकामनाएं – Happy Birthday Wishes in Hindi

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जन्मदिन हर किसी के लिए एक खास दिन होता है। उस खास दिन को और खास बनाती हैं, जन्मदिन की बधाइयां। वैसे कोई जाहिर करे या न करे, लेकिन जन्मदिन की बधाई का इंतजार हर किसी को होता है। जिसका भी जन्मदिन हो, वो बेसब्री से एक दिन पहले रात के 12 बजने का इंतजार करता है, ताकि उसे उसके प्रियजनों और दोस्तों से हैप्पी बर्थडे सुनने को मिले। वैसे, अगर आप हैप्पी बर्थडे बोल-बोलकर और जन्मदिन के पुराने संदेश भेज-भेज कर थक गए हैं, तो क्यों न पुराने दौर की तरह जन्मदिन पर शायरी भेजकर जन्मदिन की बधाई दी जाए। स्टाइलक्रेज के इस लेख में पढ़ें कुछ खूबसूरत हैप्पी बर्थडे शायरी, जिन्हें पढ़कर आपके प्रियजन खुशी से झूम उठें।

जन्मदिन की शुभकामनाएं

1. तुम्हें होंठों की हंसी मुबारक हो,
तुम्हें जन्मदिन की खुशी मुबारक हो,
कोई गम न आ सके तुम्हारे करीब,
तुम्हें खुशियों भरी जिंदगी मुबारक हो।

2. तेरा नाम लिखूं नीले आसमान पे,
तेरा जन्मदिन मनाऊं बादलों पे,
तेरे हर गम को छीन लूं,
हर खुशी न्योछावर कर दूं तुझ पे।

3. यह जन्मदिन मुबारक हो तुम्हारा,
हर खुशियों पर राज हो तुम्हारा,
खिलखिलाती धूप से स्वागत हो,
तुम्हारे लिए यह पैगाम है हमारा।

4. सूरज को किरणें मुबारक,
आशिक को आशिकी मुबारक,
तारों को झिलमिलाहट मुबारक,
और हमारी ओर से आपको जन्मदिन मुबारक।

5. चाहे पंछी चहकना भूल जाएं,
चाहे बादल बरसना भूल जाएं,
पर मेरे यार तेरे इस खूबसूरत दिन को मैं न भूल पाऊं,
तेरे जन्मदिन को अपनी बधाइयों से खास मैं बनाऊं।

 Happy Birthday Wishes in Hindi

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6. निकली दिल से ये दुआ हमारी,
आपको मिले खुशियां सारी,
दुखों का न हो निशां जिंदगी में तुम्हारी,
आपके जन्मदिन पर यही तमन्ना है हमारी।

7. दुनिया में जहां भी रहो, खुशियों से भर जाए जीवन तुम्हारा,
हमें पता है समंदर से भी बड़ा है दिल तुम्हारा,
हर साल खुशियों से भरा हो जन्मदिन तुम्हारा।

8. बिना मांगे मिले हर खुशी तुम्हें,
कामयाबी हर वक्त तुम्हारे कदम चूमें,
तुम रहो खुश हर दिन,
आज का ये खास दिन मुबारक हो तुम्हें।

 Happy Birthday Wishes in Hindi

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9. आपके जन्मदिन पर तमन्ना है हमारी,
जितने दिन सूरज और चांद-सितारे रहें,
उतनी लंबी हो जाए उम्र तुम्हारी।

10. जीवन का हर दिन आप खुशी से बिताएं,
दूर रहे आप से हर बलाएं।
इसी प्रार्थना के साथ जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं

11.आपके लिए दुआ करते हैं, कोई गिला-शिकवा नहीं,
जन्मदिन पर वो सब मिले जो आज-तक किसी को मिला नहीं।

12. आपकी हर मुश्किल आसान हो,
हर वक्त आपके पास खुशियां हो,
हर दिन हमारी यही दुआ है,
यादगार आपका हर जन्मदिन हो।

13. हर वक्त आपके लिए दुआ का पैगाम होगा,
सबसे पहले आपको हमारा ही सलाम होगा,
नहीं छोड़ेंगे मुश्किल वक्त में आपका साथ,
जन्मदिन के मौके पर हमारा यही पैगाम होगा।

14. दुआओं के दीप जलें,
खुशियां उपहार में मिलें,
आशीर्वाद की हो बारिश,
जन्मदिन पर तुम्हें यही दुआ मिले।

15. आज के दिन के ये पल आपको मुबारक,
नैनों में बसे खूबसूरत सपने मुबारक,
जिंदगी की नई खुशियां और उम्मीदें मुबारक,
हमारी तरफ से आपको आपका जन्मदिन मुबारक।

 Happy Birthday Wishes in Hindi

Shutterstock

16. जन्मदिन पर आपको क्या तोहफा दूं,
सोना दूं या चांदी दूं,
इससे भी कीमती कुछ हो तो वो दे दूं,
लेकिन जो खुद कोहिनूर है, उसे क्या दूं।

17. तेरे चेहरे पर यूं ही हंसी खिलती रहे,
जिंदगी की हर दौड़ में तू आगे चलती रहे,
जीवन में हर पल तेरे मिठास हो,
हमारी दुआ है, यह जन्मदिन तुम्हारा खास हो।

18. उजालों से भरा हो घर तुम्हारा,
खुशियों से भरा हो जीवन तुम्हारा,
फूलों-सा खिलखिलाता रहे चेहरा तुम्हारा,
जन्मदिन पर ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद हमारा।

19. दोस्त नहीं है, तू है मेरा पूरा संसार
सबसे पहले कहता हूं हैप्पी बर्थडे मेरे यार।

20. उन्हें क्या दुआ दें, जो खुद ही दुआ हो,
बस इतना कहना है, आपको जन्मदिन मुबारक हो।

21. तारों-सा जगमगाता रहे जीवन तुम्हारा,
खुशियों से भरा हो यह खास दिन तुम्हारा,
तुम्हारे लिए हर पल मांगी दुआ हमने,
आपके लिए ढेर सारा आशीर्वाद है हमारा।

22. पंछियों ने गाना गाया,
सूरज मामा रोशनी लाया,
फूलों ने खिलखिलाकर कहा,
दोस्त का जन्मदिन आया,
अफसोस कंजूस खाली हाथ आया।

23. करोड़ों की गिनती नहीं आती हमें,
लेकिन कुछ ऐसी तमन्ना है हमें,
रेत का हर कण अगर बन जाए नायाब हीरा,
तो ए दोस्त, तेरे जन्मदिन पर पूरा रेगिस्तान दे दें तुम्हें।

24. खुदा ने भी उस दिन जश्न मनाया होगा,
अपने हाथों से जिस दिन आपको बनाया होगा,
उस खुदा ने भी बहाए होंगे अश्क,
जब उसने आपको जमीं पे उतारा होगा।

25. रंगों में गहरे उस रंग की तरह,
सपनों में सुनहरे उस पल की तरह,
तेरी दोस्ती में कुछ तो खास है,
जो तू मेरे इतने पास है,
तेरे इस दिन को शब्दों में कैसे समेंटू,
जो कुछ पूरा है, वो सिर्फ तेरा साथ है।

आशा करते हैं इस लेख में लिखे गए जन्मदिन की शुभकामनाएं पसंद आई होंगी। तो इस बार अपने प्रियजन के जन्मदिन पर सिर्फ ‘हैप्पी बर्थडे’ नहीं, बल्कि जन्मदिन पर शायरी भेजकर अपने भावनाओं को उन तक पहुंचाए और उनके खास दिन को और खास बनाएं।

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